MP Weather Alert: Hailstorm & Thunderstorm Expected in 30 Districts | एमपी में 2 दिन गिरेंगे ओले, आंधी भी चलेगी: 30 जिलों में आज बदला रहेगा मौसम; जबलपुर-ग्वालियर में सबसे ज्यादा असर – Bhopal News

गुरुवार को सागर और उमरिया में मौसम बदला और बूंदाबांदी हुई।
मध्यप्रदेश में 3 सिस्टम के एक्टिव होने से मौसम पूरी तरह से बदल गया है। गर्मी के दिनों में ओले, बारिश और आंधी वाला मौसम है। गुरुवार को भोपाल, सागर, सीहोर, रीवा समेत 20 से ज्यादा जिलों में मौसम बदला रहा। कहीं ओले गिरे तो कहीं तेज आंधी चली और हल्की बारि
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मौसम विभाग ने 30 जिलों में अलर्ट जारी किया है। जबलपुर, ग्वालियर, सागर और शहडोल संभाग में ज्यादा असर रहेगा। भोपाल की सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया-
वर्तमान में प्रदेश में दो साइक्लोनिक सकुर्लेशन और एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव है। इसके असर से प्रदेश में ओलावृष्टि, बारिश, गरज-चमक और आंधी चल रही है।
21, 22 और 23 मार्च को भी ऐसा मौसम बना रहेगा। मौसम बदलने से कई शहरों में दिन के तापमान में खासी गिरावट हुई है। सीधी में 27.8 डिग्री, रीवा में 28.8 डिग्री, सतना में 31.4 डिग्री और नौगांव में पारा 32.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।

भोपाल में गुरुवार को हल्की बूंदाबांदी हुई और बादल छाए रहे।
दमोह-कटनी में गिरेंगे ओले मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटे के दौरान दमोह, कटनी, उमरिया, शहडोल, डिंडौरी और अनूपपुर में ओले गिर सकते हैं। मुरैना, ग्वालियर, भिंड और दतिया में तेज आंधी चलने का ऑरेंज अलर्ट है।
शिवपुरी, अशोकनगर, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, जबलपुर, मंडला, नरसिंहपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, नर्मदापुरम, बैतूल और हरदा में गरज-चमक, तेज आंधी चलने की संभावना है।

सागर में गुरुवार दोपहर को बारिश हुई थी।
अगले 2 दिन ऐसा रहेगा मौसम 22 मार्च: कटनी, डिंडौरी, मंडला, सिवनी और बालाघाट में आंधी और ओले का ऑरेंज अलर्ट है। रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, मैहर, उमरिया, शहडोल और अनूपपुर में गरज-चमक और आंधी चल सकती है। 23 मार्च: शहडोल, अनूपपुर और बालाघाट में गरज-चमक और हल्की बारिश होने का अनुमान है।
24 मार्च से फिर नया सिस्टम डॉ. सुरेंद्रन ने बताया, मौजूदा सिस्टम का असर 23 मार्च तक रहेगा। 24 मार्च से एक और वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हो सकता है। इसका असर भी प्रदेश में देखने को मिलेगा।
भोपाल में बूंदाबांदी, रीवा में ओले गिरे इससे पहले गुरुवार को भोपाल, सीहोर और सागर समेत कई जिलों में हल्की बारिश हुई। भोपाल में हल्की बूंदाबांदी हुई। इस दौरान बादल छाए रहे और हवाएं भी चली। सागर के बंडा में अचानक बारिश होने से लोगों को गर्मी से राहत मिली। हालांकि किसानों की चिंता बढ़ गई। किसानों को खेतों में रखी फसलें खराब होने का डर सता रहा है।
रीवा जिले के सिरमौर, गुढ़, जवा, त्योंथर और रायपुर कर्चुलियान में तेज बारिश और ओलावृष्टि हुई। बेमौसम बारिश और ओले गिरने से रबी फसलों को भारी नुकसान होने की आशंका है। दमोह, सिवनी, कटनी, सीधी, सिंगरौली, शिवपुरी, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, रायसेन, नर्मदापुरम, राजगढ़, अशोकनगर, विदिशा, सिवनी, सतना, मैहर, रीवा, मऊगंज, उमरिया, शहडोल, अनूपपुर, मंड, नरसिंहपुर, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़ और जबलपुर में भी मौसम बदला रहा।

