वाह..क्या पापड़ बनाया! खाते ही लोग हो रहे दीवाने, एक साल में आदिवासी महिला ने खड़ा कर दिया बिजनेस

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Woman Success Story: सिमडेगा झारखंड का नक्सल प्रभावित इलाका है. लेकिन, यहां की एक महिला ने प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना से लोन लेकन पापड़ का रोजगार शुरू किया. एक साल के अंदर अपना बिजनेस जमा लिय…और पढ़ें
पापड़
हाइलाइट्स
- महिला ने इस पापड़ का व्यवसाय शुरू किया
- प्रधानमंत्री योजना से 4.30 लाख का लोन लिया
- पापड़ की डिमांड पूरे राज्य में हो रही है
हजारीबाग: रागी (मडुआ) , जिसे पहले गरीबों का अनाज कहा जाता था, अब अपने पौष्टिकता और सेहत के लिए बेहतरीन सुपर फूड बन चुका है. आमतौर पर लोग रागी के आटे से बनी रोटी या लड्डू जानते हैं, लेकिन अब इसके कई नए उत्पाद बाजार में आ रहे हैं. इन दिनों हजारीबाग में रागी के पापड़ की खूब चर्चा है, जिसे झारखंड की सिमडेगा जिले की एक महिला बेचने के लिए हजारीबाग पहुंची हैं.
सिमडेगा के नक्सल प्रभावित क्षेत्र कोलेबिरा की रहने वाली कुलीन होरो इन दिनों हजारीबाग में रागी के पापड़ बेचने पहुंची हैं. उन्होंने शहर के कर्जन ग्राउंड में अपना स्टॉल सजाया है. उनके द्वारा तैयार पापड़ लोगों को इतना पसंद आ रहा है कि उनके स्टॉल पर भीड़ उमड़ रही है. देखते ही देखते उनका प्रोडक्ट हाथों हाथ बिक रहा है. पापड़ की कीमत 80 रुपये का 200 ग्राम है.
लोन से शुरू किया कारोबार, अब बनी पहचान
कुलीन होरो ने लोकल 18 से बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के तहत 4.30 लाख रुपये का लोन लिया और 2024 के मार्च में रागी के पापड़ बनाने का काम शुरू किया था. उनका कारोबार बहुत तेजी से बढ़ा और अब उनकी पहचान एक सफल महिला उद्यमी के रूप में हो रही है. पापड़ को तैयार करने और बेचने में उनके परिवार ने इस सफर में उनका पूरा साथ दिया. आज उनके पापड़ की डिमांड पूरे राज्य भर में हो रही है.
महिलाओं को कर रहीं प्रेरित
आगे बताया, रागी पापड़ बाजार के लिए बिल्कुल नया है. इस पापड़ की इतनी मांग है कि उसे पूरा करना मुश्किल हो रहा है. काम में व्यस्तता की वजह से वे अपने बच्चों को ज्यादा समय नहीं दे पातीं, लेकिन अब वे चाहती हैं कि और महिलाएं भी इस व्यवसाय से जुड़ें. वे दूसरी महिलाओं को सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने और खुद का व्यवसाय शुरू करने के लिए प्रेरित कर रही हैं.
स्वादिष्ट के साथ सेहतमंद सुपर फूड
रागी यानी फिंगर मिलेट पोषक तत्वों से भरपूर अनाज है, इसे मड़ुआ भी कहा जाता है. मडुआ आज किसी सुपरफूड से कम नहीं है. इससे बनी चीजें स्वादिष्ट होने के साथ सेहत के लिए भी फायदेमंद होती हैं. कुलीन होरो के बनाए पापड़ लोगों को इतने पसंद आ रहे हैं कि वे इसे पूरे राज्य में बेच रही हैं. उनकी इस सफलता ने यह साबित कर दिया है कि सही अवसर और मेहनत से कोई भी अपने सपनों को साकार कर सकता है.
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