ग्राम पंचायतों में 15वें वित्त की राशि का दुरुपयोग: ग्राम पंचायत मोरबा में बिना कार्य किए सचिव ने 7 लाख हड़पे…
अरविन्द जैन

छतरपुर। छतरपुर जिले में लगभग 558 ग्राम पंचायतें हैं। इन ग्राम पंचायतों में दो वर्ष पहले कार्यकाल खत्म हो चुका है परंतु चुने हुए सरपंचों को यह कार्यकाल दो वर्ष का अतिरिक्त मिल गया है। इस कारण इन सरपंचों ने अभी हाल ही में होने वाले पंचायती राज चुनाव को देखते हुए ग्राम पंचायतों को जो राशि 15वें वित्त की मिली थी उस राशि का भरपूर दुरुपयोग कर फर्जी बिलों के माध्यम से राशि को निकाला गया है। कुछ पंचायतों में लगातार शिकायतें मिल रही हैं इस खेल में सभीजनपद पंचायतों के जनपद सीईओ एवं सहायकयंत्रियों की मुख्य भूमिका रही। इसके अलावा उपयंत्रियों ने फर्जीमूल्याकंन कर राशि निकालने में सचिव और रोजगार सहायक का भरपूर सहयोग किया। ऐसे ही कई प्रकरण प्रतिदिन सामने आ रहे हैं। छतरपुर जनपद के अंतर्गत कई ग्राम पंचायतों में 15वें वित्त की राशि का जो घोटाला किया गया है उसके परिणाम कई ग्राम पंचायतों में उजागर होना शुरु हो गए हैं। जिला पंचायत के सीईओ अमर बहादुर सिंह ने इस संबंध में कहा है कि 15वें वित्त की राशि का दुरुपयोग करने वाले सचिवों के खिलाफ सीधे एफआईआर कराई जाएगी और शासकीय राशि की वसूली की जाएगी।
ग्राम पंचायत मोरबा में बिना कार्य किए सचिव ने 7 लाख हड़पे, जनपद सीईओ ने किया शोकॉज नोटिस जारी
जंगल में सीसी रोड बनाकर सचिव ने हड़पे 7 लाख रुपए की राशि

छतरपुर। जनपद पंचायत छतरपुर की मोरवा और छापर पंचायत इन दिनों भ्रष्टाचार की नई इबारत लिख रही है, जहां सचिव द्वारा बिना काम कराएं लाखों रुपए आहरण किए गए है, जिसकों लेकर जनपद पंचायत सीईओ द्वारा कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है। 20 सितमबर 2021 को जनपद सीईओ मजहर अली ने सचिव सोहन लाल तिवारी को नोटिस जारी करके 7 लाख 17 हजार रुपए की राशि बिना मृल्याकंन के आहरित करने पर कार्रवही प्रस्तावित की है। वहीं पंचायत में कुछ निर्माण कार्य जैसे सीसी रोड का निर्माण तो जंगल में हो गया है इसको लेकर ग्रामीणों ने जनपद और जिला पंचायत में शिकायत दर्ज कराई है कि सरकारी राशि का दुरुपयोग किया गया है।
क्या है पूरा मामला
पंचायत मोरवा एवं छापर के सचिव सोहनलाल तिवारी ने सितम्बर 2021 में सीसीरोड, मरम्मत कार्य, नाली सफाई, पुलिया निर्माण, सार्वजनिक कूप, पशु होदी निर्माण, के नाम पर 7 लाख 17 हजार रुपए आहरित किए है चंूकि यह कार्य मौके पर नही हुए इनके लिए अग्रिम भुगतान किया है, जो जनपद सीईओ द्वारा गलत पाया गया है। गंभीर वित्तीय नियमितता सामने आने के बाद सीईओ के नोटिस के बावजूद अबतक सचिव के ऊपर कोई कार्रवाई नही हो सकी है। फर्जी बिल लगाकर आहरण पंचायत द्वारा मूलभूत सुविधाओं पर बिल नंबर 424 के तहत 40800 रुपए, 68000 रुपए बिल नंबर 427, बिल नंबर 4028 पर 32685 रुपए, बिल नंबर 20 के तहत 7200 रुपए भुगतान किए गए है। इन बिलों के भुगतान में ब्याज की राशि एवं 15वें वित्त की राशि खर्च की गई है।
इनका कहना है
पंचायत सचिव को नोटिस जारी किया गया था, जिला पंचायत को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा जा रहा है।
मजहर अली सीईओ, जनपद पंचायत छतरपुर