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प्रदेश के कई जिलों में बारिश का अलर्ट।
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
मध्यप्रदेश में मानसून ने अधिकृत रूप से आमद दर्ज करा दी है। मानसून जबलपुर संभाग के कुछ जिलों (मंडला, बालाघाट, सिवनी), शहडोल व रीवा संभागों के कुछ हिस्सों तक पहुंच चुका है। मानसून बंगाल की खाड़ी से आया है। बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर एरिया बनने की संभावना है। जैसे-जैसे यह आगे बढ़ेगा, मानसून भी उसी स्पीड से आगे बढ़ेगा। हालांकि इस बार मानसून थोड़ा विलंब से पहुंचा है। पिछले साल मानसून ने एमपी में 16 जून को एंट्री कर ली थी।
मध्यप्रदेश में मौसम अलग-अलग इलाकों में अलग-अलग बना हुआ है। प्रदेश में बीते चार-पांच दिनों से बारिश का सिलसिला जारी है। शनिवार को भी खरगोन और नीमच में तेज बारिश हुई। इंदौर में शुक्रवार और शनिवार की दरमियानी रात बारिश होती रही। सीहोर में भी जमकर बदरा बरसे। इसके अलावा प्रदेश के कई इलाकों में बारिश देखी गई। रतलाम, सतना, गुना, धार, खरगोन, भोपाल में भी पानी गिरा है। राजगढ़ के खिलचीपुर में दोपहर में हल्की बारिश हुई। तापमान को देखें तो प्रदेश में सबसे गर्म दिन टीकमगढ़ का रहा, यहां 44 डिग्री अधिकतम तापमान रहा। वहीं इंदौर का दिन सबसे ठंडा रहा। यहां दिन का तापमान 24.7 डिग्री रहा।
बेगमगंज में 16 सेमी तक पानी गिरा
मौसम केंद्र की रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिण पश्चिम मानसून प्रदेश में जबलपुर संभाग के कुछ जिलों (मंडला, बालाघाट, सिवनी), शहडोल व रीवा संभागों के कुछ हिस्सों तक पहुंच चुका है। दक्षिण पश्चिम मानसून की गतिविधियों के कारण गरज-चमक के साथ बिजली गिरने की घटनाओं में वृद्धि हो सकती है। बीते 24 घंटों की बात करें तो प्रदेश के भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम संभागों के जिलों में अधिकांश स्थानों पर शहडोल, रीवा, सागर, जबलपुर, ग्वालियर व उज्जैन संभागों के जिलों में अनेक स्थानों पर, चंबल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा हुई। बेगमगंज में 16, नेपानगर, लखनादौन में 15, जावर में 12, जैसीनगर, सोनकच्छ में 11, केसली में 10, घनसौर, इछावर, आष्टा में 9, सीहोर, कुंभराज, सांवेर में 8 सेमी तक पानी गिरा है।
आलीराजपुर, झाबुआ, सागर जिलों में अतिभारी बारिश की चेतावनी
अगले 24 घंटों की बात करें तो मौसम विभाग का पूर्वानुमान कहता है कि सागर, नर्मदापुरम, शहडोल, रीवा, भोपाल, उज्जैन, इंदौर व जबलपुर संभागों के जिलों में अनेक स्थानों पर, ग्वालियर व चंबल संभागों के जिलों में कुछ स्थानों पर वर्षा या बौछारें पड़ेंगी। विभाग ने दो अलर्ट भी जारी किए हैं। ऑरेंज अलर्ट बता रहा है कि आलीराजपुर, झाबुआ, सागर जिलों में कहीं-कहीं अतिभारी बारिश की संभावना है। वहीं यलो अलर्ट के मुताबिक बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, अनूपपुर, खरगोन, इंदौर, रायसेन, सीहोर, नर्मदापुरम, बुरहानपुर, बड़वानी, धार, रतलाम, उज्जैन, देवास जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा गरज-चमक की संभावना है।
बंगाल की खाड़ी में साइक्लोनिक सर्कुलेशन
मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो अरब सागर से लगातार नमी मिल रही है। जिसके चलते मध्य प्रदेश के अधिकतर जिलों में रुक–रुककर वर्षा का सिलसिला जारी है। फिलहाल, बंगाल की खाड़ी में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है। आने वाले दिनों में यह पूरे मध्यप्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश कराएगा। कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ भारी बारिश भी हो सकती है। कहा जा रहा है कि जून के शेष दिन तरबतर ही रहने वाले हैं। जानकारों के अनुसार वर्तमान में चक्रवात तूफान उत्तर प्रदेश के ऊपर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। उधर ओडिशा और उससे लगे ओडिशा कोस्ट पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। वर्तमान में अरब सागर के अलावा बंगाल की खाड़ी से भी नमी मिल रही है।
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