100 रुपये लेकर गांव से शहर पहुंचे थे, 18-18 घंटे तक किया काम, नहीं हारी हिम्मत, खड़ा किया 200 करोड़ का कारोबार

Success Story : कामयाबी कड़े संघर्षों की कहानी होती है, लेकिन कुछ संघर्षों की कहानियां इतनी लाजवाब होती हैं कि उनके आगे सफलता का रंग भी फीका पड़ जाता है. मलय देबनाथ की कहानी भी कुछ ऐसी ही है. अगर हम कहें कि उनके पास 200 करोड़ की संपत्ति है तो इसमें कोई अचरज की बात नहीं होगी. लेकिन, यह जानने के बाद कि अपने गांव से सिर्फ 100 रुपये लेकर निकले मलय ने कई साल सिर्फ 3000 रुपये कमाने के लिए 18-18 घंटे काम किया और फिर देबनाथ कैटरर्स एंड डेकोरेटर्स जैसा सफल बिजनेस खड़ा किया तो अचरज जरूर होगा.
हम बात कर रहे हैं देबनाथ कैटरर्स एंड डेकोरेटर्स के फाउंडर मलय देबनाथ की, जो 19 साल की उम्र में कुछ बड़ा करने की हसरत के साथ आज से 35 साल पहले दिल्ली पहुंचे थे. पारिवारिक जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए मलय ने कुछ बड़ा करने की ठानी और आज कामयाबी के शिखर पर हैं.
बंगाल से दिल्ली पहुंचने का संघर्ष
मलय देबनाथ, देबनाथ कैटरर्स एंड डेकोरेटर्स कंपनी के मालिक हैं. यह एक जानी-मानी कैटरिंग फर्म है. केटरिंग कारोबार के अलावा उनकी फर्म 6 ट्रेनों में पैंट्री का प्रबंधन भी करती है. लेकिन, इस मकाम तक पहुंचने के लिए मलय के वर्षों का संघर्ष जुड़ा हुआ है.
बचपन में पुश्तैनी कारोबार बर्बाद होने से मलय देबनाथ के परिवारों को बड़ी आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ा. मलय पढ़ाई के साथ-साथ अपने पिता के साथ चाय व्यवसाय में हाथ बंटाने लगे. स्कूल जाने से पहले और पढ़ाई के बाद वह अपना पूरा समय कारोबार को देते थे. यह सिलसिला कई दिनों तक चलता रहा और फिर मलय अपनी मां से 100 रुपये लेकर दिल्ली चले आए.
संघर्ष में भी नहीं हारी हिम्मत
दिल्ली में उन्होंने एक कैटरर के तौर पर काम करना शुरू किया. इस नौकरी में उन्हें झूठे बर्तन तक साफ करने पड़ें. उनके ज्यादातर साथियों ने काम पसंद नहीं आने पर नौकरी छोड़ दी. लेकिन, मलय देबनाथ इसे शुरुआती संघर्ष समझकर शिद्दत से काम करते रहे. इसका नतीजा यह रहा कि एक साल के बाद उनकी सैलरी बढ़ाकर 3,000 रुपये कर दी गई. मलय देबनाथ ने परिवार के पालन-पोषण के लिए 18 घंटे तक शिफ्ट की.
आज 200 करोड़ का कारोबार
मलय देबनाथ के करियर में टर्निंग प्वाइंट तब आया जब उन्होंने ITDC (भारतीय पर्यटन विकास निगम) से होटल मैनेजमेंट का कोर्स पूरा किया. इसके बाद में मलय दिल्ली की एक इवेंट मैनेजमेंट फर्म से जुड़ गए. यहां उन्हें काम करते हुए उनके काम को नई पहचान मिली.
इस दौरान उनके कई दोस्त बनें, जिन्होंने मलय देबनाथ की कैटरिंग कंपनी शुरू करने में मदद की. आज उनकी कंपनी देशभर में 35 से ज्यादा आर्मी मेस का कामकाज संभालती है. उन्होंने उत्तर बंगाल में चाय बागानों समेत लगभग 200 करोड़ रुपये की संपत्ति बनाई है.
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Tags: Billionaires, High net worth individuals, Success Story
FIRST PUBLISHED : August 20, 2023, 13:22 IST
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