अजब गजब

मैटरनिटी लीव के दौरान आया आइडिया, 32 हजार लगा शुरू किया बिजनेस, अब 67 हजार करोड़ की मालकिन है यह महिला

हाइलाइट्स

रूस की सबसे अमीर महिला हैं तात्‍याना बाकलचुक. कभी स्‍कूल में करती थी इंग्लिश टीचर की नौकरी. साल 2004 में शुरू की वाइल्‍डबेरीज कंपनी.

नई दिल्‍ली. रूस के ई-कॉमर्स रिटेलर वालइल्‍डबेरीज (wildberries) की फाउंडर तात्‍याना बाकलचुक (Tatyana Bakalchuk) रूस की सबसे अमीर सेल्‍फमेड बिजनेस वुमन बन गई हैं. ब्लूमबर्ग बिलियनेयर इंडेक्स के अनुसार, उनकी संपत्ति करीब 67 हजार करोड़ रुपए है. वाइल्डबेरीज को रूस का ‘अमेजन’ कहा जाता है. हाल ही में राष्ट्रपति पुतिन ने तात्याना को इंटरनेशनल पेमेंट नेटवर्क स्विफ्ट की टक्कर का सिस्टम बनाने की जिम्मेदारी दी है. वाइल्डबेरीज 60 हजार से ज्यादा ब्रांड्स के आइटम रखती है. इनमें कपड़े, इलेक्ट्रॉनिक्स, घरेलू सामान सहित कई उत्पाद हैं. कभी अग्रेजी टीचर रहीं तात्‍याना ने मेटरनिटी लीव के दौरान घर का खर्च चलाने को 32 हजार रुपये लगाकर ई-कॉमर्स बिजनेस शुरू किया था.

आज उनकी कंपनी के साथ 48 हजार कर्मचारी जुड़े हैं. उनके पास कंपनी का 99% और पति के पास 1% हिस्सेदारी है. साल 2023 में वाइल्‍डबेरीज को 50 हजार करोड़ रुपए रेवेन्यू मिला था. रूस के अलावा यह कंपनी जर्मनी, इटली व फ्रांस समेत आधा दर्जन देशों में बिजनेस कर रही है.

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32 हजार रुपये लगा शुरू किया व्‍यापार
तात्याना ने अपनी व्‍यापारिक सफर की शुरुआत शुरुआत 2004 में की. दरअसल, अपने सातवें बच्‍चे के जन्‍म के लिए उन्‍होंने मैटरनिटी लीव ली थी. आईटी प्रोफेशनल पति की कमाई से 6 बच्‍चों को पालना मुश्किल हो रहा था. इसलिए तात्‍याना ने 32 हजार रुपये लगाकर अपने फ्लैट से ही पति व्लादिस्लाव और उनके दोस्त की मदद से एक ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म की नींव रखी.

बस और मेट्रो से की सामान की डिलीवरी
शुरुआत में उन्होंने जर्मन रिटेल कंपनी ओटो के कपड़े बेचे. कपड़ों के फोटो खींचकर वे उन्हें अपनी वेबसाइट पर अपलोड करती थीं. सामान खरीदकर लाने से लेकर डिलीवरी तक का काम खुद ही किया. तात्‍याना ने बस और मेट्रो से ऑर्डर डिलीवरी किए. रूस की सबसे अमीर सेल्फमेड महिला होने के बावजूद तात्याना लो प्रोफाइल रहती हैं. खुद का घर तक नहीं है और किराए के मकान में रहती हैं.

रिस्‍क लेने से कभी नहीं हटी पीछे
तात्‍याना की कामयाबी का राज उनके जोखिम उठाने की आदत है. उन्‍होंने अपना बिजनेस बढाने को कई बार बड़े जाखिम उठाए. 2008 में मंदी के चलते एडिडास के 9 लाख के कपड़े-फुटवियर्स बिना बिके रह गए थे. तातान्या ने उन्हें क्रेडिट पर खरीद लिया और अगले दो साल तक बेचा. 2020 में महामारी के दौर में 12 हजार नए कर्मचारी रखे ताकि लोगों को घर पर ही वे सामान की डिलीवरी तुरंत दे सके और उनका बिजनेस बढे.

Tags: Business news, Success Story, Successful businesswoman, Womens Success Story


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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