मध्यप्रदेश

FIR against the principal of Vandana Convent School | वंदना कॉन्वेंट स्कूल की प्रिंसीपल पर FIR: श्लोक पढ़ने पर छात्र से माइक छीनने का मामला; ABVP ने किया था हंगामा, झूमाझटकी – Guna News

ABVP के कार्यकर्ता स्कूल का गेट कूदकर अंदर घुसे।

शहर के एक निजी स्कूल में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने हंगामा कर दिया। स्कूल में एक हफ्ते पहले कथित तौर पर एक छात्र को श्लोक पढ़ने से रोका गया था। इसके खिलाफ सोमवार को विद्यार्थी परिषद ने प्रदर्शन किया। कार्यकर्ता स्कूल के गेट के ऊप

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बता दें कि दो दिन पहले शहर के वंदना कॉन्वेंट स्कूल का एक मामला सामने आया था। इसमें कथित तौर पर कहा गया था कि स्कूल की प्रेयर में एक छात्र संस्कृत का शौक पढ़ रहा था। इसी दौरान वहां मौजूद शिक्षक ने उससे माइक छीन लिया। उसे डांट लगाते हुए कहा गया कि श्लोक यहां नहीं पढ़ा जायेगा। कोई भी छात्र हिंदी में नहीं बोलेगा। यहां केवल अंग्रेजी बोली जायेगी।

गेट कूदकर घुसे कार्यकर्ताABVP के कार्यकर्ता सूर्य मंदिर पर एकत्र हुए। यहां से नारेबाजी करते हुए स्कूल के गेट तक पहुंचे। गेट पर ताला लगा हुआ था तो कार्यकर्ताओं ने पहले उसे खोले की कोशिश की। जब गेट नहीं खुला तो उसके ऊपर से कूदकर अंदर घुस गए। इस दौरान पुलिस से झूमा झटकी भी हुई। कार्यकर्ता गेट कूदकर भागते हुए स्कूल के अंदर पहुंचे। यहां रिसेप्शन के बाहर वाले चैनल गेट के बाहर कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की।

प्रिंसीपल ने मांगी माफी

प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ता स्कूल की प्रिंसीपल को बुलाने पर अड़ रहे। प्रिंसीपल सिस्टर कैथरीन आईं और सभिंसे माफी मांगी। उन्होंने कहा कि उस दिन अंग्रेजी में बोलने का दिन था। इसलिए छात्र को रोका गया था। उन्होंने कहा कि अगर किसी की भावनाओं को ठेस पहुंची हो तो वह माफी मांगती हैं। वह सभी धर्मों का आदर करती हैं।

FIR पर अड़े रहे कार्यकर्ता

कार्यकर्ताओं की मांग थी कि स्कूल प्रबंधन पर FIR की जाए। साथ ही जो श्लोक पढ़ने से छात्र को रोका गया, अब उस श्लोक को रोजा स्कूल की प्रेयर में पढ़ा जाए। साथ ही प्रिंसीपल को स्कूल से निष्कासित किया जाए। लगभग दो घंटों तक स्कूल में हंगामा चलता रहा। मौके पर DEO भी पहुंच गए थे। उन्होंने आश्वासन दिया कि जांच के बाद वैधानिक कार्यवाई की जायेगी। सक्षम दुबे की शिकायत पर कोतवाली में सिस्टर कैथरिन पर FIR दर्ज कर ली गई है।

तस्वीरों में देखिए प्रदर्शन

DEO ने जारी किया था नोटिस

मामला सामने आने के बाद रविवार को DEO चंद्रशेखर सिसौदिया ने स्कूल के प्रिंसिपल को कारण बताओ नोटिस जारी किया। नोटिस में कहा गया कि डीईओ द्वारा दिए गए नोटिस में लिखा है कि दैनिक समाचार पत्र में नकारात्मक खबर प्रकाशित हुई है कि “कॉन्वेंट स्कूल में हिंदी बोलने पर बच्चों के हाथ से छीना माईक”। उक्त खबर आपके विद्यालय से संबंधित है। अतः प्रकाशित खबर की पेपर कटिंग आपकी ओर भेजकर निर्देशित किया जाता है कि आपके विद्यालय में किस तरह का कार्यक्रम संचालित था जिसमें बच्चों से माईक छीनकर संस्कृत के श्लोक बोलने एवं हिन्दी बोलने से रोका गया तथा अंग्रेजी में बोलने हेतु कहा गया।

उक्त क्रम में आप अपना स्पष्टीकरण तत्काल मय साक्ष्यों सहित लिखित में उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। स्पष्टीकरण प्राप्त नही होने या समाधानकारक नहीं पाये जाने के फलस्वरूप विद्यालय के विरुद्ध नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्यवाही का प्रस्ताव सक्षम अधिकारी को भेजा जाएगा, जिसका संपूर्ण उत्तरदायित्व स्वयं आपका होगा। इस नोटिस की प्रति आयुक्त, लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल, कलेक्टर गुना, संयुक्त संचालक, लोक शिक्षण संभाग ग्वालियर को भेजी गईं हैं।

स्कूल ने दिया जवाब

DEO द्वारा नोटिस जारी करने के बाद शाम 6 बजे ही स्कूल प्रशासन ने पूरे मामले में सफाई पेश की। लिखित सफाई में बताया गया है कि दिनांक 15 जुलाई को प्रातःकालीन असेंबली के दौरान चयनित छात्रों द्वारा दी जाने वाली स्पीच का क्रम हिन्दी एवं इंग्लिश में दिया जाता रहा है। उक्त दिन में इंग्लिश में स्पीच देना पूर्व में तय था। परंतु चयनित छात्र द्वारा स्पीच की शुरुआत इंग्लिश में न होकर हिन्दी में आरंभ की गई तो उक्त क्रम को तय क्रम के अनुसार न पाकर प्राचार्या द्वारा इंग्लिश में बोलने को कहा गया। जिसमें प्राचार्या का उद्देश्य किसी भी भाषा के प्रति गलत न होकर पूर्व में निर्धारित क्रम के अनुसार स्पीच बोलने को कहा गया। संस्था द्वारा आरंभ से छात्रों के सर्वांगीण विकास हेतु प्रचलित सभी मानक भाषाओं को क्रमानुसार प्रयोग किया जाता है। इसी प्रार्थना सभा में आरंभ से ही प्रतिदिन विभिन्न धर्म ग्रन्थों से लिये उद्धरण छात्रों द्वारा वाचन में बोले जाते हैं। जिनमें श्रीमदभगवत गीता, गुरुग्रन्थ साहिब, कुरान एवं बाईबल से लिये जाते हैं और छात्रों द्वारा दी जाने वाली स्पीच में नैतिक विकास और सामाजिक चेतना, देशभक्ति से संबधित शीर्षकों पर बोलना प्रतिदिन की असेंबली में शामिल है।


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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