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राजधानी के गोविंदपुरा क्षेत्र में 20 करोड़ रुपए की लागत से बना सिविल अस्पताल अब 24 घंटे सातों दिन जनता के लिए खुला रहेगा। दो साल तक सीमित समय तक ही सेवाएं देने वाले इस अस्पताल में अब रात में भी इमरजेंसी चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होगी। यह बदलाव शनिवार रा
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24 घंटे में शुरू हुई नाइट शिफ्ट निरीक्षण के अगले ही दिन यानी रविवार शाम तक अस्पताल में इमरजेंसी सेवाएं शुरू कर दी गईं। दो डॉक्टरों की रात की ड्यूटी तय की गई है ताकि आसपास के रहवासी किसी भी समय इलाज के लिए जिला अस्पताल जाने को मजबूर न हों। स्टाफ ड्यूटी चार्ट तैयार कर लिया गया है और जरूरी दवाएं व प्राथमिक उपचार के उपकरण उपलब्ध करा दिए गए हैं।
अस्पताल में 40 लोगों का स्टाफ गोविंदपुरा सिविल अस्पताल में पहले से ही 10 डॉक्टर, 20 नर्स, 4 फार्मासिस्ट समेत कुल 40 लोगों का स्टाफ है। CMHO ने निर्देश दिया कि 8-8 घंटे की शिफ्ट बनाकर अस्पताल को लगातार चालू रखा जाए, जिससे किसी भी मरीज को इलाज के लिए भटकना न पड़े।
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शनिवार रात करीब 10 बजे CMHO डॉ. मनीष शर्मा ने औचक निरीक्षण किया।
शनिवार रात जब CMHO निरीक्षण पर पहुंचे तो अस्पताल का मुख्य द्वार बंद था और अंदर सिर्फ एक गार्ड मौजूद था। गार्ड ने बताया कि “रात में किसी अनहोनी की आशंका के चलते अस्पताल बंद कर दिया जाता है।” इस पर डॉ. शर्मा ने नाराजगी जताते हुए अस्पताल प्रभारी को फोन कर सख्त निर्देश दिए कि “यह अस्पताल अब 24×7 खुलेगा। जो भी संसाधन लगाने हों, लगाओ।” पढ़ें पूरी खबर
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