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फ्रांसीसी सीनेट प्रतिनिधिमंडल ने पहलगाम हमले के बाद भारत के साथ एकजुटता जताई. शशि थरूर और रविशंकर प्रसाद ने बैठक में भाग लिया. फ्रांसीसी प्रतिनिधिमंडल ने आतंकवाद के खिलाफ भारत का समर्थन किया.
फ्रांसीसी सीनेट प्रतिनिधिमंडल ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की कार्रवाई का समर्थन किया.(Image:PTI)
हाइलाइट्स
- फ्रांस ने आतंकवाद के खिलाफ भारत का समर्थन किया.
- फ्रांसीसी सीनेट प्रतिनिधिमंडल ने भारत से एकजुटता जताई.
- शशि थरूर और रविशंकर प्रसाद ने बैठक में भाग लिया.
नई दिल्ली. फ्रांसीसी सीनेट के एक प्रतिनिधिमंडल ने पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद और आतंकवादी समूहों के खिलाफ भारत की लड़ाई में मंगलवार को नयी दिल्ली के साथ एकजुटता जताई. फ्रांसीसी सीनेट के विदेश मामले, रक्षा और सशस्त्र बल पर समिति के प्रतिनिधिमंडल ने उपाध्यक्ष कैथरीन डुमास के नेतृत्व में कांग्रेस नेता शशि थरूर की अध्यक्षता वाली विदेश मामलों की संसद की स्थायी समिति से मुलाकात की. थरूर ने बैठक के बाद संवाददाताओं को जानकारी देते हुए कहा कि फ्रांसीसी सीनेट प्रतिनिधिमंडल की यात्रा की योजना 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकवादी हमले और ऑपरेशन सिंदूर से पहले बनी थी.
उन्होंने कहा कि फ्रांसीसी प्रतिनिधिमंडल ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए पूर्व योजना के अनुसार यात्रा करने का निर्णय लिया. थरूर ने कहा कि ‘फ्रांसीसी प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने पहलगाम और उसके बाद हुई दुखद घटनाओं में भारत के प्रति बहुत स्पष्ट और एकमत से समर्थन जताया. उन्होंने फ्रांसीसी शब्द ‘सूतियान’ का प्रयोग किया, जिसका अर्थ है समर्थन और यह बहुत स्वागत योग्य था.’ फ्रांसीसी प्रतिनिधिमंडल में सीनेटर मैरी-अर्लेट कार्लोटी, ह्यूजेस सॉरी और फिलिप फोलियट भी शामिल थे. बैठक में भारत में फ्रांसीसी राजदूत थिएरी मथौ भी मौजूद थे.
थरूर ने प्रतिनिधिमंडल से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सदस्य एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद का परिचय कराया. प्रसाद फ्रांस और कुछ पश्चिमी यूरोपीय देशों में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की पृष्ठभूमि में आतंकवाद के खिलाफ भारत के पक्ष को रखने के लिए विभिन्न देशों की राजधानियों में जाने वाले सात प्रतिनिधिमंडलों में 51 नेता, सांसद और पूर्व मंत्री शामिल होंगे.
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प्रसाद ने फ्रांसीसी प्रतिनिधिमंडल से कहा कि फ्रांस द्वारा भारत को आपूर्ति किए गए राफेल लड़ाकू विमान दोनों देशों के बीच मित्रता के मजबूत बंधन का प्रतीक हैं. बैठक के दौरान विदेश मामलों की समिति सदस्य डी के अरुणा, सतनाम सिंह संधू, अरुण गोविल, विजय बघेल, बृजेंद्र सिंह ओला, मितेश पटेल, आर पी एन सिंह, प्रणीति शिंदे और किरण चौधरी मौजूद थीं.
Rakesh Singh is a chief sub editor with 14 years of experience in media and publication. International affairs, Politics and agriculture are area of Interest. Many articles written by Rakesh Singh published in …और पढ़ें
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