मध्यप्रदेश

Grocery operator fled during gambling raid in Gwalior | ग्वालियर में जुआ छापे के दौरान भागा किराना संचालक: 3 दिन बाद जंगल में मिला शव, परिजनों का पुलिस पर हत्या का आरोप – Gwalior News

जंगल में किराना संचालक शमशाद खान का शव मिला है।

ग्वालियर में 3 दिन पहले जुआ खेलने की सूचना पर चेकिंग करने गई पुलिस को देखकर एक किराना संचालक शमशाद खान जंगल की तरफ भाग गया था। शुक्रवार शाम को बिजौली थाना क्षेत्र के जंगल की झाड़ियां में उसका शव मिला है। इसकी सूचना वहां से गुजर रहे एक ग्रामीण ने दी थ

.

मौके पर पहुंचे मृतक के परिजनों ने पुलिस पर युवक की हत्या करने का आरोप लगाया है। परिजन का कहना है कि पुलिस ने ही उसकी हत्या कर उसके शव को जंगल में फेंका है।

बता दें कि युवक के जंगल में भागने के बाद से पुलिस के लगभग आधा सैकड़ा जवान तलाश के लिए 72 घंटे से ड्रोन और डॉग स्क्वाड से जंगल का चप्पा-चप्पा छान रहे थे। युवक के नहीं मिलने पर पुलिस का बल डबल करके तलाश की जा रही थी।

जंगल की झाड़ियां में मृत पड़ा किराना संचालक शमशाद खान का शव।

यह है पूरा मामला

ग्वालियर के इंदरगंज थाना क्षेत्र के काजल टॉकीज के पास स्थित कर्नल साहब की दोढ़ी निवासी 40 वर्षीय किराना दुकान संचालक शमशाद खान मंगलवार दोपहर 3 बजे 20 हजार रुपए लेकर घर से निकला था। उसने अपनी पत्नी मल्लिका से बड़ा गांव जाने का कहा था। वह बाइक (MP07 1335) से अपने एक दोस्त मोनू के साथ बिजौली थाना के जंगल में पहुंचा। वहां तीन अन्य दोस्तों के साथ जुआं खेल रहा था।

तभी पुलिस ने छापेमारी कर दी। शमशाद और उसके साथ जुआ खेल रहे अन्य लोग भागने लगे थे, लेकिन पुलिस ने 2 लोगों को मौके से पकड़ लिया था। जबकि शमशाद उसका दोस्त मनु और एक अन्य लोग भाग निकले। शमशाद पुलिस से डरकर भागता हुआ जंगल में चला गया। उसकी तलाश के लिए आधा सैकड़ा पुलिस जवानों की टीम बनाकर सर्चिंग कर रही थी। साथ ही ड्रोन और डॉग स्क्वाड लगाकर पूरे जंगल में 2 दिन से उसकी तलाश की जा रही थी।

जब वह नहीं मिला तो पुलिस टीम को दोगुना कर दिया गया। इस बीच शुक्रवार दोपहर को उसकी लाश मिल गई। सूचना मिलने पर शमशाद के परिजन भी मौके पर जा पहुंचे थे। परिजनों ने शमशाद की मौत पर हंगामा करते हुए पुलिस पर उसकी हत्या करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने जांच के बाद मृतक के शव को पोस्टमार्ट्म हाउस भेजकर जांच शुरू कर दी है।

जंगल में भारी संख्या में खड़ा पुलिस बल।

जंगल में भारी संख्या में खड़ा पुलिस बल।

पत्नी ने लगाया पुलिस पर पति की हत्या करने का आरोप शमशाद की पत्नी मल्लिका ने दैनिक भास्कर से बात करते हुए बताया कि उनके पति शमशाद घर से 3 बजे बड़ा गांव जाने का कहकर गए थे। वे अक्सर वहां आते-जाते थे और किराने की दुकान और गाड़ियां भी चलवाते थे। जिस दिन वह गायब हुए थे हमें सूचना मिल गई थी कि पुलिस ने जुएं के अड्डे पर छापा मारा था और उनका पति छूटकर जंगल में भाग गया है, लेकिन पुलिस वालों ने शमशाद को पकड़ लिया था और थाने पर उससे गाड़ी व पैसे भी ले लिए थे। जो शमशाद के साथ गया था वह भाग निकला था।

मेरे पति ने मोनू को फोन भी लगाया था कि मुझे पुलिस ने पकड़ लिया है। मैं और मेरे परिवार वाले भी जंगल में पति को ढूंढने गए थे। पुलिस का ड्रोन और पुलिस वाले भी उन्हें ढूंढ रहे थे लेकिन जहां आज उनके पति की बॉडी मिली है। कल वहां पर बॉडी नहीं थी, लेकिन आज हम वहां पर फिर से दोबारा गए तो वहां पर पति की बॉडी मिलने की सूचना गई।

पत्नी का यह भी आरोप है कि थाना प्रभारी प्रीति भार्गव और 2 पुलिसकर्मी कह रहे थे कि 20 हजार रुपए दे जाओ और शमशाद के साथ गाड़ी ले जाओ। जिस पर उन्होंने कहा था कि मेरा पति आएगा। वहीं, पैसे और गाड़ी लेकर जाइए। मेरे पति को पुलिस वालों ने ही मारा है इसलिए थाना प्रभारी प्रीति भार्गव और दो अन्य पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया जाए।

बता दें शमशाद की चार बेटियां और एक बेटा है। वह पूरे घर में काम करने वाला एकमात्र व्यक्ति था। पत्नी की मांगे है कि उसे एक सरकारी नौकरी दी जाए।

मृतक के घर के बाहर कड़ी पत्नी बेटियां और मोहल्ले वाले।

मृतक के घर के बाहर कड़ी पत्नी बेटियां और मोहल्ले वाले।

पुलिस बोलीं- पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट पर व्यक्ति की मौत का कारण पता चलेगा

एडिशन व्यक्ति कृष्ण लालचंदानी ने बताया कि मंगलवार को बिजली थाने पर सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति अपने घर से गायब है। जिसके आधार पर बिजौली थाना पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कर लिया था। जिस जगह जंगल में आखिरी बार व्यक्ति दिखा था उस जगह पर करीब 50 पुलिसकर्मियोंं ने मिलकर उसकी तलाश की थी। शाम को जंगल में उसका शव झाड़ियां में पड़ा हुआ मिला। काफी लंबा समय होने और जंगल में पड़े होने कारण उसकी बॉडी खराब हो गई है। उसकी मौत किन कारणों के चलते हुई है पोस्टमार्ट्म से पता चलेगा।


Source link

एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!