Gurjar disturbance in Gwalior: 10 accused arrested | अबतक पकड़े जा चुके हैं 21 उपद्रवी, युवाओं को भड़काने वाले हुए अंडर ग्राउंड

ग्वालियर34 मिनट पहले
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कलेक्ट्रेट में ऐसे घुसी थी उपद्रवियों की भीड़
- मामला कलेक्ट्रेट पर हंगामा, तोडफ़ोड़ का
ग्वालियर में दो दिन पहले गुर्जर महाकुंभ में भड़काऊ भाषण के बाद उग्र हुए गुर्जर युवाओं ने कलेक्ट्रेट में जमकर उपद्रव मचाया था। जिस पर पांच FIR में 700 के लगभग उपद्रवियों पर मामला दर्ज किया गया था। जिनमें बसपा सांसद, कांग्रेस और सपा विधायक के अलावा कई आगामी विधानसभा चुनाव के दावेदारों के नाम भी शामिल है। इस उपद्रव में पुलिस ने मंगलवार को यादव समाज के रुपेश यादव सहित 11 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इस मामले में बुधवार को दस नए उपद्रवी पकड़े गए हैं। जिनको कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने 40 से ज्यादा उपद्रवियों को चिन्हित कर उनकी पहचान कर ली है। पर भड़काऊ भाषण देने और युवाओं को उकसाने वाले तथा कथित नेता अभी भी पकड़ में नहीं आए हैं।

कार को तोड़ते हुए उपद्रवी
दो दिन पहले ग्वालियर के फूलबाग मैदान पर गुर्जर महाकुंभ के बाद रैली के रूप में एकत्रित होकर कलेक्ट्रेट ज्ञापन देने गए गुर्जर युवा गेट पर रोके जाने के बाद अचानक उम्र हो गए। जिसके बाद उन्होंने 200 के लगभग वाहनों में तोड़फोड़ की है। पुलिस कर्मियों से मारपीट की है। उपद्रव के दौरान पकड़े गए 11 उपद्रवी न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिए हैं और बुधवार को अलग-अलग इलाकों में दबिश देकर दस अन्य को हिरासत में लिया है। रात भर पुलिस ने गुर्जर बाहुल्य इलाकों में दबिश देकर उपद्रवी तलाश किए हैं, लेकिन वह हाथ नहीं आए। CCTV फुटेज और हंगामे के दौरान बनाए गए वीडियो से पुलिस ने चालीस अन्य उपद्रवियों की पहचान की है। इनकी तलाश में पुलिस पार्टी लगाई है और संभावना है कि इन्हें जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।
क्राइम ब्रांच सहित छह टीमें लगी
उपद्रवियों को पकडऩे के लिए पुलिस के अपराध दस्ते के साथ ही विश्वविद्यालय, सिरोल, पड़ाव, घाटीगांव और बिलौआ थाना पुलिस लगी है, साथ ही पुलिस अफसर लगातार मॉनिटरिंग कर रहे है।
तेज-तर्रार अफसर और जवान लगाए
उपद्रवियों को दबोचने के लिए पुलिस ने तेज तर्रार और अच्छे नेटवर्क वाले जवान और अफसरों को लगाया है। इसके लिए दूसरे थानों में पदस्थ पुलिसकर्मियों को भी टीम में शामिल किया है।
समाज को विश्वास में लेकर सरेंडर कराने का प्रयास
नामजद आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने गुर्जर समाज के नामचीन लोगों से बातचीत करना शुरू कर दी है, जिससे आरोपी पुलिस के सामने समर्पण कर दें। इसके लिए उन पुलिसकर्मियों को लगाया गया है, जिनकी गुर्जर समाज में अच्छी पैठ है।
उपद्रव में कहां हुई चूक, पुलिस कर रही मंथन
घटना के बाद पुलिस अफसर चूक पर मंथन कर रहे हैं, क्योंकि इतना सब अचानक नहीं हुआ और चूक हुई तो अब उसकी भरपाई कैसे की जाए, इसकी भोपाल तक जानकारी मांगी जा रही है।
अफसरों ने थाम ली चुप्पी
घटनाक्रम के बाद से ही पुलिस अफसरों ने चुप्पी साध रखी है और मामले में सिर्फ गोलमोल जवाब देकर बचने का प्रयास कर रहे हंै। उपद्रव में कहां चूक हुई और किसकी लापरवाही रही इस पर कोई भी खुलकर नहीं बोल रहा है।
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