मध्यप्रदेश

When Babaji’s sermons were heard, the mother-in-law repented | प्रवचन सुनकर सास ने कबूली हत्या: बोली- सिर पर खून सवार था, पता नहीं चला क्या कर दिया; स्कूटी से बगीचे में फेंक आई टुकड़े – Madhya Pradesh News

मध्य प्रदेश क्राइम फाइल्स के पार्ट-1 में आपने पढ़ा कि इंदौर के सर्वोदय नगर के एक बगीचे में युवती भूमि रामचंदानी की 7 टुकड़ो में लाश मिली थी। पुलिस ने संदेह के आधार पर सास-पति, ससुर और देवर को गिरफ्तार किया। कई एंगल पर जांच की लेकिन हत्या का ठोस सबूत ह

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पुलिस को इस बात का पूरा अंदाजा था कि ससुराल के लोगों ने ही उसकी हत्या की है। मगर कैसे? इसका जवाब पुलिस को नहीं मिल रहा था। आखिर कैसे पुलिस ने हत्या की इस गुत्थी को सुलझाया..

पढ़िए आगे की कहानी

पुलिस की पूछताछ में पति मनोज ने हत्या का इल्जाम अपने सिर लेने की कोशिश की। वो पुलिस से बार-बार कहता रहा कि उसके माता-पिता ने कुछ नहीं किया है, लेकिन पुलिस को उसकी बात पर भरोसा नहीं हुआ। तभी जांच में एक नया मोड़ आया। पुलिस को यह पता चला कि घटना के समय परिवार का एक और सदस्य मौके पर मौजूद था, जिसने शायद घटना को अपनी आंखों से देखा हो।

यह सदस्य कोई और नहीं बल्कि भूमि की 13 साल की ननद थी, जो स्कूल में पढ़ती थी। पुलिस अब ननद से पूछताछ करने की तैयारी में थी, ताकि घटना के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त की जा सके। पुलिस का मानना था कि ननद के बयान से घटना के बारे में कई महत्वपूर्ण जानकारी मिल सकती है, जो हत्यारे की पहचान में मदद करेगी। पुलिस ने जब ननद से पूछताछ की तो निराशा हाथ लगी। कुछ खास पता नहीं चला।

…और सास धन्वंतरि का कबूलनामा पुलिस ने बारी-बारी से चारों संदिग्ध सास, पति, ससुर और देवर से पूछताछ की। जांच में ये साफ हो गया कि हत्या सास धन्वंतरि ने ही की है। घरेलू विवाद में उसने भूमि को मौत के घाट उतार दिया, लेकिन धन्वंतरि ने हत्या करना कबूल नहीं किया था। पुलिस के पास हत्या करने का कोई सबूत भी नहीं था।

हत्या सास ने ही की है। ये साबित करना पुलिस के सामने ये चैलेंज था। एडिशनल एसपी धर्मेंद्र चौधरी ने सास धन्वंतरि से बात की। उससे पहले उन्होंने धन्वंतरी के पूरे बैकग्राउंड के बारे में पता किया था। वह धार्मिक किस्म की महिला थी। पूजा-पाठ करती थी। राधा स्वामी सत्संग में जाती थी।

धन्वंतरी ने बताया कि वो विवाद से तंग आ चुकी थी सास धन्वंतरि ने बताया कि शाम को भूमि और उसके बीच घरेलू बात पर तीखी बहस हो रही थी। भूमि रोज ही उससे विवाद करती थी। हत्या वाले दिन उसने अपना आपा खो दिया और किचन में रखे चाकू से भूमि के पेट पर वार कर दिया। एक के बाद एक कुल 32 बार उसने वार किए। भूमि के मरने के बाद भी वार करती गई।

धन्वंतरी ने बताया कि जिस चाकू से उसने भूमि पर वार किया वो भूमि ही बैंकाक से लेकर आई थी। दरअसल, भूमि शादी के बाद हनीमून पर गई थी। वहां से वह चॉपर और चाकुओं का सेट लेकर आई थी। उसी सेट से धन्वंतरी ने भूमि के शरीर को टुकड़ों में बांटा।

घर साफ किया, लाश को पोटली में बांधकर फेंका उसने बताया कि हत्या के बाद उसने पानी से बॉडी पर लगे खून को साफ किया। घर को साफ करने में भूमि के ससुर जमनादास, पति मनोज और नाबालिग देवर ने भी साथ दिया। भूमि के शरीर से कपड़े जेवर निकाले। बेडरूम से बेडशीट निकाली और लाश के दोनों टुकड़ों की पोटली बनाई। स्कूटर पर रखकर 2 बार में बाहर गार्डन में फेंक आई।

धन्वंतरि की करतूत पर महिलाओं में गुस्सा धन्वंतरि ने जिस बेरहमी से भूमि की हत्या की थी, उसका तरीका सुनकर महिलाओं की रूह कांप गई थी। पूरे परिवार के खिलाफ लोगों में जबरदस्त गुस्सा था। सास ने कैसे बहू के दो टुकड़े किए और बगीचे में फेंक दिए।यह सुनने के बाद महिलाएं रोने लगी थीं। तब इंदौर के रीगल चौराहे से लेकर फूटी कोठी तक रामचंदानी परिवार को सख्त सजा देने के लिए प्रदर्शन हुए।

गुस्सा इतना था कि भूमि का पति मनोज जब पेशी पर आया तो लोगों ने उस पर हमला तक बोल दिया था।

अदालत ने तीनों को सुनाई उम्रकैद की सजा केस में 24 अगस्त 2007 को अपर सत्र न्यायाधीश सरिता सिंह ने इस हत्याकांड में मनोज, धन्वंतरी और जमनादास रामचंदानी को आईपीसी की धारा 302/34 के तहत उम्र कैद एवं 15-15 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई थी। धन्वंतरि को साक्ष्य छिपाने के आरोप में धारा 201 के तहत तीन साल के कठोर कारावास व पांच हजार रुपए जुर्माने की सजा भी सुनाई थी।

पुलिस ने भूमि के देवर विशाल को भी आरोपी बनाया था किंतु निचली अदालत ने उसे दोषमुक्त कर दिया था। रामचंदानी परिवार ने निचली अदालत के इस फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती दी थी, लेकिन पति अशोक, सास धन्वंतरि और ससुर जमनादास की उम्रकैद की सजा को इंदौर हाईकोर्ट बेंच ने बरकरार रखा। पिछले 18 साल से तीनों जेल में सजा काट रहे हैं।


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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