महीने के आखिरी में चलेगी लू मौसम विभाग के अनुसार, मार्च के आखिरी दिनों में प्रदेश में फिर से गर्मी का असर देखने को मिलेगा। कुछ इलाकों में लू भी चल सकती है। कई शहरों में पारा 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच सकता है। सामान्यतः दिन का तापमान 40 डिग्री से अधिक या सामान्य से 4.6 डिग्री तक अधिक हो तो हीट वेव यानी लू की स्थिति मानी जाती है।
अप्रैल-मई में हीट वेव का असर बता दें कि मार्च से गर्मी के सीजन की शुरुआत हो जाती है। अगले 4 महीने तेज गर्मी पड़ेगी। मौसम विभाग ने मार्च से मई तक 15 से 20 दिन हीट वेव चलने का अनुमान जताया है। अप्रैल-मई में हीट वेव का असर ज्यादा हो सकता है। इस कारण 30 से 35 दिन तक गर्म हवा चल सकती है।

MP के 5 बड़े शहरों में मार्च में मौसम का ऐसा ट्रेंड…
भोपाल में दिन में तेज गर्मी के साथ बारिश भोपाल में मार्च महीने में दिन में तेज गर्मी पड़ने के साथ बारिश का ट्रेंड भी है। मौसम विभाग के अनुसार, मार्च महीने में गर्मी के सीजन की शुरुआत हो जाती है। इसके चलते दिन-रात के तापमान में बढ़ोतरी होने लगती है। आंकड़ों पर नजर डालें तो 30 मार्च 2021 को अधिकतम तापमान रिकॉर्ड 41 डिग्री पहुंच चुका है।
वहीं, 45 साल पहले 9 मार्च 1979 की रात में पारा 6.1 डिग्री दर्ज किया गया था। वर्ष 2014 से 2023 के बीच दो बार ही अधिकतम तापमान 36 डिग्री के आसपास रहा। बाकी सालों में पारा 38 से 41 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा है।

इंदौर में 41.1 डिग्री तक पहुंच चुका पारा इंदौर में मार्च से गर्मी का असर तेज होने लगता है। यहां दिन का पारा 41.1 डिग्री तक पहुंच चुका है, जो 28 मार्च 1892 को दर्ज किया गया था। 4 मार्च 1898 को रात में पारा 5 डिग्री सेल्सियस तक रहा था। 24 घंटे में करीब एक इंच बारिश होने का रिकॉर्ड है, जबकि पूरे महीने में दो इंच पानी गिर चुका है। मौसम विभाग के अनुसार, मार्च में 2 से 3 दिन बारिश होती है। कभी-कभी धूल भरी हवा की रफ्तार भी तेज होती है।

ग्वालियर में गर्मी, ठंड-बारिश का ट्रेंड मार्च महीने में ग्वालियर में गर्मी, ठंड और बारिश तीनों का ही ट्रेंड है। 31 मार्च 2022 को दिन का पारा रिकॉर्ड 41.8 डिग्री पहुंच गया जबकि 1 मार्च 1972 की रात में न्यूनतम तापमान 5.4 डिग्री रिकॉर्ड हो चुका है। साल 2015 में पूरे महीने 5 इंच से ज्यादा पानी गिरा। वहीं, वर्ष 12 मार्च 1915 को 24 घंटे में करीब 2 इंच बारिश हुई थी।

जबलपुर में मार्च की रातें रहती हैं ठंडी जबलपुर में मार्च में भी रातें ठंडी रहती हैं। पारा औसत 15 डिग्री के आसपास ही रहता है। वहीं, दिन में 36 से 40 डिग्री के बीच तापमान दर्ज किया जाता है। 31 मार्च 2017 को दिन का पारा 41.2 डिग्री सेल्सियस पहुंच चुका है, जबकि 4 मार्च 1898 में रात का तापमान 3.3 डिग्री दर्ज किया गया था। यहां मार्च में मावठा भी गिरता है। पिछले 10 में से 9 साल बारिश हो चुकी है।

उज्जैन में दिन रहते हैं गर्म, 6 दिन बारिश का ट्रेंड भी उज्जैन में दिन गर्म रहते हैं। 22 मार्च 2010 को पारा रिकॉर्ड 42.5 डिग्री सेल्सियस पहुंच चुका है। वहीं, 1 मार्च 1971 की रात में न्यूनतम तापमान 4.6 डिग्री रहा था। पिछले साल दिन में तापमान 36 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा है। उज्जैन में 2017 सबसे गर्म साल रहा था। मौसम विभाग के अनुसार, इस महीने बारिश भी होती है। एक दिन में पौने 2 इंच बारिश का रिकॉर्ड 17 मार्च 2013 का है।

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