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तन्मय शर्मा सिजोफ्रेनिया और मेंटल हेल्थ मुद्दों पर अपने शोध के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध हैं. पिछले कुछ साल में, उन्होंने 200 से अधिक शोध पत्र प्रकाशित किए हैं और पांच पुस्तकें लिखी हैं.

भारतीय मूल के बिजनेसमैन तन्मय शर्मा को लॉस एंजिल्स इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एक बड़े हेल्थकेयर धोखाधड़ी मामले में गिरफ्तार किया गया है. इस मामले की कुल राशि लगभग 1,244 करोड़ रुपये (USD 149 मिलियन) है. 61 साल के शर्मा Sovereign Health Group के संस्थापक और पूर्व सीईओ हैं, जो अब बंद हो चुकी है. ये संगठन नशा मुक्ति और मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं देता था.

अमेरिकी न्याय विभाग के अनुसार, शर्मा ने स्वास्थ्य बीमा कंपनियों को नकली दावों के जरिए कुल 149 मिलियन अमेरिकी डॉलर का धोखा दिया. उन्होंने अपने केंद्रों के लिए मरीजों की भर्ती करने के लिए लगभग 21 मिलियन डॉलर (लगभग 175 करोड़ रुपये) की अवैध रिश्वत भी दी. एक संघीय ग्रैंड जूरी ने उन्हें आठ गंभीर अपराधों के लिए आरोपित किया है, जिसमें चार वायर फ्रॉड के मामले, एक साजिश का आरोप और तीन अवैध रेफरल से संबंधित मामले शामिल हैं.

यूएस अटॉर्नी ऑफिस, सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट ऑफ कैलिफोर्निया के अनुसार, सोवरेन हेल्थ ग्रुप ने धोखाधड़ी से मरीजों को उनकी जानकारी के बिना बीमा योजनाओं में नामांकित किया, जिसमें धोखाधड़ी वाली रणनीतियों का उपयोग किया गया.

एफबीआई ने साल 2017 में इस मामले की जांच शुरू की. जांच के हिस्से के रूप में, उन्होंने साउथर्न कैलिफोर्निया में सोवरेन हेल्थ के उपचार केंद्रों, इसके मुख्य कार्यालय और शर्मा के घर की तलाशी ली. कंपनी ने 2018 में अपने संचालन को बंद कर दिया. मामले में शामिल एक अन्य व्यक्ति, पॉल जिन सेन, को भी गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने खुद को निर्दोष बताया है और उनका ट्रायल 29 जुलाई को शुरू होने वाला है.

तन्मय शर्मा मूल रूप से गुवाहाटी, असम के रहने वाले हैं. उन्होंने 1987 में डिब्रूगढ़ मेडिकल कॉलेज से चिकित्सा की पढ़ाई की और दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में अपनी इंटर्नशिप पूरी की. इसके बाद, वे यूके और फिर यूएस चले गए, जहां उन्होंने चिकित्सा और अनुसंधान के क्षेत्र में काम किया.

उन्होंने 1987 में भारतीय चिकित्सा परिषद से अपना पहला चिकित्सा लाइसेंस प्राप्त किया, इसके बाद 1988 में यूनाइटेड किंगडम के जनरल मेडिकल काउंसिल से दूसरा लाइसेंस प्राप्त किया. वे स्किजोफ्रेनिया और मानसिक स्वास्थ्य मुद्दों पर अपने शोध के लिए दुनिया भर में जाने जाते हैं. वर्षों से, उन्होंने 200 से अधिक शोध पत्र प्रकाशित किए हैं और पांच किताबें लिखी हैं.

वे एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त शोध मनोचिकित्सक हैं. उनका काम मानसिक बीमारियों में मस्तिष्क की कार्यप्रणाली, संज्ञान और मानव व्यवहार पर केंद्रित रहा है. शर्मा ने कई संपादकीय बोर्डों में सेवा दी है, 14 अंतरराष्ट्रीय चिकित्सा पत्रिकाओं के लिए पीयर रिव्यूअर के रूप में चुने गए हैं और एंटीसाइकोटिक्स के विकास को नियंत्रित करने वाले विभिन्न सलाहकार बोर्डों में सेवा दी है.

तन्मय शर्मा के पिता, फणी शर्मा, असम के एक प्रसिद्ध थिएटर कलाकार, अभिनेता और निर्देशक थे. फणी शर्मा अनुराधा और अब बंद हो चुके रुपायन और अनुपमा सिनेमा हॉल के मालिक भी थे.
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