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Rain in eastern part of MP, intense heat in rest | एमपी के पूर्वी हिस्से में बारिश, बाकी में तेज गर्मी: रीवा समेत 11 जिलों में आज बारिश-आंधी का अलर्ट; भोपाल-इंदौर में पारा बढ़ेगा – Bhopal News

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मध्यप्रदेश के पूर्वी हिस्से के 11 जिलों में सोमवार को हल्की बारिश हो सकती है। इनमें रीवा, सतना, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, पन्ना, मैहर, कटनी, उमरिया, शहडोल और अनूपपुर शामिल हैं। इसके बाद मौसम साफ हो जाएगा और गर्मी बढ़ेगी। 16-17 अप्रैल को कई जिलों में लू क

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मौसम वैज्ञानिक अभिजीत चक्रवर्ती ने बताया

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साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम की वजह से रविवार को कई जिलों में बारिश का दौर चला। वहीं, ओले भी गिरे। अगले 24 घंटे में तापमान ज्यादा नहीं बढ़ेगा, लेकिन इसके बाद तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। सोमवार को कुछ जिलों में हल्की बारिश हो सकती है।

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16 अप्रैल से लू का असर मौसम विभाग के अनुसार, 16 अप्रैल से प्रदेश में लू का असर देखने को मिलेगा। खासकर ग्वालियर, चंबल और इंदौर संभाग के जिलों में लू चलेगी। 17 अप्रैल को भी लू का अलर्ट है।

शिवपुरी में आकाशीय बिजली गिरी, 11 भैंस की मौत, खरगोन में ओले गिरे इससे पहले रविवार को प्रदेश के अधिकांश हिस्से में तेज आंधी, बादल, बारिश, आकाशीय बिजली और ओले गिरने वाला मौसम रहा। खरगोन के महेश्वर में तेज बारिश और ओले गिरे। सतना में दो घंटे तेज आंधी के साथ बारिश हुई। शिवपुरी में आकाशीय बिजली गिरने से एक महिला और 11 भैंसों की मौत हो गई। एक मकान पर पेड़ भी गिर गया। शिवपुरी जिले के ग्राम टोडा पिछोर में शनिवार देर रात खेत में सो रही 55 वर्षीय महिला की आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई। मृतक की पहचान कुसुमा लोधी के रूप में हुई है।

दूसरी ओर, कई जिलों में पारा 40 डिग्री के पार रहा। मौसम विभाग के मुताबिक, नर्मदापुरम में 40.2 डिग्री, खंडवा-धार में 40.1 डिग्री, खरगोन और नरसिंहपुर में 40 डिग्री रहा। वहीं, शाजापुर में 39.7 डिग्री, रतलाम में 39.5 डिग्री और गुना में पारा 39 डिग्री दर्ज किया गया। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 38.8 डिग्री, इंदौर में 38.6 डिग्री, ग्वालियर में 36 डिग्री, उज्जैन में 38.5 डिग्री और जबलपुर में पारा 37.4 डिग्री दर्ज किया गया।

सबसे कम पचमढ़ी में 32.8 डिग्री रहा। नौगांव में 34 डिग्री, रीवा-सीधी में 34.6 डिग्री सेल्सियस रहा।

