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एमपी में कुछ महीने से मासूम बच्चियों, महिलाओं के साथ बढ़ रहीं छेड़छाड़, यौन उत्पीड़न, दुष्कर्म की घटनाएं थम नहीं रहीं हैं। बढ़ते नाबालिग बच्चियों और महिला संबंधी गंभीर घटनाओं को रोकने के उद्देश्य से पुलिस अब ऐसे हिस्ट्री सीटर की कुंडली तैयार कर रही ह
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डीजी के निर्देश पर यह कार्रवाई प्रदेश भर के जिलों में शनिवार से शुरू हुई है। एक सप्ताह में ऐसे आरोपी, अपराधियों की कुंडली तैयार हो जाएगी।
12साल से कम उम्र की बच्चियों से रेप के आरोपियों को अलग से चिन्हित करेंगे
रेप, छेड़छाड़, पॉक्सो एक्ट के आरोपियों की जानकारी जुटाने के बाद 12 साल से कम उम्र की बच्चियों से रेप जैसी घटनाएं करने वाले आरोपी, अपराधियों को अलग से चिन्हित करेगी। उन पर भी कठोर से कठोर कार्रवाई हो सकें। इसके प्रयास किए जाएंगे।
10साल में हुए रेप, पॉक्सो, छेड़छाड़ आरोपी की जानकारी अपडेट होगी
जिले में सभी थानों में दर्ज धारा 354, 376 और पॉक्सो एक्ट के आरोपियों की कुंडली बनाई जा रही है। जिले में इन धाराओं के 1800 से अधिक आरोपी हैं।
पड़ोसी जिले को देंगे जानकारी
कई मामलों में कुछ आरोपी पड़ोसी जिले के रहने वाले होते हैं या जिले में रहकर पहले अपराध कर चुका होता है। इसके बाद वो दूसरी जगह भी वारदात को अंजाम देता है। ऐसे लोगों की जानकारी संबंधित जिलों को भेजी जाएगी।
जिलाबदर, प्रतिबंधात्मक या जमानत निरस्त की कार्रवाई करेंगे
नर्मदापुरम एएसपी आशुतोष मिश्र ने बताया
डीजी के निर्देश पर जिले में पिछले 10साल में हुए महिला संबंधित अपराध से जुड़े आरोपियों का डाटा तैयार किया जा रहा है। अभियान चलाकर एक सप्ताह में रेप, छेड़छाड़, पॉक्सो एक्ट के आरोपियों की जानकारी जुटाई जा रही है। ऐसे आरोपी जो फिर गंभीर अपराध में पकड़े जाते हैं या जमानत नियम का उलंघन करते हैं तो उनके खिलाफ जिलाबदर, जमानत निरस्त कराने या प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की जाएगी।
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