छतरपुर जिले के बीते 24 घंटे से हो रही मूसलाधार बारिश के चलते बाढ़ जैसे हालात बनने लगे हैं। हालात को देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर है और स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। लगातार बारिश के चलते धसान नदी उफान पर है। एमपी-यूपी सीमा पर स्थित देवरी एवं लहचूरा बांध लबालब भर गए हैं। इस कारण दोनों बांधों से कुल 2 लाख 88 हजार 400 क्यूसेक पानी धसान नदी में छोड़ा जा रहा है। नदी के आसपास स्थित गांवों को अलर्ट कर दिया गया है। हालात को देखते हुए कलेक्टर पार्थ जसवाल के निर्देश पर नौगांव एसडीएम जीएस पटेल, तहसीलदार पीयूष दीक्षित, पटवारी आशीष पांडेय और मनीष प्रताप सिंह ने धसान नदी के किनारे बसे चपरन, लहदरा, मडोरी आदि गांवों का निरीक्षण किया।
जानकारी के अनुसार, लगातार बारिश से सुजारा बांध और अन्य डैम भी पूरी तरह भर गए हैं। देवरी बांध के 10 फाटक 2 मीटर और लहचूरा बांध के 9 फाटक 3 मीटर की ऊंचाई तक खोल दिए गए हैं। दोनों बांधों से धसान नदी में लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। महोबा जिला प्रशासन द्वारा नदी किनारे स्थित टपरन, लिलवा, काशीपुरा समेत अन्य गांवों में भी अलर्ट जारी कर निगरानी की जा रही है। महोबा सिंचाई विभाग के जेई रामआसरे यादव ने बताया कि 1 जुलाई को दोपहर 2:20 बजे लहचूरा बांध में सुखनई नदी और अन्य पहाड़ी जलस्रोतों से पानी की भारी आवक शुरू हुई। बांध की सुरक्षा के लिए 9 गेट 9 मीटर की ऊंचाई तक खोलकर 1,28,200 क्यूसेक पानी सुरक्षित रूप से धसान नदी में छोड़ा गया।
धसान नदी के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी को देखते हुए प्रशासन ने गांववासियों, चरवाहों और मछुआरों से अपील की है कि वे नदी के किनारे न जाएं। ग्राम पंचायत स्तर पर मुनादी करवा दी गई है ताकि किसी प्रकार की जनहानि से बचा जा सके। महोबा पुलिस अधीक्षक प्रबल प्रताप सिंह ने पुलिस बल के साथ लहचूरा डैम का निरीक्षण कर बांध की स्थिति और जलप्रवाह की समीक्षा की। उन्होंने महोबकंठ थाना प्रभारी को निर्देश दिए कि धसान नदी किनारे बसे गांवों में सतत निगरानी रखी जाए और लोगों को नदी से दूर रहने के लिए जागरूक किया जाए।