Provocative speeches were given in the presence of MP and MLA | हरियाणा सांसद, मुरैना, मेरठ विधायक सहित दो अप्रैल के दंगा में बदनाम मकरंद पर FIR

ग्वालियर27 मिनट पहले
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यादव समाज का सदस्य व ओबीसी महासभा का नेता रुपेश यादव को कोर्ट ले जाती पुलिस
- रूपेश यादव सहित 11 को कोर्ट में पेश कर जेल भेजा
ग्वालियर में एक दिन पहले हुए उपद्रव की कहानी फूलबाग के मंच से सांसद, विधायकों सहित अन्य नेताओं के भड़काऊ भाषण से ही हो गई थी। उपद्रव भड़काने में हरियाणा के सांसद मलूक नागर, विधायक सपा अतुल प्रधान, मुरैना से कांग्रेस विधायक राकेश मावई, आजाद समाज पार्टी से राजेन्द्र भाटी, गुर्जर समाज का नेता रामप्रीत की मुख्य भूमिका रही है। इनके मंच से उग्र करने वाले बोल से युवा भड़के थे। तोड़फोड़ कर उपद्रव करने वालों मंे गुर्जर समुदाय के साथ ग्वालियर मंे दो अप्रैल के दंगे मंे भूमिका निभाने वाले मकरंद बौद्ध, पुष्पेन्द्र भी शामिल रहे हैं। पुलिस ने एक सांसद, दो विधायक सहित 17 लोगों को नामजग कर 600 लोगों पर मामला दर्ज किया है। मंगलवार को यादव समाज (यदुवंशी) संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष व OBC महासभा के नेता रुपेश यादव सहित 11 उपद्रवियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया है। जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।

उपद्रव के आरोपियों को कोर्ट के बाद जेल ले जाती पुलिस
ऐसे समझिए पूरा घटनाक्रम
ग्वालियर में एक दिन पहले उपद्रव में पकड़े गए इन सभी प्रदर्शनकारियों ने 5 सूत्रीय मांगों को लेकर सोमवार को ग्वालियर के फूल बाग मैदान पर गुर्जर समाज द्वारा पदयात्रा और महाकुंभ का आयोजन किया था। प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा पर लगाई गई टीनशेड को हटा दिया जाए। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने फूलबाग चौराहे चौराहे पर भी जाम लगा दिया था। साथ ही इन गुर्जर समाज के प्रदर्शनकारियों ने सिरोल थाने की पुलिस की गाड़ी का कांच की फोड़ दिया था। उसके बाद यह सभी प्रदर्शनकारी रैली के रूप में ट्रैक्टर, मोटरसाइकिल, और चार पहिया वाहनों से कलेक्टर कार्यालय पहुंचे थे। जहां इन प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने कलेक्ट्रेट के गेट पर ही रोक दिया था। इससे प्रदर्शनकारियों की सैकड़ो की भीड़ बेकाबू हुई और बैरिकेड्स तोड़कर भीड़ कलेक्ट्रेट में ऊपर पहुंच गई। उस वक्त बेकाबू प्रदर्शनकारियों के रास्ते में जो भी आया उसे पीटते हुए चढ़ते चले गए पुलिस जवानों में को रोकने का प्रयास किया तो उन्हें भी पीट दिया था। जिसके चलते आधा सजन से ज्यादा पुलिसकर्मियों को चोट आई थी।इतना ही नहीं इन प्रदर्शनकारियों के नेताओं ने इन्हे इतना भड़का दिया था कि इस भीड़ ने कलेक्ट्रेट कार्यालय में खड़ी नगर निगम कमिश्नर कलेक्टर एसडीएम सहित एक दर्जन से ज्यादा गाड़ियों में तोड़फोड़ की थी, पुलिस लाइन प्रदर्शन कार्य को खदेड़ने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े थे साथी लाठी चार्ज भी किया था।
सम्राट मिहिर भोज पर तैनात रहा पुलिस बल
घटना के एक दिन बाद भी पुलिस ने चिरवाई नाका पर बनी सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा के आसपास पुलिस बल तैनात रखा है। यहां कभी भी गुर्जर समुदाय के युवा आकर हंगामा खड़ा कर सकते हें। वह पहले भी एक बार टीन शेड उखाड़कर फेंक चुके हैं। इसके साथ ही गुर्जर बाहुल्य इलाकों में पुलिस तैनात रही है।
हमलावरों पर इनामी घोषित
पुलिस ने मंगलवार को सिरोल थाना में दर्ज मामले में उपद्रवियों की पहचान करने वाले आकाश गुर्जर, बनवारी उर्फ गौरव गुर्जर, देबू गुर्जर, निहाल सिंह, दिनेश कंसाना, मानवेन्द्र, भूपेन्द्र, लोकेन्द्र, प्रदीप गुर्जर, मनोज गुर्जर पर पांच-पांच हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। इसके अलावा छह अन्य उपद्रवियों जिनमें हरेन्द्र सिंह गुर्जर, मंगल सिंह गुर्जर, संदीप सिंह, रामकुमार गुर्जर, भानू गुर्जर व गिर्राज गुर्जर पर तीन-तीन हजार का इनाम घोषित किया है।
पुलिस का कहना
एडिशनल एसपी गजेंद्र वर्तमान का कहना है कि सोमवार को कलेक्ट्रेट पर तोड़फोड़ और हंगामा करने वाले प्रदर्शनकारियों पर पांच अलग-अलग धाराओं के तहत मामले दर्ज किए गए हैं। इसमें एक मामला 307 का भी दर्ज किया गया है। इस मामलों में हमने CCTV फुटेज, अन्य सबूतों और साक्ष्यों आधार पर 10 से 11 आरोपियों को हिरासत में लेकर आज न्यायालय के समक्ष पेश किया है। इस आंदोलन का नेतृत्व कर रहे नेताओं को हमने चिन्हित किया है, साथी इन पकड़े गए आरोपियों के अगर सरकारी भूमि पर बनाई गई संपत्ति जांच में पाई जाती है तो प्रशासन इस पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई करेगा।
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