[ad_1]
संतों के साथ दिल्ली में बातचीत करते केंद्रीय मंत्री गडकरी और केंद्रीय मंत्री सिंधिया।
भिंड जिले में नेशनल हाईवे-719 के चौड़ीकरण की मांग लंबे समय से चल रही थी। मंगलवार को दिल्ली में केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ बैठक में इस पर सहमति बनी।
.
बैठक में भिंड के कई संत समाज के प्रतिनिधि मौजूद रहे। बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि डीपीआर से लेकर भू-अधिग्रहण तक का काम तेजी से कराया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि ग्वालियर-इटावा हाईवे-719 को फोरलेन किया जाए और जहां जरूरत हो, वहां बायपास भी बनाया जाए। उन्होंने कहा कि यह काम 2028 से पहले पूरा होना चाहिए।
चार महीने पहले शुरू हुआ था आंदोलन भिंड के संत लंबे समय से इस हाईवे के चौड़ीकरण की मांग कर रहे थे। करीब चार महीने पहले आंदोलनरत संतों ने केंद्रीय मंत्री सिंधिया से मुलाकात की थी। उन्होंने हाईवे पर हादसों के आंकड़े बताए थे। सिंधिया ने इसके बाद केंद्रीय मंत्री गडकरी से मुलाकात कराने का आश्वासन दिया था।
इस दौरान संतों ने दस दिन तक अखंड आंदोलन किया था। बाद में सांसद संध्या राय और अन्य नेताओं के प्रयास से आंदोलन स्थगित हुआ। सोमवार रात सिंधिया की तरफ से संतों को संदेश भेजा गया था कि मंगलवार को गडकरी के साथ बैठक तय है।

बैठक में मौजूद संत समाज।
संत समाज ने रखा पक्ष बैठक में दंदरौआ धाम के महंत रामदास महाराज, संत समिति के अध्यक्ष कालीदास महाराज, चिलौगा धाम के हरिनिवास अवधूत महाराज, खनेता धाम के रामभूषण दास महाराज समेत कई संत शामिल हुए।
कालीदास महाराज ने बताया, “सिंधिया जी ने बैठक में विस्तार से हाईवे पर ट्रैफिक, हादसों और संत समाज की चिंता को गडकरी जी के सामने रखा। इसके बाद चौड़ीकरण का फैसला हुआ।”
बैठक में सांसद संध्या राय, जिलाध्यक्ष देवेंद्र नरवरिया और भाजपा नेता रमेश दुबे भी मौजूद रहे।
[ad_2]
Source link



