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Agency:एजेंसियां
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M1A2 Abrams Tank: ताइवान की सेना ने 10 जुलाई को अपनी ताकत का ऐसा प्रदर्शन किया, जिसे देख दुनिया चौकन्नी हो गई. देश की सुरक्षा के लिए आयोजित वार्षिक सैन्य अभ्यास के दूसरे दिन ताइवान ने अमेरिका से मिले M1A2T Abrams टैंक को पहली बार आधिकारिक रूप से मैदान में उतारा. यह सिर्फ टैंक नहीं, बल्कि चलती-फिरती फायरिंग मशीन है, जो दुश्मन के इरादों को वहीं नेस्तनाबूद करने की ताकत रखती है.

M1A2 Abrams को दुनिया का सबसे घातक और आधुनिक Main Battle Tank (MBT) माना जाता है. इसे अमेरिकी कंपनी General Dynamics Land Systems ने तैयार किया है. ताइवान को यह टैंक अमेरिका से मिले रक्षा सहयोग के तहत मिला है और इसका उद्देश्य है चीन को एक कड़ा संदेश देना कि हम हर चुनौती से लड़ने को तैयार हैं. (फोटो AP)

इस टैंक की सबसे बड़ी खासियत है इसका मुख्य हथियार- 120mm XM256 Smooth Bore Cannon. यह तोप इतनी ताकतवर है कि 3,000 मीटर से ज्यादा की दूरी पर मौजूद लक्ष्य को भी सटीकता से तबाह कर सकती है. यानी दुश्मन अगर किलोमीटरों दूर भी है तो भी ये टैंक उसे मार गिरा सकता है. (फोटो AP)

मुख्य तोप के अलावा टैंक में दो अन्य शक्तिशाली हथियार भी हैं – 7.62 mm M240 coaxial मशीन गन और एक .50 caliber M2 Browning हैवी मशीन गन. (फोटो AP)

इस टैंक की एक और खास बात है इसकी मोबिलिटी. भारी भरकम दिखने वाला ये टैंक बेहद तेज और फ्लैक्सिबल है. कीचड़, रेगिस्तान, पहाड़ी रास्ते… कोई भी जमीन इसे रोक नहीं सकती. ताइवान में इसका प्रदर्शन भी कीचड़ भरे ट्रैक पर किया गया था, जहां इसने अपनी गजब की गति और टारगेट अचूकता साबित की. (फोटो AP)

ताइवान के राष्ट्रपति लाई चिंग-ते ने खुद हेलमेट पहनकर टैंक की फायरिंग देखी और कहा, “इसकी ताकत और मूवमेंट देखकर लगता है कि यह वाकई दुनिया का सबसे दमदार टैंक है. इसने हमारी सेना को नई आत्मविश्वास की परत दी है.” उन्होंने आगे कहा कि यह टैंक ताइवान की सुरक्षा के लिए गेमचेंजर साबित होगा. (फाइल फोटो AP)

हालांकि युद्ध बदल रहे हैं और ड्रोन हमलों के नए खतरे को देखते हुए अब टैंकों को भी अतिरिक्त सुरक्षा की जरूरत है. विशेषज्ञ मानते हैं कि Abrams जैसा भारी टैंक अगर एयर कवर और इलेक्ट्रॉनिक प्रोटेक्शन सिस्टम के साथ आए तो यह भविष्य के किसी भी युद्ध में निर्णायक भूमिका निभा सकता है. (फाइल फोटो AP)

ताइवान की सैन्य रणनीति में यह टैंक एक सख्त संदेश है सिर्फ चीन के लिए नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए. अमेरिका का यह रक्षा सहयोग सिर्फ हथियार देना नहीं, बल्कि लोकतंत्र के समर्थन का इशारा भी है. और जब ये टैंक मैदान में गरजता है, तो यह सिर्फ एक धमाका नहीं होता बल्कि एक घोषणा होती है कि ताइवान झुकेगा नहीं.
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