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इंदिरा सागर बांध के 12 गेट खोले गए हैं।
बरगी और तवा डैम से छोड़े गए पानी के कारण नर्मदा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है। जल स्तर बढ़ने पर रविवार सुबह 4 बजे इंदिरा सागर डैम के 12 गेट खोले गए, जबकि सुबह 5:30 बजे ओंकारेश्वर डैम के 9 गेट खोल दिए गए। नर्मदा के निचले इलाकों में बहाव तेज होने की
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दोनों डैम से गेट के साथ-साथ टरबाइनों के माध्यम से भी बड़ी मात्रा में पानी छोड़ा जा रहा है। इंदिरा सागर डैम से गेट के जरिए 1620 क्यूमेक्स और पावर हाउस से 1840 क्यूमेक्स यानी कुल 3460 क्यूमेक्स पानी छोड़ा गया। वहीं, ओंकारेश्वर डैम से 1614 क्यूमेक्स गेटों से और 1896 क्यूमेक्स पावर हाउस से मिलाकर कुल 3510 क्यूमेक्स पानी नर्मदा में छोड़ा जा रहा है।
दोनों डैम से मिलाकर 1520 मेगावाट बिजली उत्पादन जारी इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर डैम की सभी टरबाइनों को फुल क्षमता पर चलाया जा रहा है। इससे दोनों संयंत्रों से कुल 1520 मेगावाट बिजली का सतत उत्पादन हो रहा है। पानी की अधिकता का फायदा उठाकर उत्पादन बढ़ाया गया है।
बरगी और तवा से लगातार बढ़ रहा जल प्रवाह शनिवार को इंदिरा सागर का जलस्तर 258.41 मीटर दर्ज किया गया। तवा डैम से 3173 क्यूमेक्स और बरगी डैम से 1338 क्यूमेक्स पानी छोड़ा जा रहा है। इन दोनों स्रोतों से मिलाकर लगभग 7500 क्यूमेक्स पानी इंदिरा सागर में पहुंच रहा है, जिससे डैम का जलस्तर तेजी से बढ़ा है। इसी वजह से नियंत्रित रूप से पानी छोड़ने और बिजली उत्पादन का निर्णय लिया गया है।
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