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पीड़ित महिला
– फोटो : अमर उजाला
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देश में मुस्लिम समुदाय की महिलाओं की दशा सुधारने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तीन तलाक कानून बनाया गया था, जिसे महिलाओं द्वारा जश्न के साथ स्वागत किया गया था। शुरुआती दौर में इसके सार्थक नतीजे भी देखने को मिले। लेकिन छतरपुर जिले में एक मुस्लिम युवक प्रधानमंत्री के तीन तलाक कानून को ठेंगा दिखा रहा है।
बता दें कि युवक द्वारा पहले मारपीट कर महिला को घर से निकाला गया और बाद में मौखिक तलाक देकर दूसरी जगह निकाह कर लिया। वहीं, अब इसके बाद महिला एसपी आफिस न्याय की गुहार लगाते पहुंची है, जहां उनके साथ समाजसेवी एवं राष्ट्रीय मानव अधिकार सेवा संगठन की जिला अध्यक्ष नेहा सिंह भी थीं।
पुलिस अधीक्षक कार्यालय आवेदन लेकर पहुंची सोफिया यासमीन ने बताया कि उसका विवाह 21 जनवरी 2014 को धूमधाम के साथ शहर के संस्कार वाटिका मैरिज गॉर्डन से हुआ था। पिता द्वारा हैसियत के अनुसार तकरीबन 15 से 18 लाख रुपये की शादी की गई। शादी के कुछ समय तक तो सब कुछ ठीक-ठाक रहा। लेकिन उसके बाद पति अब्दुल वाहिद उर्फ गुड्डू, सास नजमा खातून, देवर सद्दाम हुसैन और ननद नगमा खातून, असमा खातून द्वारा दहेज सहित अन्य मांगें करते हुए शारीरिक एवं मानसिक रूप से परेशान करना शुरू कर दिया गया। कई बार पीड़ित महिला थाने से लेकर कोर्ट तक गई, लेकिन फिर राजीनामा करने के बाद ससुराली जनों द्वारा महिला को प्रताड़ित किया गया और करीब ढाई साल पहले मारपीट कर उसे घर से निकाल दिया गया।
नहीं किए बच्चे पैदा, फोन पर ही बोला तीन तलाक
महिला के मुताबिक, शादी के बाद से लेकर अब तक (10 साल गुजरने के दौरान) उसने उससे बच्चे पैदा नहीं नहीं किए। हम कहते थे तो वह कहता था वह बच्चे नहीं चाहता और अगर जरूरत पड़ी तो हम बच्चा एडॉप्ट कर लेंगे, जिससे प्रतीत होता है कि वह प्लानिंग के साथ ऐसा कर रहा था। और अब उसने मुझे तलाक कहकर चुपचाप निकाह कर लिया। मैंने जब उससे बात की तो उसने फोन पर भी तीन बार तलाक बोलकर मामले से पल्ला झाड़ लिया।
कर लिया दूसरा निकाह
वहीं, अब महिला के मुताबिक अजयगढ़ तहसील के अमर्छी गांव में रहने वाली लड़की के साथ दूसरा निकाह कर लिया है, जिसके निकाह के दस्तावेज भी महिला के पास हैं। महिला के मुताबिक, ससुराल पक्ष के लोगों द्वारा कई बार उनके पिता मां के साथ भी मारपीट की गई और लगातार जान से मारने की धमकियां देते रहते हैं। इसके अलावा लगातार तलाक भी मांग रहे हैं। महिला पुलिस अधीक्षक को शिकायती आवेदन देते हुए अपने और अपने माता-पिता की जान माल की सुरक्षा की गुहार लगाते हुए मांग की है कि ऐसे आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए।
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