चित्रकारों ने सीखीं गोंडी पेंटिंग की विभिन्न शैली | Painters learned different styles of Gondi painting

मंडला20 मिनट पहले
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मंडला जिले में गोंडी पेंटिंग को बढ़ावा देने एवं अन्य विधा के चित्रकारों को गोंडी चित्रकला के साथ जोड़ने के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा रजा कला वीथिका परिसर में कार्यशाला आयोजित की गई। इस कार्यशाला में प्रतिभागियों को गोंडी कला की संस्कृति तथा गोंडी पेंटिंग की विभिन्न शैलियों के संबंध में जानकारी दी गई।
कार्यशाला में ग्रामीण विकास एवं महिला उत्थान संस्थान से रामकुमार सिंगोर द्वारा प्रतिभागियों को जिले के इतिहास एवं गोंडी कला की संस्कृति के बारे में परिचित करवाया गया। इसी क्रम में जिले के प्रसिद्ध गोंडी कलाकार उत्तम परतेति एवं अनूप परतेति द्वारा प्रतिभागियों को गोंडी कला की विभिन्न शैलियों के विषय में जानकारी दी। उन्होंने गोंडी कला से जुड़ी हुई रीतियों एवं ट्राइबल कल्चर से जुड़ी हुई इस कला की बारीकियां बताई।

फ्री हैंड से बनाएं पेंटिंग
उत्तम परतेति द्वारा कला का एक नमूना बनाया गया और प्रतिभागियों को सुझाव दिया गया के वो विभिन्न शैलियों का उपयोग करें और फ्री हैंड से पेंटिंग बनाएं, लेकिन उनकी पेंटिंग नमूने से अलग हो, ताकि वो अपने मन और अपनी रचनात्मकता के अनुसार इस कला को सीखें।
सभी वर्ग ने दिखाई रुचि
इस कार्यशाला में लगभग 40 प्रतिभागी रहे, जिसमें स्कूल, कॉलेज के बच्चे एवं बड़ों ने समान रूप से रुचि दिखाई। इस कार्यशाला में प्रतिभागियों द्वारा पोस्टकार्ड, ग्रीटिंग कार्ड, मटके, पेपर वेट आदि उत्पाद बनाए गए। कार्यशाला में एमजीएन फेलो कृति सिंघई, नाबार्ड, खादी ग्रामोद्योग और रेशम विभाग से अधिकारी उपस्थित रहे।


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