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नदी में 31 साल पहले मिली थी महिला की लाश, पुलिस से लेकर इंटरपोल तक सबने लगा दिया था दिमाग, अब एक टैटू से हुई पहचान

नई दिल्ली: बेल्जियम में एक महिला की हत्या 31 साल पहले की गई थी. लेकिन उसकी पहचान हो नहीं पाई थी. अब उसकी पहचान हो गई है. इसके बाद इंटरपोल के जांचकर्ताओं ने राहत की सांस ली. महिला की पहचान रीटा रॉबर्ट्स के रूप में हुई है. रीटा का शव 3 जून 1992 को बेल्जियम के एंटवर्प में एक नदी में मिला था.

द सन की रिपोर्ट के अनुसार वह उन 22 महिलाओं में से एक थी जिनकी रहस्यमय परिस्थितियों में हत्या कर दी गई थी और यह मामला पुलिस से लेकर इंटरपोल को सालों से परेशान कर रहा था. नीदरलैंड, जर्मनी और बेल्जियम की पुलिस शुरू में हैरान थी, लेकिन बाद में इसमें शामिल महिलाओं की पहचान करने के लिए सहयोग किया.

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रीटा को बीबीसी क्राइम रिपोर्ट में दिखाए गए उनके विशिष्ट फूल टैटू के कारण पहचाना जा सका. जबकि उनके परिवार ने गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी. वो उस घटना से अनजान थे जो सालों पहले घटी थी. इस साल रीटा के बारे में एक आर्टिकल प्रकाशित हुआ था जिसमें उनकी टैटू की एक तस्वीर शामिल थी.

टैटू से हुई पहचान
उनकी टैटू पर हरी पत्तियों वाला एक काला गुलाब और उसके नीचे ‘आर’निक’ लिखा हुआ था. रीटा के परिवार के सदस्यों में से एक ने लेख देखा और उनकी पहचान की इसके बाद परिवार के सदस्य पुलिस के साथ काम करने के लिए बेल्जियम गए और रीटा की आधिकारिक तौर पर पहचान की गई.

जिस साल उनकी मौत हुई उस साल फरवरी में रीटा कार्डिफ स्थित अपने घर से बेल्जियम के एंटवर्प की यात्रा की थी. मई में अपने परिवार को आखिरी बार पोस्टकार्ड भेजने के एक महीने बाद उनका शव ग्रूट शिज़न नदी में एक जंगले के सामने पड़ा हुआ मिला.

Tags: Crime News, World news




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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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