Interview: शिवराज की बहू ने ऑक्सफोर्ड से की पढ़ाई, साइकोलॉजी में है मास्टर्स की डिग्री, जानिए क्या करता है बेटा

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Exclusive Interview: केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के बड़े बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान 6 मार्च 2025 को अमानत बंसल के साथ शादी के बंधन में बंधे थे. कार्तिकेय और अमानत की शादी चर्चा का विषय रही थी. कार्तिक…और पढ़ें
Exclusive Interview: अमानत बंसल और कार्तिकेय सिंह चौहान ने विदेश से पढ़ाई की है
हाइलाइट्स
- अमानत बंसल ने ऑक्सफोर्ड से मास्टर्स की डिग्री ली है.
- कार्तिकेय सिंह चौहान लीगल प्रोफेशनल और उद्यमी हैं.
- अमानत बंसल बच्चों के हित में काम करना चाहती हैं.
नई दिल्ली (Exclusive Interview). देश के चर्चित सियासी परिवार की शादी सुर्खियों में छाई हुई है. कुल 18 साल 8 महीने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके और मौजूदा दौर में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) उर्फ मामा के बड़े बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान (Kartikey Singh Chouhan) ने जोधपुर में अमानत बंसल के साथ सात फेरे लिए थे. देश के बड़े उद्योगपति की बेटी अमानत बंसल मध्य प्रदेश की बहू और कार्तिकेय सिंह चौहान हरियाणा के दामाद बन चुके हैं.
6 अगस्त 1998 को जन्मीं अमानत बंसल (Amanat Bansal) के पिता अनुपम बंसल मशहूर लिबर्टी शूज़ कंपनी के डायरेक्टर हैं और मां रुचिता बंसल ‘इज़हार’ की फाउंडर हैं. अमानत बंसल के जुड़वां भाई का नाम आर्यन बंसल है. अमानत बंसल ने अपनी पढ़ाई-लिखाई की शुरुआत दिल्ली से की थी. इसके बाद हायर एजुकेशन के लिए वह विदेश चली गई थीं. कुछ समय तक विदेश में ही काम करने के बाद वह भारत लौट आईं. अमानत बंसल ने News18 से खास बातचीत में अपने करियर से जुड़ी कई बातें शेयर की. पढ़िए इंटरव्यू का अंश.
दिल्ली और अजमेर से हुई स्कूलिंग
शिवराज सिंह चौहान की बड़ी बहू अमानत बंसल ने दिल्ली के वसंत विहार में स्थित मॉडर्न स्कूल से पढ़ाई की शुरुआत की थी. नर्सरी से क्लास 6 तक सीबीएसई बोर्ड से संबद्ध इस स्कूल से पढ़ाई करने के बाद वह अजमेर चली गई थीं. अमानत बंसल ने 7वीं में राजस्थान के अजमेर में स्थित मायो कॉलेज में एडमिशन ले लिया था. यह बोर्डिंग स्कूल ICSE/ISC बोर्ड से संबद्ध था. अमानत बंसल ने सोशियोलॉजी, इंग्लिश, फाइन आर्ट्स, बायोलॉजी और साइकोलॉजी जैसे विषयों से 12वीं की परीक्षा दी थी.
हायर एजुकेशन के लिए गईं विदेश
12वीं के बाद अमानत बंसल ने अमेरिका की बॉस्टन यूनिवर्सिटी से बैचलर्स ऑफ साइकोलॉजी की डिग्री ली थी. Impact of Aging on Working Memory Guided Attention पर थीसिस के लिए उन्हें ऑनर्स से अवॉर्ड भी किया गया था. Reinhart Lab की वेबसाइट पर इनकी थीसिस पढ़ सकते हैं. इसके बाद मास्टर ऑफ साइंस, साइकोलॉजिकल रिसर्च के लिए उन्होंने दुनिया की सबसे मशहूर यूनिवर्सिटीज में से एक ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में एडमिशन ले लिया था.
