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कांग्रेस दफ्तर का चपरासी अब चाय के लिए भी नहीं पूछता, मणिशंकर अय्यर के सीने में रह-रह उठती है टीस

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Mani Shankar Aiyer Marginalized in Congress: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने कहा कि उनको पार्टी में पूरी तरह से हाशिए पर डाल दिया गया है. इसके कारण अब कांग्रेस मुख्यालय के चपरासी भी उनकी अनदेखी करने लग…और पढ़ें

कांग्रेस दफ्तर का चपरासी चाय के लिए नहीं पूछता,मणिशंकर के सीने में उठती है टीस

मणिशंकर अय्यर ने कहा कि पार्टी ने उनको पूरी तरह हाशिए पर डाल दिया है.(Image:PTI)

हाइलाइट्स

  • मणिशंकर अय्यर ने कहा कि वे पार्टी में पूरी तरह से हाशिए पर हैं.
  • अब कांग्रेस मुख्यालय के चपरासी भी उनकी अनदेखी करने लगे हैं.
  • चपरासी उनको चाय तक के लिए भी नहीं पूछते हैं.

नई दिल्ली. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर अपने विवादित बयानों के कारण लगातार चर्चा में रहते हैं. उनको बयानों के कारण अक्सर कांग्रेस पार्टी और उसके सुप्रीमो गांधी परिवार को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है. अब एक बार फिर से मणिशंकर अय्यर ने अपने बयान से कांग्रेस और उसकी लीडरशिप पर निशाना साधा है. अय्यर ने कहा कि अब कांग्रेस पार्टी में उनको पूरी तरह से हाशिए पर डाल दिया गया है. यहां तक कि कांग्रेस हेडक्वार्टर के चपरासी भी उनकी अनदेखी करने लगे हैं और उनको चाय तक के लिए भी नहीं पूछते हैं. मणिशंकर अय्यर ने इस बयान के साथ ही कांग्रेस की लीडरशिप पर भी निशाना साधा है.

मणिशंकर अय्यर ने कहा कि वो राजीव गांधी, सोनिया गांधी या राहुल गांधी के लिए कांग्रेस पार्टी में नहीं शामिल हुए. अय्यर ने आगे कहा कि वो जब 6 साल के थे तो पंडित जवाहरलाल नेहरू देश के पीएम बने थे. जब वो 23 साल के थे तो जवाहरलाल नेहरू का देहांत हुआ था. उस वक्त में राजनीति और विचारधार अलग-अलग चीजें नहीं होती थीं. विचारधारा ही राजनीति होती थी. इसलिए वो कांग्रेस में शामिल हुए थे.

गौरतलब है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर और विवादों का बहुत पुराना और गहरा नाता रहा है. उन्होंने एक बार नरेंद्र मोदी के बारे में भी विवादित बयान दिया था. मणिशंकर अय्यर के इन्हीं बयानों के चलते कांग्रेस पार्टी ने उनको लंबे समय से हाशिए पर छोड़ रखा है. उनको पार्टी के किसी भी फोरम या मंच में शामिल नहीं किया है. इसका साफ मलाल मणिशंकर अय्यर के बयान में दिखाई दिया है. उन्होंने कहा कि इस वक्त पार्टी के किसी भी संगठन में उनकी कोई पहुंच नहीं है.

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मणिशंकर अय्यर के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर कई तरह के रिएक्शन सामने आए हैं. एक यूजर ने कहा कि बीजेपी ऑफिस के बाहर चाय की दुकान लगा लें, जैसा कि आपने पीएम को सलाह दी थी. दूसरे यूजर ने कहा कि क्या आपको याद है कि आपने पीएम के बारे में क्या कहा था, अब आप इसके हकदार हैं. वहीं तीसरे यूजर ने कहा कि गलत पक्ष चुनने के लिए आप इसके हकदार हैं भाई. अब किनारे पर बैठो और इससे पहले कि आपका और अपमान हो, थोड़ा स्वाभिमान रखो.

Rakesh Singh

Rakesh Singh is a chief sub editor with 14 years of experience in media and publication. International affairs, Politics and agriculture are area of Interest. Many articles written by Rakesh Singh published in …और पढ़ें

Rakesh Singh is a chief sub editor with 14 years of experience in media and publication. International affairs, Politics and agriculture are area of Interest. Many articles written by Rakesh Singh published in … और पढ़ें

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