Shahdol News:नगर पालिका ने बिना किसी सूचना के निर्माणाधीन मकान तोड़ा, पीड़ित डॉक्टर ने नपा पर लगाए कई आरोप – Shahdol News Municipality Broke The House Under Construction Without Any Notice

पीड़ित डॉक्टर ने नपा पर लगाए कई आरोप
– फोटो : अमर उजाला
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शहडोल में पत्नी के साथ प्रेस से रूबरू होते हुए बताया कि मैं अपनी निजी जमीन खसरा नंबर 118/1/1 वार्ड नंबर- 17/22 बलपुरवा पर निर्माण कार्य कर रहा हूं। साथ ही भवन निर्माण सभी विभागों से परमिशन लेकर किया जा रहा है। उन्होंने नगर पालिका प्रशासन शहडोल पर आरोप लगाते हुए कहा, कुछ स्वार्थी तत्वों कि गलत और भ्रामक आरोप लगाते हुए मेरी आराजी भूमि को सार्वजनिक बता उस पर कब्जा करना चाह है। जबकि वहां पर मेरा 10×91 फिट का एक निजी रास्ता है, जिसे सार्वजनिक बताकर उसे हड़पने की साजिश रच रहे हैं। डॉक्टर पटेल ने आगे कहा कि यह भूमि नगरपालिका की नहीं है। इसलिए निजी भूमि पर नगर पालिका एक्ट लागू नहीं होता है।
डॉक्टर पटेल ने बताया कि जिस रास्ते को सार्वजनिक बताकर कुछ स्वार्थी तत्व प्रॉपगेंडा रच रहे हैं, उस रास्ते का उपयोग केवल तीन लोगों द्वारा किया जाता है, जिसमे मेरे अलावा विजय साउंड वाले बुधवानी ब्रदर्श तथा पुष्पा गुप्ता शामिल हैं। डॉक्टर पटेल ने कहा कि मार्ग से अमित बजाज नामक व्यक्ति का कोई मतलब नहीं हैं। फिर भी वह अपने स्वार्थ के लिए आए दिन विवाद कि स्थिति निर्मित कराता रहता है। पांच मार्च को भी पड़ोसियों ने भीड़ इक्कठा करके विरोध किया था, तब केवल गड्डा खुदवाया गया था। इसके बाद गत 10 मई को निमार्ण कार्य में बाधा डालने के लिए अमित बजाज द्वारा महिलाओं को कार्यस्थल पर लाकर काम बंद करवा दिया था।
बिना नोटिस तोड़ा गया मेरा निर्माण…
डॉक्टर पटेल ने आरोप लगाते हुए कहा कि बीते 15 को स्वार्थी तत्वों की शिकायत पर बिना पूर्व नोटिस या आदेश के नगरपालिका शहडोल के आरआई मयक मिश्रा द्वारा मेरे निर्माणाधीन मकान में तोड़फोड़ की गई। मेरे और मेरी पत्नी द्वारा तोड़फोड़ के दौरान आदेश मांगने पर कोई आदेश नहीं दिखाया गया। बल्कि उलटे मेरी पत्नी डॉ० नीलम पटेल के साथ गाली-गलौज एवं दुर्व्यवहार किया गया। जब मेरे द्वारा बीच-बचाव किया गया तो मेरे साथ भी गाली-गलौज करते हुए मुझे धक्का दिया गया। वहीं, दूसरी ओर इस तोड़फोड की कार्रवाई के दौरान कोई महिला पुलिस नहीं थी।
मौखिक आदेश पर हुई कार्रवाई…
डॉक्टर पटेल ने बताया कि नगरपालिका कर्मचारी संघ द्वारा कमिश्नर को दिये गये ज्ञापन से पता चला कि तोड़फोड़ की कार्रवाई मौखिक आदेश पर की गई है। आरआई मयंक मिश्रा ने मौखिक आदेश पर नगर पालिका कर्मचारियों के साथ मेरी आराजी भूमि के निर्माण को अवैध बताकर तोड़ दिया। उन्होंने यह भी बताया की जिन स्वार्थी तत्वों द्वारा यह सब कुछ साजिश की जा रही है, जब मैंने नगर पालिका से सूचना के अधिकार से उक्त स्वार्थी तत्वों के मकान निर्माण के संबंध में जानकारी ली तो खुलासा हुआ कि पड़ोसियों के मकान निर्माण संबंधी स्वीकृत मानचित्र एवं अनुज्ञा पत्र नगरपालिका से जारी नहीं किये गये। वह अवैध रूप से निर्माण बिना अनुमति किए हुए हैं, फिर भी नगरपालिका उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
डॉक्टर पटेल ने कहा कि इस घटना की शिकायत उनके द्वारा वरिष्ठ प्रसाशनिक अधिकारियों से की गई है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। बल्कि अब उलटे नगरपालिका कर्मचारी संघ द्वारा संभागयुक्त ज्ञापन देकर मेरे खिलाफ कार्रवाई करने का दबाव बनाया जा रहा है।
इन पर अतिक्रमण करने का लगाया आरोप…
डॉक्टर पटेल ने आरोप लगाते हुए कहा कि अतिक्रमण मैंने नहीं, बल्कि अन्य लोगों द्वारा किया हुआ है। इसमें सर्वप्रथम विजय साउंड वाले बुधवानी ब्रदर्श ने 10×91 फिट रास्ते पर, पुष्पा गुप्ता द्वारा मेरे जमीन के पीछे 3×35 फिट जमीन पर, माया बजाज भूमि स्वामी नहीं है, जिसका न्यायालय में सिविल सूट चल रहा है। मनोज कुमार गुप्ता भी भूमि स्वामी नहीं है। इसका भी सिविल सूट चल रहा है। माया बंजाज के दुकान के छत पर रजिस्ट्ररी के अनुसार उसका अधिकार नहीं हैं, उस छत का अधिकारी मैं हूं। माया बजाज और अमित बजाज ने अपनी दुकान अपनी छत पर गुमटी बनाकर कब्जा किया हुआ है, जो कभी भी उड़कर रोड पर गिर सकता है, जिससे जन-हानि हो सकती है। इसलिए इन अतिक्रमण कारियों पर कार्रवाई की जानी चाहिए।
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