Indore murder accused still absconding | एक गुना के सीएमओ तो दूसरा पेस्टीसाइड कंपनी के एमडीएम का बेटा

इंदौरएक घंटा पहले
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इंदौर में लाइट डैकोरेशन का काम करने वाले मोहन यादव पर जानलेवा हमला करने वाले दोनों आरोपी अभी भी फरार हैं। पूरे घटनाक्रम को दो माह बीत चुके हैं। कोर्ट से दो बार पर आरोपियों की बेल निरस्त हो चुकी है। लेकिन अब तक उनकी गिरफ्तारी नही हो पाई है। डीसीपी का अभी भी कहना है कि आरोपी जल्द पकड़ लिए जाएंगे।
इधर, मोहन अभी भी बिस्तर पर ही है। परिवार को समझौते के लिए कई अनजान नंबरों से कॉल आते हैं। दोनों आरोपियों में से एक गुना के सीएमओ तो दूसरा पेस्टिसाइड्स कंपनी के एमडीएस का बेटा है। बताया जा रहा है कि दोनों ही प्रदेश सरकार के एक मंत्री से जुड़े हुए हैं।
डीसीपी अभिषेक आनंद का कहना है कि मोहन पुत्र संतोष यादव पर हुए प्राण घातक हमले के मामले में पुलिस ने कार नंबर MP09CT3090 ट्रेस किया है। इसमें सवार संस्कार पुत्र अवनिश जावला और अभिशाक्य पुत्र राजेश शाक्य पर जल्द पकड़े जाएंगे। पुलिस ने उनके यहां कई बार दबिश दी। लेकिन वह नहीं मिले। गिरफ्तारी के प्रयास तेज किए जा रहे हैं। इधर पीड़ित मोहन यादव का कहना है कि वह दो माह से आरोपियों की गिरफ्तारी की राह देख रहे हैं। दोनों आरोपियों को पुलिस पकड़ नही रही और वह वकीलों के माध्यम से कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका लगा रहे हैं। हाईकोर्ट से जमानत निरस्त होने के बाद भी दोनों आरोपी पुलिस को नहीं मिल रहे।
दूसरे दिन आया होश, लोगों ने वीडियो दिया तब दर्ज हुआ केस
पुलिस पहले इस घटना को एक्सीडेंट मानकर चल रही थी। दूसरे दिन शाम को मोहन यादव को अस्पताल में होश आया तो उन्होंने पुलिस को पूरी कहानी बताई। वहीं मोहन के परिवार के लोगों ने इलाके के रहवासियों से बात की। रहवासियों ने नाम नहीं बताने की शर्त पर परिवार को कुछ सीसीटीवी और वीडियो दिए। जिसमें यह पता चला कि उन्हें दो लड़कों ने कार से उड़ाया और उसके बाद पत्थर से कार के कांच फोड़ने के बाद चेहरे पर भी वार किए और कार में बैठकर फरार हो गए।
हैडलाइट बंद थी, कुछ समझ पाता उसके पहले टक्कर मार दी
मोहन यादव बताते हैं कि दोनों युवकों को कार ठीक से चलाने के लिए टोका था। इसके बाद वह कार की लाइट बंद करके उनके पास आए। एकदम से चेहरे पर लाईट मारी और उन्हें कार से उड़ा दिया। वह करीब 25 फीट दूर जाकर गिरे। इसके बाद भी आरोपियों का मन नहीं भरा। वह कार लेकर आए और फिर से कार में तोड़फोड़ की। इस दौरान एक परिवार ने दोनों युवकों की हरकत को कैमरे में कैद कर लिया। जिसे सबूत के तौर पर बाद में पुलिस को सौंपने के साथ कोर्ट में भी दिखाया गया। इस हादसे में मोहन के सिर और चेहरे पर करीब 20 टांके आए। वहीं बाएं पैर में कुल्हे तक के हिस्से पर चोट लगी है। हादसे के बाद से मोहन बेड रेस्ट पर हैं। परिवार का कहना है कि मंत्री समर्थक होने के चलते पुलिस आरोपियों पर हाथ नहीं डाल रही।
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