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Amit Shah in Gujarat: अमित शाह ने ‘सहकार-संवाद’ में कहा कि सहकारी क्षेत्र महिलाओं को आत्मनिर्भर बना रहा है. उन्होंने बनासकांठा का उदाहरण देकर पानी की कमी और दूध उत्पादन से बदलाव की बात की.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महिलाओं के साथ बातचीत की. (फाइल फोटो)
हाइलाइट्स
- अमित शाह ने सहकार-संवाद में महिलाओं की आत्मनिर्भरता की बात की.
- बनासकांठा में पानी की कमी और दूध उत्पादन से बदलाव का उदाहरण दिया.
- रिटायरमेंट के बाद अमित शाह वेदों और प्राकृतिक खेती का अध्ययन करेंगे.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ‘सहकार-संवाद’ कार्यक्रम में बनासकांठा का जिक्र किया और कहा, “जब मैं पैदा हुआ था, तब बनासकांठा के लोगों को सप्ताह में सिर्फ एक बार नहाने के लिए पानी मिल पाता था. मध्य प्रदेश और राजस्थान के लोगों को शायद इसका अंदाजा न हो, लेकिन बनासकांठा और कच्छ गुजरात के सबसे ज्यादा पानी की कमी वाले जिलों में से थे. आज, एक परिवार सिर्फ दूध उत्पादन से सालाना 1 करोड़ कमाता है. यह एक बहुत बड़ा बदलाव है.”
अमित शाह ने आगे कहा, “सहकारिता मंत्रालय पीएम मोदी के ‘सहकार से समृद्धि’ के विजन के अनुसार किसानों को सशक्त बनाकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था के साथ देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती दे रहा है.” ‘सहकार संवाद’ में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोगों के सवालों का भी जवाब दिया. अमित शाह ने एक प्रतिभागी के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि हमने प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों (पीएसीएस) के लिए लगभग 25 छोटे व्यवसाय मॉडल की पहचान की है. सभी पीएसीएस को विभिन्न गतिविधियों से जोड़कर उन्हें समृद्ध बनाने की दिशा में काम करना चाहिए.
राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h…और पढ़ें
राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h… और पढ़ें
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