Home अजब गजब भेड़ के बालों से तैयार होता है कंबल, झारखंड और कोलकाता में...

भेड़ के बालों से तैयार होता है कंबल, झारखंड और कोलकाता में पिछले 10 वर्षों से सप्लाई, इतनी हो रही है कमाई

41
0

[ad_1]

Agency:News18 Bihar

Last Updated:

औरंगाबाद की प्रतिमा देवी और कविता देवी भेड़ से कंबल और आसनी बनाती हैं, जिनकी कोलकाता, रांची और दिल्ली में भारी डिमांड है. इस व्यवसाय से उन्हें सालाना 3 लाख रुपए की कमाई होती है.

X

भेड़

भेड़ से कंबल का निर्माण

हाइलाइट्स

  • औरंगाबाद के कंबल और आसनी की भारी डिमांड है.
  • महिला उद्यमियों ने 2 लाख का लोन लेकर व्यवसाय शुरू किया.
  • कंबल और आसनी से सालाना 3 लाख की कमाई होती है.

औरंगाबाद : औरंगाबाद जिले के ओबरा का कालीन जो कभी राष्ट्रपति भवन कि शोभा बढ़ाता था अब यहां के भेड़ से निर्मित कंबल और आसनी प्रदेश सहित कई अन्य प्रदेशों में भारी डिमांड में हैं. बता दें औरंगाबाद जिले के नवीनगर प्रखंड कि प्रतिमा देवी और कविता देवी के द्वारा भेड़ से निर्मित कंबल और आसनी का निर्माण किया जाता हैं जिसकी अन्य प्रदेशों में भारी डिमांड हैं.

कंबल और आसनी का भारी डिमांड
महिला उद्यमी प्रतिमा देवी और कविता देवी ने बताया कि उनके द्वारा यह काम पिछले 10 वर्षों से किया जाता आ रहा हैं लेकिन इससे पहले उनके पूर्वज भी इस तरह का काम करते थे. उन्होंने कहा कि उनके द्वारा इस काम को कई सालों से किया जाता था जिसके बाद व्यापारी द्वारा औने पौने दाम पर इसकी खरीद किया जाता था. इससे कई दफा तो मुनाफा कमाना भी मुश्किल हो जाता था. उन्होंने बताया कि भेड़ के कंबल और आसनी, चादर निर्माण करने के लिए 2000 से अधिक भेड़ का पालन करती हैं.

लोन लेकर शुरु किया व्यवसाय
महिला उद्यमी कविता देवी ने बताया कि भेड़ के बाल से कम्बल बनाने में लगभग 50- 60 दिनों का समय लगता हैं. उसके लिए उनके पास कंबल बिनने की मशीन भी हैं. कविता देवी ने बताया कि जीविका दीदियों कि सलाह पर उन्होंने समूह से 2 लाख रुपए का लोन लिया और खुद का व्यवसाय करना शुरू किया. जीविका के माध्यम से उनके द्वारा निर्मित कंबल, चादर और आसनी को जिला और प्रदेश स्तर पर पहचान मिलना शुरु हो गया.

5 से अधिक महिलाएं करती हैं काम
उद्यमी प्रतिमा देवी ने बताया कि उसके बाद उन्होंने इसका काम बढ़ाना शुरू कर दिया. अब उनके पास 5 से अधिक महिला मजदूर काम करती हैं. वहीं उन्होंने 5 हजार से अधिक भेड़ों का पालन शुरू कर दिया हैं. बता दें उनके द्वारा बनाए गए कंबल और आसनी को कोलकाता और रांची दिल्ली में सप्लाई किया जाता हैं. इस व्यवसाय से दोनों महिला उद्यमी को सालाना का 3 लाख रुपए कि कमाई होती हैं.

homebusiness

औरंगाबाद में भेड़ की बालों से तैयार होता हैं कंबल, झारखंड और कोलकाता सप्लाई

[ad_2]

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here