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वायरल वीडियो में सफेद कुर्ता-पायजामा पहने महेश यादव चिंतामण गणेश मंदिर के पुजारी को गंदी-गंदी गालियां देता दिख रहा है, उसके हाथ में बका भी है। इस दौरान काले कपड़े पहने एक व्यक्ति बीच-बचाव करता नजर आ रहा है। वहीं, महेश यादव व्यक्ति को बार बार धक्का देकर दूर कर रहा है। आरोपी महेश पुजारी के बेटे को 24 घंटे के भीतर पैसे लौटाने की धमकी भी दे रहा है। ऐसा नहीं करने पर वह बड़े हमले की चेतावनी दे रहा है। बताया जा रहा है कि किसी पुराने मामले में महेश यादव ने पुजारी के लिए पैसे खर्च किए थे, जिन्हें वह वापस मांग रहा है।
सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
घटना के समय मंदिर में न तो कोई सुरक्षाकर्मी मौजूद था और न ही कोई पुलिस व्यवस्था दिखी। यह मंदिर न केवल मध्यप्रदेश, बल्कि देशभर में आस्था का केंद्र है, जहां रोजाना सैकड़ों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। इस घटना ने मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सीएसपी अभिनंदना शर्मा ने बताया कि लिखित शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपी महेश यादव के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
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श्रद्धालुओं में डर का माहौल
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद श्रद्धालुओं में डर का माहौल है। कई स्थानीय नागरिकों और भक्तों ने मंदिर प्रशासन और पुलिस से स्थायी सुरक्षा व्यवस्था की मांग की है। लोगों का कहना है कि यदि समय पर सुरक्षा बल मौजूद होता, तो इस घटना को रोका जा सकता था।
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कांग्रेस बोली- शर्मनाक, नहीं चलेगा रिश्तेदारी राज
वायरल वीडियो को लेकर पूर्व विधायक शैलेंद्र पटेल ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया जारी की। उन्होंने लिखा- प्रसिद्ध प्राचीन गणेश मंदिर, सीहोर में खुलेआम पंडित पृथ्वीवल्लभ दुबे जी के सुपुत्र जय दुबे पर महेश यादव नामक के व्यक्ति द्वारा धारदार हथियार से जानलेवा हमला किया गया। सबसे शर्मनाक बात यह है कि आरोपी खुद को मुख्यमंत्री मोहन यादव का रिश्तेदार बताता है। क्या अब मंदिर भी सुरक्षित नहीं? क्या मुख्यमंत्री के नाम पर अपराधियों को खुली छूट है? क्या अब अपराधियों के लिए रिश्तेदारी ही कानून बन गई है? यह है सरकार का जंगलराज, जहां गुंडे सीएम के नाम की ढाल लेकर हमला करते हैं। आम नागरिक मंदिर में भी असुरक्षित हैं।
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