[ad_1]
Last Updated:
कनाडा में आयोजित ‘नेशनल सिक्योरिटी कॉन्फ्रेंस’ में भारतवंशी और विशेषज्ञों ने विदेशी कट्टरता, खालिस्तानी विचारधारा और सुरक्षा खतरों पर चिंता जताई. एयर इंडिया बम धमाके की 40वीं बरसी पर पीड़ितों को न्याय और शिक्षा…और पढ़ें
आतंकवाद के खिलाफ खड़े हुए भारतीय. (ANI)
ओटावा: कनाडा में बसे भारतवंशियों ने सालों से बढ़ती कट्टरता के खिलाफ आवाज उठाई है. रविवार को वुडब्रिज, ओंटारियो स्थित ‘पैरामाउंट इवेंटस्पेस’ में आयोजित ‘नेशनल सिक्योरिटी कॉन्फ्रेंस’ कट्टरता के खिलाफ एकजुट होने का स्वर गूंजा. इस सम्मेलन का आयोजन कनाडा इंडिया फाउंडेशन (CIF) और TAFSIK की ओर से किया गया था, जिसका मकसद था कनाडा की घरेलू सुरक्षा को प्रभावित कर रहे विदेशी एजेंटों और अतिवादी विचारों पर खुलकर चर्चा करना. TAFSIK खालिस्तानी आतंकवाद और अलगाववाद के खिलाफ वैश्विक स्तर पर काम कर रहा है.
‘कट्टरता अब स्कूलों तक पहुंच चुकी है’
सम्मेलन में एक सेशन ‘मानवता पर आतंक की कीमत’ पर आधारित था, जिसमें खासतौर पर यह बताया गया कि कैसे भारतीय-कनाडाई और यहूदी-कनाडाई समुदाय आज भी नफरत, धमकियों और हिंसा के साये में जी रहे हैं. पत्रकार डैनियल बोर्डमैन ने स्पष्ट शब्दों में कहा, ‘हम इस्लामी कट्टरपंथी संगठनों, पाकिस्तानी ISI समर्थित तत्वों, खालिस्तानी अलगाववादियों और वामपंथी चरमपंथियों से जूझ रहे हैं. ये लोग अब स्कूलों तक में घुसपैठ कर चुके हैं.’
‘कनाडा अपने ही दोस्तों को धोखा दे रहा है’
पत्रकार वायट क्लेपूल ने कनाडा की विदेश नीति पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, ‘हम भारत और इजरायल जैसे सहयोगियों को पीठ दिखाते हैं. हमें लगता है कि हर बार ‘डेस्केलेशन’ ही सही नीति है, जबकि कई बार सही और गलत को पहचानना ज़रूरी होता है.’ सम्मेलन में एक अहम मुद्दा था ‘बिल 63’ जिसे कई वक्ताओं ने मध्यमवर्गीय आवाजों को दबाने वाला कानून बताया. उन्होंने कहा, ‘ये कानून न केवल खुले संवाद को रोकता है, बल्कि अतिवादी विचारों को कानूनी सुरक्षा भी देता है.’
योगेंद्र मिश्र ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से जर्नलिज्म में ग्रेजुएशन किया है. 2017 से वह मीडिया में जुड़े हुए हैं. न्यूज नेशन, टीवी 9 भारतवर्ष और नवभारत टाइम्स में अपनी सेवाएं देने के बाद अब News18 हिंदी के इंटरने…और पढ़ें
योगेंद्र मिश्र ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से जर्नलिज्म में ग्रेजुएशन किया है. 2017 से वह मीडिया में जुड़े हुए हैं. न्यूज नेशन, टीवी 9 भारतवर्ष और नवभारत टाइम्स में अपनी सेवाएं देने के बाद अब News18 हिंदी के इंटरने… और पढ़ें
[ad_2]
Source link


