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जबलपुर में एक बार फिर धर्मांतरण के प्रयास का मामला सामने आया है। घटना आधारताल थाना क्षेत्र की है जहां एक हिंदू महिला और उसके पति को ये झांसा दिया गया कि अगर वो ईसाई धर्म अपना लें तो उन्हें बीमारी से छुटकारा मिल जाएगा।
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निकिता यादव और राजकुमार यादव नाम के पति-पत्नी ने प्रीति और हरिओम सहित 5 आरोपियों पर धर्मांतरण का दबाव डालने का आरोप लगाया है। आधारताल थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर तालाश शुरू कर दी है। इधर, सोमवार को जैसे ही विहिप को इलाज के नाम पर धर्मांतरण की जानकारी मिली तो आधारताल थाने पहुंचकर आरोपियों की गिरफ्तार की मांग की है।
शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि बेटी के इलाज के नाम पर प्रीति और हरिओम सहित पांच लोगों ने पहले आधारताल तालाब में नहाने को कहा और फिर उन्हें बेटी के साथ चर्च ले गए, जहां से ईसाई धर्म अपनाने का दबाव बनाया। पति पत्नी ने आरोपियों पर अपने जेवर सहित 2 लाख रुपए भी हड़प लेने का आरोप लगाया है।
घटना को लेकर आधारताल पुलिस थाने में विहिप ने हंगामा भी किया। सुहागी के पटेल नगर निवासी निकिता यादव और राजकुमार यादव की बेटी भूमिका का बीते एक साल से स्वास्थ्य खराब हुआ, कई जगह इलाज के लिए ले गए, पर आराम नहीं मिला, इसी बीच दंपत्ति की प्रीति जैन और हरिओम से पहचान हो गई।
उसने बेटी की बीमारी की समस्या बताई तो प्रीति और हरिओम ने उससे बोला कि यदि वह ईसाई धर्म अपना लेगी तो उसकी बेटी ठीक हो जाएगी। उसे ईशु मसीह की प्रार्थना करने बोला।

ईसाई बनकर प्रार्थना करेगी को बेटी स्वस्थ हो जाएगी शिकायतकर्ता ने बताया कि यदि वह ईसाई बनकर प्रार्थना करेगी तो उसकी बेटी स्वस्थ्य हो जाएगी। उसके बाद दोनों अक्सर उसके घर लगातार आने-जाने लगे। वह एक दवा भी देते थे, जिसके नशे के होने का संदेह है। क्योंकि उस दवा के सेवन के बाद भूमिका सोती रहती थी। पुलिस को शिकायत में निकिता यादव ने प्रीति और हरिओम के साथ नमिता रैकवार, कविता रैकवार और निकिता रैकवार का नाम भी बताया है। इस बीच उन्होंने झांसा देकर धीरे-धीरे उसके आभूषण और लगभग दो लाख रुपए ले लिए।
जिसे पांचों मिलकर हड़प कर गए। रुपए वापस मांगे तो कुछ दिन पूर्व हरिओम और प्रीति उसके घर पहुंचे और डराया कि अगर धर्म परिवर्तन नहीं करते तो तुम्हारी बेटी कभी भी ठीक नहीं होगी। बजरंग दल का आरोप है कि आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को दवाइयों, उपचार और पैसों का लालच देकर उनके मतांतरण का प्रयास किया जा रहा है।
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