Preparations for Rakshabandhan festival begin | रक्षाबंधन पर्व की तैयारी शुरू: 10 से 15 प्रतिशत तक बढ़े राखियों के दाम, फिर भी बढ़ी मांग – Seoni News

स्वतंत्रता दिवस के बाद बहन-भाई के बीच स्नेह और प्यार के प्रतीक रक्षा बंधन पर्व आने में अब केवल 4 दिन शेष रह गए हैं। बाजार में राखियों की दुकानें भी सज गई हैं। इनमें महंगाई की मार का असर भाई-बहन के पवित्र रिश्ते पर नहीं दिख रहा है।
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बाजार में बड़ी संख्या में बहनें भाई की कलाई में बांधने के लिए राखी खरीदने पहुंच रही हैं। इसके कारण बाजार में रौनक बढ़ गई है। बाजार में रौनक दिखाई दे रही है। आसपास के गांवों से आए ग्रामीण भीे बाजार में सजी रंग बिरंगे राखी की दुकानों से राखी व पर्व से संबंधित वस्तुओं की जमकर खरीददारी कर रहे हैं।
बाजार में है इन राखियों की मांग
राखी विक्रेता दिनेश नामदेव, संजय नाविक और अजय सेन ने बताया है ने बताया कि इस वर्ष राखी के दाम 10 से 15 प्रतिशत तक बढ़े हैं। इसके बाद भी बिक्री पर ज्यादा असर नहीं दिख रहा है। इस साल फैंसी राखी की मांग अधिक है।
ग्राहकों की मांग को ध्यान में रखते हुए प्रर्याप्त मात्रा में फैंसी राखी दुकान में उपलब्ध हैं। दुकान में सस्ती और महंगी से महंगी राखी बिक रही है। बच्चों के लिए लाइट वाली राखियां, कार्टून वाली राखियां और खिलौने वाली राखियों के दाम बढ़ गए हैं। दुकानदारों ने बच्चों के लिए रंग-बिरंगी और कार्टून और लाइट-अप राखियां लगाई हैं। ये बचों को लुभा रही हैं। वहीं ज्वेलर्स को भी सोने-चांदी की राखी बनाने का आर्डर मिल रहे हैं।
महंगाई के बाद भी बढ़ी भीड़
दुकानदारों बताया कि पिछले महंगाई के बाद भी बाजार में बहनें बड़ी संख्या में खरीदी करने पहुंच रही हैं। राखियां, रुमाल के अलावा चूड़ी और सजने संवरने की बस्जुओं को लेकर भी महिलाएं खरीदारी करने आ रही है।
साड़ी, सूट से लेकर तरह-तरह के फैशन से जुड़े परिधान लेने के लिए उत्साह बना हुआ है। नारियल, मिठाई श्रंगार सामग्री की खरीददारी करने के लिए दुकानों में ग्रामीणों की भीड़ नजर आ रही है। महिला वर्ग में कोन वाली मेंहदी की मांग अधिक हैं।
बाजार में लौटी रौनक
विवाह के सीजन की समाप्ति के बाद अब एक बार फिर बाजार में रक्षाबंधन पर्व के पूर्व त्योहारी बाजार में रौनक लौट आई है। आसपास के गांवों से ग्रामीण पर्व की तैयारियों के लिए खरीददारी करने पहुंच रहे हैं। रक्षा बंधन पर्व के लिए बाजार में स्थानीय व्यापारियों के अलावा बाहर से आए दुकानदारों ने भी अपने अपने दुकानों को राखी से सजाया है।
पर्व को लेकर बाजार में मिठाई की दुकानें सजने लगी हैं। वहीं रेडीमेड कपड़ों के लिए भी लोगों की भीड़ उमड़ रही है। ग्रामीण अंचल के बाजार में भी रौनक दिखाई दे रहीं है। भाई-बहन के पवित्र बंधन का पर्व रक्षाबंधन ज्यों-ज्यों नजदीक आता जा रहा है, त्यों-त्यों बाजार में रौनक बढ़ती जा रही है। शहर ही नहीं बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी रंग बिरंगी राखियों की अस्थायी दुकानें सज गई हैं।

विदेशों में भेजी जा रही राखी, समाप्त हो गए लिफाफे
रक्षा बंधन पर्व पर विदेशों में रहने वाले भाइयों की कलाई सूनी ना रहे। इसके लिए एक सप्ताह पूर्व से बहने डाकघर में राखी पोस्ट करने पहुंच रही हैं। प्रधान डाकघर में पदस्थ पोस्टमास्टर आरके बाघाड़े ने बताया है कि पिछले करीब आठ दिनों से कम से कम एक राखी विदेश भेजने के लिए आ रही है।
इसके अलावा हर दिन 5 सौ से अधिक राखियां अन्य स्थानों पर पोस्ट करने के लिए आ रही हैं। इससे डाकघर में भीड़ बढ़ गई है। उन्होंने बताया कि इस साल मांग अधिक होने के कारण वाटरफ्रूफ लिफाफे समाप्त हो गए है। इस साल पहले दो सौ और इसके बाद पांच सौ लिफाफे आए थे। सभी लिफाफे की बिक्री हो चुकी है।
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