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Manipur Weapons News: असॉल्ट और स्नाइपर राइफल, ग्रेनेड लॉन्चर, गोला-बारूद… मणिपुर में क्या होने वाला था? मिला हथियारों का जखीरा

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Manipur Weapons News: मणिपुर के पहाड़ी जिलों में सुरक्षा बलों ने असॉल्ट राइफल, ग्रेनेड लॉन्चर, स्नाइपर राइफल सहित भारी मात्रा में हथियार बरामद किए. यह सर्च ऑपरेशन मणिपुर पुलिस, असम राइफल्स और केंद्रीय बलों ने च…और पढ़ें

राइफल, ग्रेनेड लॉन्चर... मणिपुर में क्या होने वाला था, मिला हथियारों का जखीरा

मणिपुर पुलिस ने भारी मात्रा में हथियार बरामद किए.

हाइलाइट्स

  • मणिपुर में भारी मात्रा में हथियार बरामद हुए.
  • सुरक्षा बलों ने असॉल्ट राइफल, ग्रेनेड लॉन्चर पाए.
  • सुरक्षा बलों ने मणिपुर में गहन तलाशी अभियान चलाया.
इंफाल. मणिपुर को एक बार फिर से दहलाने की साजिश उस वक्त नाकाम हो गई, जब वहां के पहाड़ी क्षेत्रों से भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए. इसे सुरक्षा एजेंसियों की बड़ी कामयाबी बताई जा रही है. सुरक्षा बलों ने मणिपुर के पहाड़ी जिलों में गहन तलाशी अभियान के बाद असॉल्ट राइफल, ग्रेनेड लॉन्चर, स्नाइपर राइफल, गोला-बारूद और विस्फोटक सहित भारी मात्रा में हथियार बरामद किए हैं.

राजधानी इंफाल में शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने संवाददाताओं को बताया, “पुलिस, असम राइफल्स और केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की संयुक्त टीमों को विश्वसनीय खुफिया जानकारी मिली थी कि टेंग्नौपाल, कांगपोकपी, चंदेल और चुराचांदपुर जिलों में हथियार छिपाए गए हैं, जिसके बाद इन पहाड़ियों की तलाशी ली गई.”

इन पहाड़ी क्षेत्रों के अधिकांश गांवों में कुकी जनजातियों की आबादी अधिक है. यह पहली बार नहीं है, सुरक्षा बल नियमित रूप से घाटी क्षेत्रों से हथियार बरामद करते रहे हैं. पुलिस महानिदेशक कार्यालय (DGP Office) ने एक बयान में कहा कि बरामद हथियारों में 21 इंसास और 11 एके सीरीज की असॉल्ट राइफलें, 26 सेल्फ-लोडिंग राइफलें (एसएलआर), दो 51 मिमी मोर्टार और तीन एम79 ग्रेनेड लॉन्चर शामिल हैं.

पुलिस ने बताया कि तलाशी गुरुवार आधी रात से शुरू हुई और शुक्रवार सुबह समाप्त हुई. पुलिस ने बयान में कहा, “पहाड़ी जिलों में ये खुफिया सूचना के आधार पर चले संयुक्त अभियान मणिपुर पुलिस, असम राइफल्स/सेना और केंद्रीय सुरक्षा बलों के लिए सामान्य स्थिति बहाल करने, सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने और नागरिकों और उनकी संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उनके निरंतर प्रयासों में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है.”

उन्होंने जनता से अवैध और लूटे गए हथियारों की तलाश में सुरक्षा बलों के साथ सहयोग करने को कहा और निवासियों को अवैध हथियारों से जुड़ी किसी भी संदिग्ध गतिविधि या सूचना की सूचना निकटतम पुलिस स्टेशन या केंद्रीय नियंत्रण कक्ष को देने के लिए प्रोत्साहित किया. केंद्र द्वारा 13 फरवरी को मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू करने के बाद, राज्यपाल ए.के. भल्ला ने 20 फरवरी को लोगों को लूटे गए और अवैध रूप से रखे गए आग्नेयास्त्रों को सात दिनों के भीतर सौंपने का आदेश दिया था. इसके बाद, राज्यपाल ने समय सीमा 6 मार्च तक बढ़ा दी थी. इस अवधि के दौरान बड़ी संख्या में लूटे गए और अवैध रूप से रखे गए आग्नेयास्त्र, गोला-बारूद और विस्फोटक सामग्री सुरक्षा बलों को सौंपी गई.

Rakesh Ranjan Kumar

राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h…और पढ़ें

राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h… और पढ़ें

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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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