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श्योपुर जिले की पार्वती नदी में भी जलस्तर बढ़ने से मुरैना जिले में खतरा और बढ़ गया है।
मुरैना जिले में लगातार बारिश और कोटा बैराज डैम से छोड़े जा रहे पानी के चलते चंबल नदी खतरे के निशान 138 फीट तक पहुंच गई है। मंगलवार देर रात कोटा बैराज से 11,073 क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जिससे चंबल में जलस्तर तेजी से बढ़ा। इसके मद्देनजर जिला प्रशासन ने
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प्रशासन ने चेतावनी दी है कि यदि चंबल का जलस्तर 140 फीट तक पहुंचता है तो मुरैना, अंबाह और सबलगढ़ तहसीलों के कई गांव बाढ़ की चपेट में आ सकते हैं। जिन गांवों को संभावित खतरे की सूची में रखा गया है, वे इस प्रकार हैं:
मुरैना तहसील: भानपुर, जैतपुर चंबल, रिठौरा खुर्द, दधिराम का पुरा, पटेल का पुरा, रघुवीर पुरा, गबदू का पुरा, कोशा का पुरा, भोला का पुरा, गोरखा।
सबलगढ़ तहसील: कैमरा कला, छोटी राड़ी, बड़ी राड़ी, गौदौली, गौदौली घुर्र, रेजा का पुरा, महजा, कलरघटी, मदन का पुरा, वंशी का पुरा।
अंबाह तहसील: बलदेव का पुरा, बीलपुर, घेरा, कुथियाना, रामप्रकाश का पुरा, रतन बसई, रामगढ़, सुखध्यान का पुरा, इंद्रजीत का पुरा, चूसल, बिचपुरी, लुधावली, मल्हण का पुरा, वासुदेव का पुरा, रायपुर, दीवानी का पुरा, बिहार का पुरा।
कंट्रोल रूम और हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए जिला प्रशासन ने सभी तहसीलों में कंट्रोल रूम स्थापित कर दिए हैं और राहत सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी कर दिए हैं-
- जिला कंट्रोल रूम: 07532-222557, 93293-19118
- पोरसा: 88710-30092
- अंबाह: 62641-91763
- मुरैना: 07532-226220
- बामौर: 89597-36418
- जौरा: 91090-27299
- कैलारस: 79879-56915
- सबलगढ़: 86025-97264
प्रशासन ने नदी किनारे रहने वाले लोगों से सतर्क रहने, अनावश्यक आवाजाही से बचने और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कंट्रोल रूम या स्थानीय प्रशासन को सूचना देने की अपील की है। SDRF और होमगार्ड की टीमें तैयार रखी गई हैं।
श्योपुर की पार्वती नदी भी उफान पर श्योपुर जिले की पार्वती नदी में भी जलस्तर बढ़ने से मुरैना जिले में खतरा और बढ़ गया है। प्रशासन लगातार हालात पर नजर बनाए हुए है और राहत कार्यों के लिए पूरी तरह से तैयार है।
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