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मऊगंज जिले में कानून व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक है। जिले के 1070 गांवों और 5 थानों की सुरक्षा व्यवस्था केवल 195 पुलिस कर्मियों के भरोसे है।
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स्थिति की गंभीरता का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि हाटा चौकी के 85 गांवों में सिर्फ दो पुलिसकर्मी तैनात हैं। पिपराही चौकी के 25 गांवों में 2 और भीर-रामपुर चौकी के 87 गांवों में तीन पुलिसकर्मी ही हैं। हनुमना बायपास की हाईवे गश्त चौकी में 10 पद मंजूर हैं, लेकिन 2 जवान ही कार्यरत हैं।
थानों में भी स्थिति बेहतर नहीं है। मऊगंज थाने में 40 मंजूर पदों के मुकाबले 28, हनुमना में 35 की जगह 21, नई गढ़ी में 36 की जगह 20, शाहपुर में 32 की जगह 18 और लौर थाने में 32 मंजूर पदों के मुकाबले 19 पुलिसकर्मी ही कार्यरत हैं।
स्थिति को सुधारने के लिए प्रशासन ने हाटा, पिपराही, खटखरी और रामपुर चौकियों को थाने में बदलने का प्रस्ताव शासन को भेजा है। जड़कुड़, बहुती, पहाड़ी और सीतापुर में नई चौकियां स्थापित करने का प्रस्ताव भी दिया है।
एसपी दिलीप सोनी के अनुसार, पुलिस चौकियों में बल की कमी को जल्द दूर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मौजूदा संसाधनों से बेहतर काम कराने का प्रयास जारी है। नए बल की तैनाती शीघ्र की जाएगी।

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