अजब गजब

वसूली के लिए 7 फर्जी ED अफसरों ने मारा था छापा, फिर कुछ ऐसा हुआ कि कार भी छोड़कर भाग गए

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ED ने पूरे मामले को लेकर बयान जारी किया है।

नई दिल्ली: दक्षिणी दिल्ली के छतरपुर इलाके में 5 करोड़ रुपये की वसूली के लिए फर्जी ED अफसरों ने पहले तो छापा मारा, फिर कुछ ऐसा हो गया कि उन्हें अपनी कार तक छोड़कर भागनी पड़ी। ED ने शुक्रवार को इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि दिल्ली पुलिस ने खुद को ED का अधिकारी बताकर DLF फार्म इलाके में रह रहे एक शख्स के खिलाफ ‘फर्जी’ छापा मारने और उससे 5 करोड़ रुपये की जबरन वसूली की कोशिश करने को लेकर 7 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। 

‘21 अक्टूबर की रात 2 कारों में सवार होकर आए थे’

ED ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर कहा कि उसे 22 अक्टूबर को दोपहर करीब 12 बजे खबर मिली कि ‘कुछ लोग खुद को ED अधिकारी बताकर दक्षिण दिल्ली के छतरपुर इलाके में अशोका एवेन्यू, DLF फार्म्स में फर्जी ED तलाशी कर रहे हैं। उसे यह भी बताया गया कि फर्जी ED अधिकारी पीड़ित को उसके बैंक खाते से 5 करोड़ रुपये निकालने के लिए हौज खास स्थित कोटक बैंक की शाखा में ले गए हैं, ताकि ED छापे के नाम पर यह राशि निकाली जा जा सके।’ पीड़ित ने ED और पुलिस अधिकारियों को बताया कि 21 अक्टूबर की रात 2 कारों में सवार होकर 7 लोग उसके घर आए और दावा किया कि वे ED के अधिकारी हैं जो छापा मारने आए हैं।

‘फर्जी अधिकारियों ने पीड़ित के घर पर गुजारी रात’

पीड़ित ने अधिकारियों को बताया कि 3 लोगों ने उससे बातचीत की, जबकि बाकी लोगों ने चेहरे पर मास्क लगा रखा था। ED ने बताया कि ठगों ने पीड़ित से पूछा कि वह अपने बैंक खाते से नियमित रूप से कैश क्यों निकाल रहा है। एजेंसी ने कहा कि उन्होंने उसे उसके पुराने बैंक खाते के कुछ चेक भी दिखाए और ‘फर्जी’ ED अधिकारियों ने उसे धमकी दी कि अगर वह उन्हें करोड़ों रुपये नहीं देगा तो वे उसे गिरफ्तार कर ले जाएंगे। एजेंसी के मुताबिक, पीड़ित ने ठगों से कहा कि कि पैसे अगली सुबह ही बैंक से निकाले जा सकेंगे, इसलिए फर्जी अधिकारी उस रात पीड़ित के घर पर ही रुक गए।

‘गेट बंद होने के चलते आरोपी कार नहीं ले जा सके’

ED के मुताबिक, जब ठग अगले दिन उस व्यक्ति को बैंक ले गए तो वह इस बीच अपने वकील को संदेश भेजने में ‘कामयाब’ हो गया, जो जल्द ही बैंक पहुंच गया और उसने ठगों से पहचान पत्र दिखाने को कहा। ED ने कहा, ‘फर्जी ED अधिकारियों को पकड़े जाने का शक हुआ और वे बैंक मैनेजर द्वारा बैंक का गेट बंद किए जाने से पहले ही भाग गए।’ ED ने बताया कि पीड़ित के घर पर ही रुके कुछ अन्य ठग भी बैंक में हुई घटना की भनक लगते ही भाग गए, लेकिन घर के गेट बंद होने के चलते वे अपनी कार नहीं ले जा सके। 

‘घर पर खड़ी हुई कारों को जब्त किया गया’

इसके बाद एजेंसी के अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई और वे पुलिस के साथ बैंक पहुंचे। ED ने कहा कि पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है, पीड़ित का बयान दर्ज कर लिया है और उसके घर पर खड़ी कारों को भी जब्त कर लिया है।

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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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