Engineering colleges will be developed on the lines of IIT | आईआईटी की तर्ज पर इंजीनियरिंग कॉलेज विकसित होंगे: उज्जैन में डीप-टेक रिसर्च एंड डिस्कवरी सेंटर का शुभारंभ मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने किया – Ujjain News

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उज्जैन5 मिनट पहले
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उज्जैन। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने महाशिवरात्रि पर शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज में डीप-टेक रिसर्च एंड डिस्कवरी सेंटर का शुभारंभ करते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति जीवंत और खोजपूर्ण हैं। खोजपूणज़् संस्कृति में हमारे यहां नित्य निरंतर हजारों वर्षों से रिसर्च को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। हमारा संकल्प है की आईआईटी की तर्ज पर प्रदेश के समस्त इंजीनियरिंग कॉलेज विकसित किए जाएंगे। आईआईटी के समान कैंपस तैयार किए जाएंगे। आईआईटी के माध्यम से हो रहे ज्ञान के प्रसार को इंजीनियरिंग कॉलेज के विद्याथीज़् भी सीख सकेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन से भारत को तकनीकी क्षेत्र में अग्रणी देश बनाने के प्रयासों को गति मिली है। सैटेलाइट परिसर की स्थापना से मध्यप्रदेश में तकनीकी शिक्षा को नई दिशा मिलेगी। इंजीनियरिंग कॉलेज में आयोजित नवाचार, प्रौद्योगिकी एवं उद्यमिता अनुभावतमक विद्यार्जन (डीप-टेक रिसर्च एंड डिस्कवरी सेंटर) केंद्र के शुभारंभ कार्यक्रम में केंद्रीय शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान वर्चुअल शामिल हुए। कार्यक्रम में विधायक अनिल जैन कालूहेडा, महापौर मुकेश टटवाल, अपर मुख्य सचिव मनोज श्रीवास्तव सहित आईआईटी इंदौर के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने इंजीनियरिंग कॉलेज उज्जैन परिसर में तीन अत्याधुनिक लैब खगोल विज्ञान एवं अंतरिक्ष अभियांत्रिकी धरोहर तथा नवाचार केंद्र, लेजर इंजिनियरिंग लैब और मेकर स्पेस लैब का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि वैज्ञानिक परंपरा को हमारे यहां ऋषि परंपरा के नाम से जाना जाता है। जिसमें वैज्ञानिकता के आधार पर सुव्यवस्था स्थापित होती है। किंतु हमारी समृद्ध संस्कृति, ऋषि परंपरा को नष्ट करने के अनेक प्रयास किए गए, लेकीन बदलते दौर में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूरी दुनिया में हमारी संस्कृति का परचम लहरा रहा है। दुनिया यहां आकर शिक्षा ग्रहण करेंगी। हमारी अच्छाई सीखेगी।

उज्जैन विज्ञान की नगरी के नाम से दुनिया में स्थापित होगी
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