ऐसा रहेगा अप्रैल में मौसम

  • पहला सप्ताह ऐसा रहा: रात का तापमान सभी संभागों में सामान्य से 2-3 डिग्री ज्यादा 21-24 डिग्री सेल्सियस बना रहा। वहीं, दिन में पश्चिमी गर्म हवाओं के कारण अधिकतम तापमान इंदौर, सागर और नर्मदापुरम संभागों में सामान्य से ज्यादा 39 से 44 डिग्री तक पहुंच गया। उज्जैन, भोपाल, ग्वालियर समेत बाकी संभागों में यह 41 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। पहले सप्ताह रतलाम में लू चल चुकी है। वहीं, बाकी शहरों में गर्म हवाओं से गर्मी बढ़ी रही।
  • दूसरा सप्ताह: इंदौर, उज्जैन और चंबल संभाग में रात का तापमान सामान्य से 2-3 डिग्री ज्यादा यानी 23 से 26 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा। पूर्वी नम हवाओं के कारण थोड़ी राहत के साथ भोपाल, जबलपुर, सागर, रीवा, शहडोल, ग्वालियर और नर्मदापुरम संभाग में तापमान सामान्य यानी 22-24 डिग्री बना रहेगा। इंदौर, ग्वालियर, चंबल, सागर, रीवा और शहडोल संभाग में तापमान सामान्य से बढ़कर 41 से 43 डिग्री सेल्सियस रहेगा। 2 से 3 दिन लू भी चल सकती है। इस दौरान बारिश होने की संभावना नहीं है, लेकिन वेस्टर्न डिस्टरबेंस की वजह से दक्षिणी हिस्से में बादल जरूर छा सकते हैं।
  • तीसरा सप्ताह: उत्तर-पश्चिमी हवाओं के जोर पकड़ने के साथ इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, चंबल, सागर, रीवा, नर्मदापुरम संभागों में न्यूनतम तापमान 25 से 27 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा। पूरे प्रदेश में दिन में अधिकतम तापमान 42 से 44 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है। 2 से 3 दिन लू चल सकती है। हल्की बारिश होने की संभावना है।
  • चौथा सप्ताह: उत्तर-पश्चिमी हवाओं के लगातार जोर पकड़ने के साथ न्यूनतम तापमान पूरे प्रदेश में सामान्य से 3-4 डिग्री अधिक यानि 27 से 30 डिग्री सेल्सियस तक रहेगा। दिन के साथ रातें भी गर्म हो जाएंगी। ग्वालियर, चंबल, सागर और रीवा संभाग में पारा 43-45 डिग्री जबकि इंदौर, उज्जैन-भोपाल सहित बाकी प्रदेश में 41 से 44 डिग्री सेल्सियस तापमान रह सकता है। बंगाल क्षेत्र में साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम की वजह से अप्रैल के आखिरी में 3 से 4 दिन तक लू का असर रह सकता है।
रविवार को शिवपुरी में आकाशीय बिजली गिरने से एक किसान की 11 भैंसों की मौत हो गई।

रविवार को शिवपुरी में आकाशीय बिजली गिरने से एक किसान की 11 भैंसों की मौत हो गई।

अप्रैल-मई में हीट वेव का असर ज्यादा मध्यप्रदेश में मार्च से गर्मी के सीजन की शुरुआत हो जाती है। इसी ट्रेंड के अनुसार अगले 3 महीने तेज गर्मी पड़ेगी। मौसम विभाग ने मई तक 15 से 20 दिन हीट वेव चलने का अनुमान जताया है। अप्रैल-मई में 30 से 35 दिन तक गर्म हवा चल सकती है।

जिस तरह दिसंबर-जनवरी में सर्दी और जुलाई-अगस्त में सबसे ज्यादा बारिश होती है, उसी तरह गर्मी के दो प्रमुख महीने अप्रैल और मई हैं। इस बार मार्च के दूसरे पखवाड़े में पारा 41 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच चुका है। मार्च महीने के आखिरी में ही टेम्प्रेचर बढ़ने लगता है, लेकिन इस बार ऐसा मौसम नहीं रहा। आखिरी 3 दिन वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) और साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम की वजह से पारे में गिरावट हुई। अप्रैल के पहले पखवाड़े में मौसम का असर मिला-जुला रहेगा।

रविवार को खरगोन के महेश्वर में दोपहर में ओले गिरे। सतना में सुबह तेज बारिश हुई थी।

रविवार को खरगोन के महेश्वर में दोपहर में ओले गिरे। सतना में सुबह तेज बारिश हुई थी।

