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ऐसे में अगर आप बैंक के फिक्स्ड डिपोजिट में निवेश के लिए सोच रहे हैं तो उससे पहले कई बैंकों जैसे स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), HDFC बैंक, ICICI बैंक और पंजाब नेशनल बैंक (PNB) की फिक्स्ड डिपॉजिट्स से सरकारी छोटी बचत योजनाओं की तुलना जरूर कर लें. क्योंकि कई सरकारी सेविंग स्कीम्स में इन बैंकों के मुकाबले ज्यादा रिटर्न मिल रहा है. आइये आपको ऐसी 5 छोटी सेविंग स्कीम्स के बारे में बताते हैं, जो टॉप बैंकों की फिक्स्ड डिपॉजिट्स की दरों की तुलना जयादा बेहतर हैं.
अगर आप अपना पैसा सिर्फ 5 साल के लिए निवेश करना चाहते हैं तो आप टर्म डिपॉजिट, नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC) और पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट (POTD)जैसी स्कीमों का लाभ उठा सकते हैं. पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट (POTD) (5 साल) सभी नागरिकों के लिए 7.5% की ब्याज दर प्रदान करता है, जबकि NSC 7.7% की थोड़ी अधिक दर दे रहा है. सीनियर सिटिजन के लिए SCSS 8.2% की ब्याज दर दे रहा है.
वहीं स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) की 5 साल की टर्म डिपॉजिट पर सामान्य जमाकर्ताओं के लिए 6.3% और वरिष्ठ नागरिकों के लिए 6.8% ब्याज दर देता है. HDFC बैंक सामान्य नागरिकों के लिए 6.4% और वरिष्ठ नागरिकों के लिए 6.9% ब्याज दर देता है, जबकि ICICI बैंक थोड़ी अधिक दरें देता है, जो 6.6% और 7.1% हैं. वहीं, PNB सामान्य नागरिकों के लिए 6.5% और वरिष्ठ नागरिकों के लिए 7% ब्याज दर देता है.
पोस्ट ऑफिस योजनाएं भारत सरकार द्वारा समर्थित होती हैं. इस सरकारी समर्थन के कारण, ये खाते उन लोगों के लिए विशेष रूप से आकर्षक होते हैं जो अपने मूलधन को सुरक्षित रखते हुए निश्चित ब्याज कमाना चाहते हैं.
दूसरी ओर, बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट्स (एफडी) भी सुरक्षित निवेश माने जाते हैं, लेकिन इनकी सुरक्षा की एक सीमा होती है. अधिकांश बैंक डिपॉजिट इंश्योरेंस और क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन (DICG) के तहत कवर होते हैं. हालांकि, बैंक जमाकर्ताओं को ध्यान रखना चाहिए कि आपकी राशि 5 लाख रुपये (ब्याज सहित) तक बीमित होती है. इस सीमा से अधिक राशि बैंक के विफल होने पर वापस मिल भी सकती है और नहीं भी.
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