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भारत-पाक युद्ध: टॉम कूपर ने इंडियन एयरफोर्स की तारीफ की

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टॉम कूपर ने भारत के पाकिस्तान पर आक्रमण को निर्णायक और रणनीतिक बताया. इंडियन एयरफोर्स ने साहस, सटीकता और संकल्प का परिचय दिया. इस्लामाबाद ने सीजफायर की गुहार लगाई.

परमाणु ठिकानों पर जब बम बरस रहे हों...टॉम कूपर ने बताया जंग में क्‍या हुआ

इंडियन एयरफोर्स ने पाक‍िस्‍तान पर कुछ ऐसे बरसाए बम.

हाइलाइट्स

  • भारत ने पाकिस्तान पर निर्णायक आक्रमण किया.
  • इंडियन एयरफोर्स ने साहस, सटीकता और संकल्प दिखाया.
  • इस्लामाबाद ने सीजफायर की गुहार लगाई.

जब दो परमाणु शक्ति संपन्न देश आमने-सामने हों और युद्ध के दौरान हमले इतने सटीक और निर्णायक हों कि दुश्मन के रणनीतिक ठिकाने यहां तक कि परमाणु ठ‍िकाने भी निशाना बन जाएं, तो फ‍िर जीत किसकी मानी जाएगी? स्‍पष्‍ट रूप से जो बम बरसा रहा हो, उसी की जीत मानी जाएगी. कुछ ऐसा ही भारत ने क‍िया और वही विजेता है. यह बात दुनिया के मशहूर कॉम्बैट एविएशन एक्‍सपर्ट एवं इतिहासकार टॉम कूपर ने कही. उन्‍होंने कहा, पाक‍िस्‍तान पर इंडियन एयरफोर्स का आक्रमण सिर्फ एक सैन्‍य कामयाबी नहीं, एक रणनीतिक संदेश भी था. इंडियन एयरफोर्स ने अपनी साहस, सटीकता और संकल्‍प का पूरी दुन‍िया को पर‍िचय करवाया.

टॉम कूपर मशहूर ऑस्ट्रियाई एविएशन ह‍िस्‍टोर‍ियां और डिफेंस एक्‍सपर्ट हैं. उन्होंने मिड‍िल ईस्‍ट, अफ्रीका और साउथ एश‍िया में एयर वॉरफेयर पर 40 से अधिक किताबें लिखी हैं. ईरान-ईराक युद्ध, सीरिया संघर्ष, यमन, और भारत-पाकिस्तान संघर्ष जैसे विषयों पर उनकी रिसर्च की पूरी दुन‍िया में तारीफ की जाती है.

भारत-पाक‍िस्‍तान युद्ध पर क्‍या कहा
टॉम कूपर ने भारत के आक्रमण को निर्णायक बताया. उन्‍होंने कहा, ‘इंडियन एयरफोर्स ने सिर्फ सैन्य ठिकानों को ही नहीं, बल्कि दुश्मन के मनोबल पर भी वार क‍िया. जब एक पक्ष दूसरे के परमाणु हथियार भंडारण सुविधाओं पर बमबारी कर रहा हो, और दूसरे के पास जवाबी कार्रवाई करने की क्षमता न हो, तो मेरी किताबों में यह स्पष्ट जीत है. कोई आश्चर्य नहीं कि इस्लामाबाद ने ही ‘सीजफायर’ की गुहार लगाई.’

यह सिर्फ सैन्‍य जीत नहीं
टॉ कूपर ने यह भी इशारा किया कि अगर किसी संघर्ष में दुश्मन की परमाणु क्षमता को भी निष्क्रिय करने की क्षमता दिखाई जाए, तो यह सिर्फ सैन्य जीत नहीं, बल्कि रणनीतिक वर्चस्व का संकेत होता है. उन्‍होंने लिखा, “जब बम परमाणु ठिकानों के ऊपर गिर रहे हों, तब सवाल यह नहीं रह जाता कि किसने कितने जहाज उड़ाए, बल्कि यह होता है कि किसने निर्णायक बढ़त बनाई. टॉम कूपर की यह टिप्पणी भारत की सैन्य योजना, तकनीकी क्षमता और रणनीतिक सोच को वैश्विक मान्यता दिलाने वाली है.

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Gyanendra Mishra

Mr. Gyanendra Kumar Mishra is associated with hindi.news18.com. working on home page. He has 20 yrs of rich experience in journalism. He Started his career with Amar Ujala then worked for ‘Hindustan Times Group…और पढ़ें

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परमाणु ठिकानों पर जब बम बरस रहे हों…टॉम कूपर ने बताया जंग में क्‍या हुआ

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