अब जानिए, 10 साल की डेटा बेस्ड स्टडी के बारे में मध्यप्रदेश में अप्रैल के दूसरे पखवाड़े से गर्मी का असर तेज होने लगता है। महीने के आखिरी दिनों में तो तापमान रिकॉर्ड तोड़ देता है। भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर के 10 साल की डेटा बेस्ड स्टडी में सामने आया कि भोपाल-इंदौर में पारा 43 डिग्री तक पहुंचा जबकि जबलपुर में आंकड़े ने 44 डिग्री को छू लिया। ग्वालियर में तो तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच चुका है। पिछले तीन साल इन शहरों में तेज गर्मी पड़ी। इस बार भी तापमान में बढ़ोतरी की संभावना है।

भोपाल: 1996 में पड़ी थी सबसे ज्यादा गर्मी, बारिश भी हुई अप्रैल में गर्मी के ट्रेंड की बात करें तो भोपाल में 29 अप्रैल 1996 को अधिकतम तापमान 44.4 डिग्री सेल्सियस पहुंचा था। इस महीने भोपाल में बारिश-आंधी के आसार भी बनते हैं। यही कारण है कि पिछले कुछ सालों से अप्रैल में बारिश का दौर चल रहा है।

20 अप्रैल 2013 को भोपाल में 24 घंटे के भीतर 30.8 मिमी यानी एक इंच से ज्यादा बारिश हुई थी। वहीं, 2023 में 22.6 मिमी पानी गिरा था। 17-18 अप्रैल को तापमान 40.9 डिग्री सेल्सियस रहा था।

इंदौर में पिछले साल गिरा था 22.3 मिमी पानी इंदौर में भी पारा 44 डिग्री के पार पहुंच चुका है। मौसम विभाग के अनुसार, 25 अप्रैल 1958 को सर्वाधिक 44.6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था। इस महीने यहां भी मौसम में बदलाव देखने को मिलता है। इसके चलते बादल छाए रहते हैं तो बौछारें भी गिरती हैं।

इंदौर में पिछले साल 22.3 मिमी बारिश हुई थी। वर्ष 2014 से 2024 के बीच 6 साल बारिश हो चुकी है।

जबलपुर में तेज गर्मी का ट्रेंड जबलपुर की बात करें तो यहां एक बार पारा 45 डिग्री सेल्सियस के पार रहा है। मौसम विभाग के अनुसार 28 अप्रैल 1970 को दिन का तापमान 45.4 डिग्री रहा था। अप्रैल में यहां भी बारिश होने की संभावना रहती है।

रिकॉर्ड के अनुसार, 3 अप्रैल 1935 को 24 घंटे के भीतर 50.3 मिमी बारिश हुई थी, जो दो इंच के करीब है। 2023 में 20.2 मिमी बारिश हुई थी। इस साल 19 अप्रैल को अधिकतम तापमान 40.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा था।

ग्वालियर में पड़ती है सबसे ज्यादा गर्मी ग्वालियर में अप्रैल की गर्मी का ट्रेंड बाकी शहरों से अलग रहता है। यहां ज्यादा गर्मी पड़ती है। बीते 10 साल में यहां पारा एक बार 45 डिग्री और 3 बार 44 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच चुका है। 28 अप्रैल 1958 को तापमान 46.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।

एक दिन में सर्वाधिक बारिश होने का रिकॉर्ड वर्ष 1909 में बना था। 22 अप्रैल को कुल 67.6 मिमी बारिश हुई थी। इसी साल अप्रैल महीने में साढ़े 4 इंच पानी गिरा था। 2023 में भी बारिश हुई थी।

उज्जैन में भी गर्मी, बारिश का ट्रेंड उज्जैन में भी अप्रैल महीने में गर्मी और बारिश का ट्रेंड रहता है। 18 अप्रैल 2010 को तापमान रिकॉर्ड 45.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा था। वहीं, 2014 से 2023 के बीच दो बार पारा 43 डिग्री के पार जा चुका है। पिछले साल एक बार तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा था। वहीं, पूरे महीने 1 इंच से अधिक बारिश दर्ज की गई थी।

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