मध्यप्रदेश

behind the scenes story full film | पर्दे के पीछे की कहानी पूरी फिल्मी: लोकायुक्त का कोर्ट में वादा- सौरभ को तो सरकारी दामाद बनाकर रखेंगे – Bhopal News


घटनाक्रम करोड़पति सिपाही सौरभ, उसके सहयोगी चेतन व शरद 5 घंटे के भीतर लोकायुक्त पुलिस की जद में; 4 फरवरी तक रिमांड पर

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सुबह 11:15 बजे – सौरभ शर्मा परिवहन विभाग की काली कमाई से धनकुबेर बने पूर्व आरक्षक सौरभशर्मा को लोकायुक्त पुलिस ने मंगलवार को पकड़ ही लिया। सोमवार को सरेंडर का आवेदन देने के बाद मंगलवार सुबह सरेंडर के लिए कोर्ट पहुंच रहे सौरभ को 11:15 बजे लोकायुक्त पुलिस ने रास्ते से ही उसे पकड़ लिया। उसके 5 घंटे के भीतर सौरभ के उन दो सहयोगियों चेतन सिंह गौर व शरद जयसवाल को भी पकड़ लिया गया।

दोपहर 3:30 बजे- चेतन लोकायुक्त पुलिस चेतन को पकड़कर लाई। उसी की कार में आयकर को मेंडोरी स्थित खाली प्लॉट से 52 किलो सोना व 11 करोड़ नकदी मिली थी। सौरभ व चेतन 7 दिन की न्यायिक हिरासत में।

शाम 4 बजे – शरद शरद जायसवाल वकील के साथ लोकायुक्त कार्यालय पहुंचा। उसके मुताबिक वह समन पर बयान दर्ज कराने आया है। शरद को भी गिरफ्तार कर लिया। उसे बुधवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।

23 दिसंबर को दुबई से आ गया था सौरभ, फिर दिल्ली और उत्तराखंड घूमता रहा

करोड़पति सिपाही सौरभ शर्मा सोमवार को जांच एजेंसियों (लोकायुक्त पुलिस, आयकर विभाग और ईडी) को धत्ता बता कोर्ट पहुंचा। सरेंडर का आवेदन दिया और फिर चला गया। कहां गया-पता नहीं। सोमवार रात 11 बजे तक लोकायुक्त पुलिस के हाथ खाली ही थे। इसके बाद वह मंगलवार को लोकायुक्त पुलिस की पकड़ में आ गया।

हालांकि, उसे हिरासत में लेने की जगह और समय को लेकर भी अलग-अलग दावे होते रहे। लोकायुक्त पुलिस के मुताबिक, सौरभ को कोर्ट परिसर के बाहर से पकड़ा गया है। सौरभ के वकील राकेश पाराशर के मुताबिक, वह सरेंडर करने आ रहा था। कोर्ट लाते समय गाड़ी रोककर जबरन लोकायुक्त पुलिस ने पकड़ा है। सूत्रों के मुताबिक, सौरभ को बिट्टन मार्केट के पास एक कार से रोककर हिरासत में लिया गया।

सौरभ के ठिकानों पर 18 दिसंबर 2024 को लोकायुक्त छापे पड़े। इसी रात को सहयोगी चेतन की कार से 52 किलो सोना व 11 करोड़ रुपए नकदी मिली। इसके बाद से सौरभ पत्नी दिव्या के साथ फरार बताया जा रहा था। बताया जा रहा है कि दोनों 23 दिसंबर को दुबई से दिल्ली आ गए थे। आयकर के पत्र पर 25 दिसंबर को लुक आउट सर्कुलर जारी हुआ। सौरभकी पत्नी दिव्या ने माना कि इसके बाद दोनों दिल्ली-उत्तराखंड में रहे।

…और रखेंगे भी, सबूत ये दो तस्वीरें सौरभ के चेहरे पर शिकन तक नहीं

पहली तस्वीर : गिरफ्तारी के बाद सौरभ लोकायुक्त के दफ्तर में आराम से कुर्सी पर बैठा रहा।

दूसरी तस्वीर : लोकायुक्त पुलिस की किरकिरी हुई तो कोर्ट में पेशी के समय दो पुलिसकर्मी उसे खींचकर लाए।

कोर्ट रूम लाइव सौरभ व चेतन को शाम 5 बजे विशेष न्यायाधीश राम प्रताप मिश्र की कोर्ट में पेश किया गया। लोकायुक्त ने 7 दिन की रिमांड मांगी। सौरभ और चेतन के वकील राकेश पराशर और सौरभ पाराशर ने कहा कि जो सोना लोकायुक्त पुलिस सौरभ का बता रही है, वह उसका नहीं है। सोना और नकदी वाली कार भी उसकी नहीं है। कोर्ट ने 4 फरवरी तक रिमांड पर भेजने का आदेश जारी किया।

सौरभ ने कोर्ट में कहा- सोना मेरा नहीं है

लोक अभियोजक विवेक गौर सौरभ को गिरफ्तार किया है। उससे कार्रवाई में बड़ी मात्रा में ज्वेलरी, प्रॉपर्टी के दस्तावेज और नकदी मिली थी। इस संबंध में उससे पूछताछ करना जरूरी है। इसके लिए 7 दिन की रिमांड दी जाए।

सौरभ के वकील राकेश पाराशर सौरभ ने खुद कोर्ट में सरेंडर किया है। लोकायुक्त पुलिस सौरभ के घर से दस्तावेज जब्त कर चुकी है। वह एजेंसी को जांच में सहयोग करने को तैयार है। रिमांड पर दिए जाने की स्थिति में लोकायुक्त पुलिस पक्षकार को प्रताड़ित करेगी। इस कारण रिमांड नहीं दी जाए।

गौर : अंग्रेज नहीं है, जो प्रताड़ित करेंगे।

विशेष न्यायाधीश अंग्रेजों के जैसे कर भी नहीं पाओगे। गौर : प्रताड़ित करने जैसा कुछ नहीं होगा। सरकारी दामाद बनाकर रखेंगे। पाराशर : रिमांड के दौरान पक्षकार (सौरभ) से पूछताछ की वीडियो रिकार्डिंग कराई जाए। रिमांड के दौरान जो खाना दिया जाए, उसकी भी जांच की जाए।

किरदार 2: चेतन सिंह गौर चेतन सिंह गौर के वकील ने भी कोर्ट में दावा किया कि कार से पकड़ा गया सोना और नकदी उसका नहीं है। चेतन से भी आयकर विभाग पूछताछ कर चुका है। वह सौरभ को दोस्त है और ग्वालियर से दोनों एक-दूसरे को जानते हैं।

किरदार 3 : शरद जायसवाल शरद खुद लोकायुक्त ऑफिस पहुंचा। बताया कि वह प्रॉपर्टी का काम करता है। सौरभ से कारोबारी रिश्ते हैं। सोना और नकदी से उसका कोई लेना देना नहीं है। घुटने का ऑपरेशन हुआ था। इसलिए जांच एजेंसियों से दूरी बनाकर रखी थी।

सौरभ की पत्नी व मां से पूछताछ– ईडी के भोपाल स्थित कार्यालय में सोमवार को सौरभ की पत्नी दिव्या व मां उमा शर्मा पहुंची। दोनों से 5 घंटे तक पूछताछ की गई।


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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