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मध्य प्रदेश के मैहर जिले की ‘अमर उजाला’ में प्रकाशित खबर का असर हुआ है। जिले के भैसरहा गांव में बीच सड़क पर मौजूद हैंडपंप को आखिरकार सड़क निर्माण कंपनी और एमपीआरडीसी के अफसरों ने हटवा दिया है। सोशल मीडिया में खबर वायरल होने के बाद रीवा कमिश्नर बीएस जामोद ने तत्काल हैंडपंप को हटाने के निर्देश दिए थे।

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इस तरह बीच सड़क पर लगा था।
– फोटो : अमर उजाला
रीवा संभागायुक्त के आदेश के बाद पीएचई विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और हैंडपंप को खोल कर रास्ते से हटा दिया। इससे विभाग ने संभावित हादसों के खतरे को भी समाप्त कर दिया। क्योंकि, जिस तरह से हैंडपंप बीच सड़क पर लगा था उससे कभी भी हादसा हो सकता था।

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रविवार सुबह शुरू हुआ नल हटाने का काम।
– फोटो : अमर उजाला
दरअसल, मध्यप्रदेश रोड़ डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन के द्वारा जिले के भैसरहा से जिगना होते हुए गोविंदगढ़ की सड़क बनाई जा रही थी। इस दौरान वहां लगे हैंडपंप को हटाए बिना ही डामरीकरण कर दिया गया, जिससे लोग अक्सर हादसे का शिकार हो रहे थे। इस तरह का अजब-गजब कारनामा करने वाले इंजीनियर और बीच सड़क पर लगे हैंडपंप की खबर बीते दिन शनिवार (17 मई) को ‘अमर उजाला’ us प्रकाशित की थी। जिसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों ने मामले को संज्ञान में लिया और तत्काल पीएचई विभाग को हैंडपंप हटाने के निर्देश दिए। रविवारा को इसे सड़क से हटा दिया गया। इससे सड़क दुर्घटनाओं की संभावना भी कम हो गई।

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लोग हो रहे थे हादसे का शिकार।
– फोटो : अमर उजाला
जल्द होगी पेयजल व्यवस्था
उपयंत्री मनीष मिश्रा ने बताया कि वरिष्ठ अधिकारियों के आदेश के बाद अभी हैंडपंप को वहां से पूरी तरह से हटा दिया गया है। संबंधित विभाग द्वारा राशि देने के बाद जल्द ही नए हैंडपंप की व्यवस्था की जाएगी, इससे ग्रामीणों की सुविधा होगी।
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