Home देश/विदेश Robert Vadra land scam | रॉबर्ट वाड्रा पर PMLA की धारा 70...

Robert Vadra land scam | रॉबर्ट वाड्रा पर PMLA की धारा 70 का वार, कैसे ED का चार्जशीट है खास? जानें वह बात जो नहीं है किसी को मालूम

34
0

[ad_1]

Robert Vadra News: जब बात रॉबर्ट वाड्रा की आती है तो हर बार चर्चा होती है लैंड स्कैम की… कंपनियों की, दस्तावेजों की और कुछ जमीन सौदों की. इन पर बहस होती है, आरोप लगते हैं लेकिन सीधी कार्रवाई कम ही दिखती है. लेकिन इस बार मामला सिर्फ आरोपों का नहीं है अब ED की चार्जशीट खुद बोल रही है. और सबसे बड़ी बात इस चार्जशीट में एक ऐसा कानून शामिल है जो शायद ही किसी हाई-प्रोफाइल केस में पहले इतने सटीक तरीके से लगाया गया हो.

हम बात कर रहे हैं PMLA की धारा 70 की. एक ऐसी कानूनी धारा है जो अब सिर्फ कंपनियों को नहीं, कंपनी के भीतर बैठे ताकतवर लोगों को भी अपराधी ठहरा सकता है. इस बार रॉबर्ट वाड्रा सिर्फ Sky Light Hospitality या Realty के मालिक नहीं हैं वो खुद “आरोपी नंबर 1” हैं. उनके नाम के आगे अब मनी लॉन्ड्रिंग का पूरा कानूनी शिकंजा खड़ा है.

पढ़ें- रॉबर्ट वाड्रा से जुड़े मामले में 31 जुलाई को होगी अगली सुनवाई

धारा 70: कानून का वो वार जो सीधे चेहरे पर लगता है
PMLA की धारा 70 कहती है कि अगर कोई कंपनी मनी लॉन्ड्रिंग में लिप्त पाई जाती है तो उसके उस समय के डायरेक्टर, मैनेजर या जिम्मेदार व्यक्ति भी सीधे दोषी माने जाएंगे. यानी कंपनी ने कुछ गलत किया तो “मैं तो सिर्फ साइन कर रहा था” वाली दलील अब नहीं चलेगी.

चार्जशीट में साफ लिखा गया है कि Sky Light Hospitality, Sky Light Realty और Onkareshwar Properties जैसी कंपनियों ने जो किया, वो केवल कागजी खेल नहीं था. बल्कि उन फैसलों के पीछे जो लोग थे वही असली गुनहगार हैं. और इसमें रॉबर्ट वाड्रा का नाम सबसे ऊपर है.

अब दस्तखत भी बन सकते हैं अपराध का सबूत
अब गुरुग्राम लैंड स्कैम मामले में ED ने जो चार्जशीट दाखिल की है. उसमें ना सिर्फ जमीन खरीद की प्रक्रिया, बल्कि स्टांप ड्यूटी की चोरी, बैकडेटेड दस्तावेज और नियमों की अनदेखी को डिटेल में समझाया गया है. लेकिन जो बात पहली बार सामने आई है वो ये कि इन फाइलों के पीछे जिन लोगों ने दस्तखत किए उनके खिलाफ सीधा केस बनाया गया है.

मतलब अब कंपनी की आड़ लेकर बचने का रास्ता बंद हो गया है. क्योंकि कानून कह रहा है… “तुमने साइन किया तो तुम ही जिम्मेदार हो.”

सिर्फ नाम नहीं, 58 करोड़ का खेल भी उजागर
ED की जांच में सामने आया है कि रॉबर्ट वाड्रा ने इस पूरे प्लॉट से 58 करोड़ रुपए की अवैध कमाई की. इनमें से 53 करोड़ Sky Light के जरिए और 5 करोड़ Blue Breeze Trading Pvt. Ltd. के जरिए ट्रांसफर किए गए. ये पैसा रियल एस्टेट खरीदने, कंपनियों को लोन देने और इन्वेस्टमेंट के रूप में इस्तेमाल किया गया. चार्जशीट बताती है कि कैसे एक मामूली दिखने वाले सौदे के जरिए इतनी बड़ी रकम ‘कानूनी’ दिखा दी गई. और अब वही पैसा ED के रडार पर है जिसे “Proceeds of Crime” कहा गया है.

अब कानून बोलेगा: ये मामला बना सकता है नजीर
PMLA की धारा 3, 4, 23, 24, 44 और 45 के तहत रॉबर्ट वाड्रा पर मामला चलेगा. इसमें 3 से 7 साल तक की सजा, जमानत न मिलने का खतरा और विशेष अदालत में सुनवाई का प्रावधान है. लेकिन असली बात ये है कि इस केस में ED ने PMLA की धारा 70 का इस्तेमाल कर एक मिसाल रखी है. अब अगर कंपनी का गुनाह है, तो उस कंपनी के पीछे जो लोग हैं… उन्हें भी कानून नहीं छोड़ेगा.

मीडिया में जमीन सौदे, मनी लॉन्ड्रिंग और राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप की बातें बहुत हो चुकी हैं. लेकिन ये पहली बार है जब कानून ने कंपनी के मुखौटे को हटाकर सीधे चेहरे को निशाना बनाया है. रॉबर्ट वाड्रा इस बार नाम से नहीं दस्तखत से पकड़े गए हैं.

[ad_2]

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here