Ahilya Utsav Samiti’s Story Telling Competition in Indore | एक मंच पर दिखे रानी लक्ष्मीबाई, महात्मा गांधी, अब्दुल कलाम आजाद, रानी दुर्गावती, लाला लाजपत राय और मंगल पांडे

नितिन तापड़िया.इंदौर35 मिनट पहले
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छोटे-छोटे बच्चे जब वीरांगनाओं और शहीदों के वेश में उनकी गाथा सुन रहे थे तो ऐसा लग रहा था कि संपूर्ण भारतवर्ष के वीर सपूत यहां मौजूद हैं। कोई भगत सिंह बनकर आया था तो कोई कर्नल विक्रम बत्रा बनकर आया था, कोई सुभाषचंद्र बोस की तरह चल रहा था। रानी लक्ष्मीबाई, अब्दुल कलाम आजाद, रानी दुर्गावती, लाला लाजपत राय, महात्मा गांधी, मंगल पांडे, रामप्रसाद बिस्मिल, तात्या टोपे, चाफेकर बंधु, खुदीराम बोस जैसे किरदारों में नजर आ रहे बरेली ग्रामीण विकास संस्था एवं महेश दृष्टिहीन संस्था के दिव्यांग बच्चे बहुत ही जोश एवं खूबसूरती से देश के वीर सपूतों का किरदार निभा रहे थे।
मौका था अहिल्या उत्सव समिति द्वारा सोमवार को आयोजित कहानी कहो प्रतियोगिता का, जिसमें कुसुम डाबर चंद्रशेखर आजाद का किरदार बड़े जोश से व्यक्त कर रही थीं, वहीं अंकित झांसी की रानी का, हर्षित पाराशर कश्मीर में आतंकवादियों का सफाया करने वाले विक्रम बत्रा के किरदार में नजर आए।
आजादी हमारा अधिकार है
दीपांशी खर्जे ने जब कहा- आरजू बस यही है मेरी देश के नाम हो जन्म मेरा तो उपस्थित समुदाय ने तालियां बजाकर उनका अभिनंदन किया। करुणा प्रजापति भगत सिंह बनकर आई थीं, तो शिवानी डाबर सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है.. का उद्घोष कर रही थीं। मनीष पांडे स्वामी रामतीर्थ का मुख्य वाक्य अपना आत्मविश्वास कभी नहीं खोना चाहिए का वर्णन कर रहे थे, तो रक्षा जोशी मदनलाल ढींगरा का सूत्र वाक्य तुम अंग्रेजों ने हम भारतीयों को गुलाम बना रखा है, की गर्जना कर रही थीं। प्रेरणा जोशी लाला लाजपत राय का सूत्र वाक्य आजादी हमारा अधिकार है, अंग्रेजों की भीख मांगने की वस्तु नहीं का उद्घोष कर रही थी। ऐसे कई किरदारों के सूत्र वाक्य यहां छोटे-छोटे बच्चों के द्वारा सुनाए जा रहे थे। ऐसे में वरिष्ठों ने अपने उद्बोधन में प्रेरणा दी कि वीर सपूतों के सूत्र वाक्य जीवन में उतारें।
अहिल्या उत्सव समिति के सचिव सरयू वाघमारे एवं कार्यक्रम संयोजक तृप्ति महाजन, ज्योत्सना खराटे ने बताया कि कार्यक्रम का प्रारंभ दीप प्रज्ज्वलन एवं अहिल्या माता को पुष्प अर्पण करके किया गया। अतिथि योगेश जाधव, महेश जोशी, निर्णायक प्रमोद दीक्षित एवं जितेंद्र जाखेटिया थे। अतिथियों का स्वागत ज्योति तोमर, विनीता धर्म, निलेश केदारे, सिद्धार्थ केदारे ने किया। संचालन रजनी शर्मा ने किया। आभार साधना दड़गे ने माना।

अपनी प्रस्तुति देती एक बालिका।

अपनी बात कहती एक अन्य बालिका।

मंच पर मौजूद अतिथि एवं विजेता छात्राएं।

कार्यक्रम में मौजूद छात्राएं।
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