first engineer to invent machine that move from your mind

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दिल्ली के दीपक खत्री ने DIY न्यूरोसाइंस किट बनाकर स्टार्टअप Upside Down Labs शुरू किया. यह किट मस्तिष्क और मांसपेशियों के सिग्नल रिकॉर्ड करती है. 22 देशों में मांग के साथ उन्होंने करोड़ों का रेवेन्यू अर्जित किय…और पढ़ें
दिल्ली के लड़के ने बनाया भारत का पहला न्यूरोसाइंस किट और बना रहे 2 करोड रेवेन्यू
दिल्ली- दिल्ली के रहने वाले दीपक खत्री ऐसा टैलेंट हैं, जो न केवल भारत में, बल्कि पूरी दुनिया में बहुत कम लोगों के पास है. दीपक ने DIY न्यूरोसाइंस किट तैयार की है और अप-साइड डाउन लैब्स नाम से अपना स्टार्टअप भी चला रहे हैं.
कैसे आया इस किट का आइडिया?
दीपक ने 2016 में अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान नेताजी सुभाष इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, दिल्ली में एक TED Talk देखा. इस वीडियो में न्यूरोसाइंटिस्ट ग्रेग गेज ने एक DIY न्यूरोसाइंस किट की मदद से दूसरे व्यक्ति के हाथ को नियंत्रित किया. यहीं से दीपक को यह किट बनाने की प्रेरणा मिली.
कैसे काम करती है यह DIY न्यूरोसाइंस किट?
यह विशेष किट किसी भी व्यक्ति के-
- हृदय (ECG)
- मांसपेशियों (EMG)
- आंखों (EOG)
- मस्तिष्क (EEG)
के बायोपोटेंशियल सिग्नल्स रिकॉर्ड करने में सक्षम है. इसका उपयोग:
- दिव्यांगों की सहायता
- बच्चों को रोबोटिक्स, कंप्यूटर साइंस और इलेक्ट्रॉनिक्स सिखाने
- मस्तिष्क से दिए गए निर्देशों को डिवाइस के जरिए नियंत्रित करने के लिए किया जाता है.
उदाहरण के तौर पर, एक व्यक्ति DIY किट से जुड़े सेंसर की मदद से सिर्फ हाथ के इशारे से लैपटॉप में गेम भी खेल सकता है.
दुनियाभर में मांग और शानदार रेवेन्यू
दीपक के स्टार्टअप Upside Down Labs का सफर अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंच चुका है.
- पिछले साल ₹70 लाख का रेवेन्यू
- इस साल लक्ष्य ₹2 करोड़ का कारोबार
- 22 से अधिक देशों में इस किट की मांग
किट की कीमत और उपलब्धता
दीपक खत्री की किट Amazon India और उनकी वेबसाइट Upside Down Labs पर उपलब्ध है.
- बेसिक किट की कीमत ₹5,899
- एडवांस्ड किट की कीमत ₹8,799
भारतीय टैलेंट की नई पहचान
दीपक खत्री जैसे युवा भारतीय नवाचार और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में नया अध्याय लिख रहे हैं. उनका सफर उन सभी युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो अपने विचारों को हकीकत में बदलना चाहते हैं.
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