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एक लाख महीने की नौकरी छोड़ी, शुरू किया ये काम, मचा दी धूम, आज बंपर हो रही कमाई – Uttar Pradesh News

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Success Story: आनंद श्रीवास्तव ने जौनपुर में ‘गेमटैक इंडिया’ स्टार्टअप शुरू किया, जिससे युवाओं को गेमिंग में करियर बनाने का मौका मिला. अब स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षण और ई-स्पोर्ट्स प्रतियोगिताओं में भाग लेने का…और पढ़ें

हाइलाइट्स

  • आनंद ने IT नौकरी छोड़कर गेमिंग स्टार्टअप शुरू किया.
  • स्टार्टअप से जौनपुर के युवाओं को गेमिंग में करियर का मौका मिला.
  • आनंद का स्टार्टअप युवाओं को प्रशिक्षण और ई-स्पोर्ट्स में मौका देता है.
जौनपुर:  जौनपुर के आनंद श्रीवास्तव ने वह कर दिखाया है, जो अक्सर बड़े शहरों में रहने वाले ही सोचते हैं. एक लाख रुपये महीने की IT सेक्टर की नौकरी छोड़कर उन्होंने अपने पैतृक शहर जौनपुर में एक गेमिंग स्टार्टअप की शुरुआत की. आज उनका स्टार्टअप न सिर्फ उन्हें पहले से ज्यादा आय दे रहा है, बल्कि जिले के युवाओं को भी एक नया सपना दिखा रहा है. अब गेमिंग के लिए जौनपुर के युवाओं को लखनऊ, दिल्ली या हैदराबाद जैसे महानगरों की ओर नहीं देखना पड़ता.

आनंद का यह सफर आसान नहीं था. उन्होंने बताया कि दिल्ली में IT SECTOR में काम करते हुए उन्हें हमेशा कुछ क्रिएटिव और खुद का कुछ करने की चाह थी. गेमिंग उनका जुनून था, जो बचपन से ही उनमें था. घर आने के बाद उन्होंने देखा कि जौनपुर के युवाओं में भी गेमिंग के प्रति जबरदस्त रुचि है, लेकिन संसाधनों और प्लेटफॉर्म की भारी कमी है. तब उन्होंने फैसला किया कि कुछ ऐसा करेंगे, जो अपने शहर के लिए भी उपयोगी हो.

आनंद ने अपने स्टार्टअप ‘गेमटैक इंडिया’ की शुरुआत की. जौनपुर में पहली बार किसी ने गेमिंग को एक करियर के रूप में गंभीरता से लिया. आनंद का स्टार्टअप स्थानीय युवाओं को न सिर्फ गेमिंग का माहौल देता है, बल्कि उन्हें प्रशिक्षण, कोडिंग की जानकारी और लाइव ई-स्पोर्ट्स प्रतियोगिताओं में भाग लेने का मौका भी देता है. उनके सेंटर में अब हर दिन सैकड़ों युवा आते हैं, जो नए-नए गेमिंग स्किल्स सीख रहे हैं.
जिले के युवा भी इस नई शुरुआत से बेहद उत्साहित हैं. शहर के रहने वाले प्रांजल बताते हैं कि पहले हमें सोचने पर मजबूर होना पड़ता था कि गेमिंग के लिए लखनऊ जाएं या ऑनलाइन ही सीमित रहें, लेकिन अब यहां ही प्रोफेशनल सपोर्ट मिल रहा है.

आनंद के इस साहसिक कदम ने यह दिखा दिया कि अगर इरादा मजबूत हो तो छोटे शहरों से भी बड़ी सोच निकल सकती है. अब जौनपुर न सिर्फ इतिहास और संस्कृति के लिए जाना जाएगा, बल्कि टेक्नोलॉजी और गेमिंग इनोवेशन के लिए भी. उनकी सफलता से प्रेरणा लेकर जिले के कई और युवा स्टार्टअप की ओर बढ़ रहे हैं. आनंद का अगला लक्ष्य है – एक ऐसा प्लेटफॉर्म बनाना, जहां उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों से भी युवा जुड़ें और भारत के गेमिंग सेक्टर में क्रांति ला सकें. जौनपुर से निकला यह गेमिंग विज़नरी अब खुद मिसाल बन गया है.

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