सपना साकार होने की उम्मीद! छतरपुर मेडिकल कॉलेज कैंपस २४७ करोड़ रुपए की लागत से बनाया जाएगा

छतरपुर. छतरपुर के मेडिकल कॉलेज कैंपस को २४७ करोड़ रुपए की लागत से बनाया जाएगा। अब दोबारा निर्माण कार्य शुरू हो जाने से दो साल में सपना साकार होने की उम्मीद बढ़ गई है। जिसका प्रवेश द्वारा पुराने रीवा ग्वालियर नेशनल हाइवे पर गौरगाय में होगा। गुजरात की कंपनी जेपी इंफ्रास्ट्रक्चर ने कैंपस की बहुमंजिला इमारतों का निर्माण करने का सेटअप तैयार कर लिया है। मेडिकल कॉलेज की ड्राइंग अब 150 सीटर के बजाए 250 सीटर के मुताबिक तैयार की जा रही है। 1५0 छात्रों के हिसाब से तैयार की गई डिजाइन को भविष्य की जरूरतों को देखते हुए 250 प्रवेश संख्या के हिसाब से तैयार किया जा रहा है।पीआइयू इइ मयंक शुक्ला ने बताया कि निर्माण कार्य को दो साल में पूरा कर लिया जाएगा। मार्च 202५तक पूरा कैंपस बनकर तैयार हो जाएगा। इसके बाद 202५ में ही कालेज में पहले बैच की प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो सकेगी।
लंबे संघर्ष के बाद शुरु हो पाया मेडिकल कॉलेज का निर्माण
छतरपुर में शासकीय मेडिकल कालेज के लिए लंबा जनांदोलन चला है। 15 अगस्त 2018 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने छतरपुर में शासकीय मेडिकल कालेज खोलने की घोषणा की और चुनाव पूर्व 30 सितंबर 2018 को मेडिकल कालेज के लिए शिलान्यास भी कर दिया। इसके बाद 4 अक्टूबर 2018 को मेडिकल कालेज के निर्माण के लिए 300 करोड़ रुपए की प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृति देकर 30 अगस्त 2018 को ग्राम गौरगांय छतरपुर में भूमि आवंटित कर दी गई। इसी बीच चुनाव हुए और प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद गौरगांय के पास की जमीन के बजाए सागर रोड पर मेडिकल कालेज निर्माण के लिए जमीन की खोजबीन शुरू कर दी गई। कांग्रेस में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विजय लक्ष्मी साधौ ने छतरपुर के मेडिकल कालेज के लिए स्वीकृत बजट अपने क्षेत्र के मेडिकल कालेज के लिए आवंटित करा लिया। जब दोबारा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार बनी तो यहां मेडीकल कालेज के सपनों को पंख लगने लगे और अब निर्माण कार्य शुरू हो जाने से दो साल में सपना साकार होने की उम्मीद बढ़ गई है।
फैक्ट फाइल
लागत- 247 करोड़ रुपए
भवन- 13
कैंपस- 35 एकड़
पहले साल प्रवेश- 150 सीट
टीचिंग स्टाफ- 155
कर्मचारी- 1200