रांची में गैंगस्टर अमन साहू के एनकाउंटर के बाद मयंक और राहुल का आतंक

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Aman Sahu News: रांची में गैंगस्टर अमन साहू के एनकाउंटर के बाद अब सवाल यह है कि आखिर इस गैंग का संचालन कौन करेगा. अब एक फेसबुक पोस्ट से इस बात के संकेत मिले हैं कि इसका नया लीडर होने वाला है. इस बीच झारखंड पुलि…और पढ़ें
ऐसे संकेत हैं कि अमन साहू गैंग का संचालन अब मयंक सिंह और राहुल सिंह करेगा. (अमन साहू की फाइल तस्वीर)
रांची. गैंगस्टर अमन साहू के एनकाउंटर के साथ ही आतंक का एक अध्याय समाप्त हो गया, लेकिन क्राइम की दुनिया का यह सिर्फ एक चैप्टर भर था.दरअसल, क्राइम की कहानी वाली किताब के कई पन्ने अभी बाकी हैं और कई चैप्टर भी अभी खुलेंगे. दरअसल, यह बात इसलिए कही जा रही है कि अमन साहू की मौत के बाद अब गैंग के संचालन करने वालों की चर्चा होने लगी है. बताया जा रहा है कि अब इस गैंग का संचालन मयंक सिंह और राहुल सिंह करेंगे. इसके संकेत इस बात से लग रहे हैं कि मयंक सिंह ने प्रेस रिलीज जारी कर अमन साहू के मुठभेड़ को फेक करार दिया है. बताया जा रहा है कि अमन साहू का जेल में रहना इस गिरोह के अन्य सदस्यों के लिए एक कमजोर कड़ी थी. अब अमन साहू की मौत के बाद अमन साहू गैंग का आतंक और बढ़ सकता है. राहुल सिंह के फेसबुक अकाउंट से इसको लेकर प्रेस रिलीज भी जारी किया गया है.अब सबके मन में यही सवाल है कि आखिर यह मयंक सिंह और राहुल सिंह कौन हैं और ये अमन साहू के कितने करीबी थे? इसकी जानकारी आगे रिपोर्ट में पढ़िये.
दरअसल, मयंक सिंह वो नाम है जिस नाम के सहारे ही अमन साहू गिरोह की सारी आतंक की बिसात बिछती थी. इस नाम के जरिये ही अमन साहू गिरोह के द्वारा थ्रेटनिंग कॉल, मैसेज और रंगदारी की मांग की जाती थी. हालांकि, पुलिस की फाइलों में मयंक सिंह एक छद्म नाम है और इसके पीछे अमन साहू का खास सुनील मीणा है, जो वर्तमान में अज़रबैजान की जेल में बंद है. बता दें कि सुनील मीणा के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था जिसके बाद उसे अज़रबैजान के बाकी एयरपोर्ट पर गिरफ्तार किया गया था. फिलहाल उसके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया भी अंतिम चरण में है.सुनील मीणा के राजस्थान स्थित घर में झारखंड एटीएस के द्वारा कुर्की जब्ती भी की गई थी.
वहीं, राहुल सिंह एक ऐसा नाम है जो हाल के दिनों में उभरा है और वह अमन साहू गैंग के साथ मिलकर काम कर रहा था. घटना की जिम्मेवारी को लेकर प्रेस रिलीज जारी करना हो या फिर दहशत फैलाने के लिए भी सोशल मीडिया के जरिए कार्य करता था. बता दें कि राहुल सिंह के पास AK 47 जैसे हथियार भी हैं, जिसकी नुमाइश वो सोशल मीडिया में किया करता था. जानकारी के अनुसार बरियातू में विपिन मिश्रा पर हमले की साजिश का मास्टर माइंड राहुल सिंह ही था.
इस पूरे मामले पर झारखंड पुलिस महानिदेशक अनुराग गुप्ता ने कहा है कि अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करना पुलिस बलों की पहली प्राथमिकता है, लेकिन पुलिस हिंसा करना नहीं चाहती. वहीं, उन्होंने कहा कि अमन साहू गैंग से जुड़े हर आरोपी की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है. इसे लेकर ही एटीएस के द्वारा अमन के 21 गुर्गों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. वहीं, उन्होंने कहा कि मयंक सिंह हो या राहुल सिंह किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.
Ranchi,Jharkhand
March 12, 2025, 20:09 IST
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