अजब गजब

VIDEO: मौत से पहले दोस्त के साथ बाइक से घर आया था सौरभ, वही रात उसकी आखिरी रात थी


हत्या से पहले बाइक से घर आया था सौरभ

मर्डर से पहले सौरभ का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है जिसमें वह अपने दोस्त के साथ बाइक से खाना लेने जा रहा था। उसे क्या पता था कि यही रात उसकी आखिरी रात होगी। वो रात थी तीन मार्च की रात और जब वह बाइक से अपने दोस्त के साथ दिख रहा है उस वक्त समय हो रहा था 11.49, यह वीडियो तभी का है। इसी के कुछ देर बाद सौरभ की उसकी पत्नी और प्रेमी ने मिलकर हत्या कर दी थी। इस वीडियो में दिख रहा है कि कत्ल से पहले आखिरी बार सौरभ अपने घर की गली में बाइक पर अपने दोस्त के साथ खाना लेकर आ रहा है। कोर्ट में एप्लिकेशन लगाकर सोमवार को मेरठ पुलिस साहिल और मुस्कान की कस्टडी ले सकती है ताकि क्राइम सीन रिक्रिएट किया जा सके। 

देखें वीडियो

क्षत विक्षत मिली थी सौरभ की डेडबॉडी

सौरभ राजपूत की हत्या की परत दर परत खुलती जा रही है। हत्या के दोनों आरोपी सौरभ की पत्नी मुस्कान और उसका प्रेमी साहिल फिलहाल जेल में हैं। दोनों ने मिलकर बेरहमी से सौरभ को मार डाला था। सौरभ की बॉडी इस हाल में नहीं थी कि उसकी मां को दिखाई जा सके। उसके शरीर के टुकड़े टुकड़े को कफन में लपेटकर परिवार के हवाले किया गया। सौरभ की मां अपने बेटे के शव को कपड़े में लिपटा देखकर बिलख बिलख कर रोने लगीं। 

कत्ल से पहले मुस्कान और साहिल ने किया था पूरा प्लान

मुस्कान और साहिल ने सौरभ को खंजर घोंपने से पहले पता किया था कि इंसान का दिल दाईं तरफ होता है या बाईं तरफ। उसके बाद मुस्कान ने चिकन काटने वाला चाकू दिल के पास सटाया और साहिल के साथ मिलकर पूरी ताकत से सौरभ के सीने पर पहला वार किया। फिर थोड़ी दूर पर दूसरा वार किया और फिर तीसरा। सौरभ को खाने में नशे की गोलियां मिलाकर दी थी जिससे वह नींद में अचेत था। चाकू के पहले वार से उसकी आंख तो खुली लेकिन आवाज नहीं निकली।

सौरभ की मौत से उपजे सवालों का मिलेगा जवाब?

मुस्कान और साहिल ने सौरभ की बॉडी से सिर और पंजे को काटकर अलग क्यों किया, बाकी शरीर को उसी घर में छोड़कर ये सिर्फ पंजे और सिर को लेकर साहिल के कमरे पर क्यों आए? पंजे और सिर का क्या तंत्रमंत्र से कोई रिश्ता है या फिर इनकी प्लानिंग में एक एक करके बॉडी पार्ट्स को ठिकाने लगाने की तैयारी थी? साहिल और मुस्कान ने मर्डर से पहले और मर्डर के बाद बचने के क्या क्या रास्ते सोचे थे?उनके कौन से प्लान अधूरे रह गए, उनकी इस प्लानिंग के क्या क्या सुराग आज भी क्राइम सीन पर मौजूद हैं? इस मर्डर मिस्ट्री में अभी बहुत कुछ ऐसा है जो जवाबों से ज्यादा सवाल खड़े कर रहा है?




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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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