सोशल साइंस में है खास दिलचस्पी
अमानत बंसल साइकोलॉजी और सोशल साइंस में रिसर्च और डेवलपमेंट जारी रखना चाहती हैं. वह बच्चों के हित में काम करने की तैयारी में हैं. अमानत राजनीति में जाना चाहती हैं या नहीं, इस सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि उन्होंने फिलहाल इस बारे में कुछ सोचा नहीं है. लेकिन अपने पति कार्तिकेय सिंह चौहान के सपोर्ट के लिए उन्हें जो भी करना पड़ेगा, वह करेंगी. इसके लिए वह सोशल सर्विस पर फोकस करना चाहती हैं.
बच्चों को दिए खास टिप्स
अमानत बंसल ने स्टूडेंट्स के लिए खास टिप्स शेयर किए हैं. उन्होंने कहा कि करियर में ग्रोथ हासिल करने के लिए बच्चों का डिसिप्लिन्ड यानी अनुशासन में रहना बहुत जरूरी है. सुबह उठने और रात में सोने का समय निश्चित करें, अपने लिए गोल्स सेट करें और टास्क मैनेजमेंट प्लेटफॉर्म पर उन्हें ट्रैक भी करते रहें. साथ ही उन्होंने कहा कि बच्चों को कभी सवाल पूछने से घबराना नहीं चाहिए. अमानत बंसल के पसंदीदा विषय साइकोलॉजी और बायोलॉजी न्यूरोसाइंस थे. इतिहास और केमिस्ट्री में उनकी दिलचस्पी कम थी.
वकालत कर राजनीति में आए कार्तिकेय सिंह चौहान
शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान का जन्म 23 मई 1994 को हुआ था. वह लीगल प्रोफेशनल, उद्यमी और राजनीतिक नेता हैं. उनके पास पब्लिक सर्विस का अच्छा-खासा अनुभव है. पुणे के मशहूर सिम्बायोसिस लॉ स्कूल से बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन और बैचलर ऑफ लॉ की पढ़ाई करने के बाद कार्तिकेय सिंह चौहान ने यूनिवर्सिटी ऑफ पेनसिल्वेनिया के केरी लॉ स्कूल से कॉर्पोरेट लॉ और गवर्नेंस में मास्टर ऑफ लॉ की डिग्री हासिल की थी.
भोपाल से शुरू किया करियर
कार्तिकेय सिंह चौहान ने भोपाल डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में क्रिमिनल लॉयर के तौर पर करियर की शुरुआत की थी. फिलहाल वह ट्राइडेंट ग्रुप के लीगल एडवाइजर हैं. यहां वह सिविल, कमर्शियल, लेबर और संपत्ति से संबंधित मुकदमे संभालते हैं. वह विदिशा, मध्य प्रदेश में सुंदर फूड्स एंड डेयरी के को-फाउंडर हैं. इसका वार्षिक कारोबार 13 करोड़ रुपये (2 मिलियन यूएसडी) से ज्यादा है. यह स्टार्टअप 5,000 से ज्यादा स्थानीय किसानों और उत्पादकों को आजीविका प्रदान करता है.
राजनीति में बना रहे हैं पहचान
कार्तिकेय सिंह चौहान ने खुद को पब्लिक सर्विस और पॉलिटिकल लीडरशिप के लिए समर्पित कर दिया है. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की युवा शाखा में महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है, जिसमें सीहोर के जिला उपाध्यक्ष और भोपाल संभाग के चुनाव संयोजक शामिल हैं. यहां उन्होंने राज्य और राष्ट्रीय चुनावों के दौरान बड़े पैमाने पर कैंपेन एफर्ट्स को लीड किया था. वह विंध्याचल इनिशिएटिव सोसायटी के भी को-फाउंडर हैं. यह संस्था सरकारी स्कूल के बच्चों को शैक्षिक संसाधन प्रदान करती है.
March 18, 2025, 17:42 IST
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