Sri Sri Anandamayi Ma Birth Festival in Indore | इंदौर में श्री श्री आनंदमयी मां जन्म महोत्सव: वेदांत सम्मेलन में संतों ने दिए प्रवचन, सोमवार को मनेगा मुख्य महोत्सव – Indore News

जीवन में हर व्यक्ति को साधना भोजन और भजन को गुप्त रखना चाहिए, उसका दिखावा नहीं करना चाहिए। अगर आप साधना का दिखावा करते हैं, तो आपको साधना में सफलता नहीं मिलेगी। साधना और भजन की पूर्ण प्राप्ति नहीं हो जाए तब तक उसे गुप्त रखना चाहिए। श्रद्धा और विश्वास
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पीठाधीश्वर स्वामी केदारनाथ महाराज ने एबी रोड स्थित पीठ पर श्री श्री आनंदमयी मां के 129वें जन्म महोत्सव के चौथे दिन रविवार को यह बात कही।
महोत्सव में उपस्थित श्रद्धालु।
वेद मंत्रों के बीच पूजन-अर्चन करके अभिषेक किया
स्वामी परिपूर्णानंद ने बताया कि पांच दिवसीय जन्म महोत्सव के चौथे दिन सुबह ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं पीठाधीश्वर स्वामी केदारनाथ महाराज के पावन सान्निध्य में भगवान हनुमानजी, वैष्णो माता और भगवान भैरव जी का आचार्य पं. दीपक शास्त्री के आचार्यत्व में वेद मंत्रों के बीच पूजन-अर्चन करके अभिषेक किया गया । भगवान का विशेष श्रृंगार किया। वेदांत सम्मेलन में स्वामी दिव्यानंद, स्वामी केशव चैतन्य, स्वामी मुक्तानंद, स्वामी कृष्णानंद सहित अन्य संत उपस्थित रहे। इन्होंने अलग- अलग विषयों पर प्रवचन और व्याख्यान दिया। सुन्दर कांड एवं 108 हनुमान चालीसा का पाठ भी हुआ।

सुंदरकांड का पाठ करते श्रद्धालु।
अहंकार के कारण सुख घटता है
सम्मेलन में महामंडलेश्वर विरागानंद महाराज ने कहा कि जीवन में लगन जरूरी है। लगन नहीं लगेगी तो कुछ नहीं होगा, साधना में लगन की जरूरत है राम का दर्शन करना ही रामकार्य है। सभी साधक ज्ञान की ओर ले जाते हैं। जीवन में पवित्रता होना चाहिए। हर व्यक्ति को आज्ञाकारी होना चाहिए अनेक आशाएं होती हैं। ठोस निर्णय लेना चाहिए, अहंकार के कारण सुख घटता है। सम्मेलन में स्वामी श्री मुक्तानंद महाराज ने कहा कि साधना नियमित रूप से होना चाहिए। आत्मा की शुद्धि बहुत जरूरी है, जो जीव है वही आत्मा है। आत्मा का अनुभव होना चाहिए।
साधु-संतों का सम्मान किया जाएगा
ट्रस्ट के मुकेश कचोलिया, डॉ. विजय निचानी ने बताया कि महोत्सव के पांचवें दिन सोमवार को मुख्य महोत्सव में श्री श्री माता आनंदमयी का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। इसमें सुबह मां का पादुका पूजन वेद मंत्रों के बीच होगा। उसके बाद हवन पूर्णाहुति, 10 से 12 तक संत महापुरुषों के सत्संग, प्रवचन एवं प्रशाद वितरण एवं विदाई कार्यक्रम होंगे। सामूहिक महाआरती एवं महाप्रसादी का आयोजन होगा। साधु-संतों का सम्मान किया जाएगा। इस अवसर पर राजू कुकरेजा , मीनू बावेजा, केशव चैतन्य, राजन तिवारी, सरिता निचानी, खुशबू चावला, पूजा मित्तल, अनीता मित्तल, रेखा मित्तल, माया अग्रवाल, मुक्तेश्वरी बंसल, सपना पंजवानी, पूनम पंजवानी आदि उपस्थित थे।
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